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शहीद भाइयों की प्रतिमा के हाथों में राखी बांधने प्रतिवर्ष एर्राबोर पहुंचती हैं बहने
sukma, Sisters reach Errabor ,martyred brothers

सुकमा। जिले के ग्राम एर्राबोर के समीप साप्ताहिक बाजार स्थल के पास शहीद स्मारक में 12 जवानों शहीद जवानों की प्रतिमा बनाई गईं हैं। यह सभी जवान गांव के आस-पास के रहने वाले हैं और अलग-अलग नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए हैं।

 

उल्लेखनीय है कि 10 जुलाई 2007 को एर्राबोर थानाक्षेत्र के उत्पलमेटा की घटना में 23 जवान शहीद हो गए थे। इसमें से छह जवान ग्राम एर्राबोर के ही थे। इस शहीद स्मारक में अनवरत 14 वर्षों से आज भी बहनें प्रतिवर्ष यहां पहुंचकर अपने शहीद भाइयों की प्रतिमा के हाथों में राखी बांधकर इस पवित्र रिश्ते को निभा रही हैं। इतना ही नही शहीद भाईयों से स्वयं की रक्षा का वचन भी लेती हैं। यहां प्रति वर्ष रक्षाबंधन के दिन बहनों का तांता लगा रहता है। वहीं स्वतंत्रता व गणतंत्र दिवस पर पुलिस विभाग कार्यक्रम का आयोजन करती है।

 

शहीद वेंकटेश सोयम की बहन सोयम संकरी ने बताया कि मेरा भाई वेंकटेश सोयम वर्ष 2007 में शहीद हो गया था। उसके दूसरे साल से लेकर अब तक प्रति वर्ष रक्षाबंधन में शहीद स्माकर में आती हूं और भाई की कलाई में रक्षासूत्र बांधती हूं।

शहीद चंद्रा सोयम की बहन कमला सोयम ने बताया कि मई 2010 में चिंगावरम के पास नक्सलियों ने एक बस को बम से उड़ा दिया था, जिसमें मेरा भाई चंद्रा सोयम भी थे। उस वक्त मैं छोटी थी और यहां पर मेरे भाई का स्मारक बनाया गया। इसके बाद से प्रति वर्ष हम परिवार के साथ रक्षाबंधन के दिन राखी बांधने आते हैं।

 

MadhyaBharat 30 August 2023

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