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इंदौर। इंदौर जिले में इन दिनों भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। शनिवार को भी यहां जोरदार बारिश हो रही है। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के निर्देशन में शनिवार को यहां राहत एवं बचाव की बड़ी कार्यवाही करते हुए बाढ़ में फंसे 21 लोगों की जान बचाई गई।
प्रशासन को शनिवार को सूचना मिली की राऊ क्षेत्र के ग्राम कलारिया में गंभीर नदी के बाढ़ में ग्रामीणजन फंसे हुये हैं। तुरंत ही एडीएम रोशन राय के निर्देश पर एसडीएम राऊ राकेश परमार और एसडीआरएफ, होमगार्ड और सिविल डिफेंस के अमले को मौके पर मोटर बोट और राहत तथा बचाव के उपकरणों के साथ भेजा गया। अमले ने सजगता के साथ राहत और बचाव कार्य करते हुये 21 लोगों को सुरक्षित निकालकर उनकी जान बचाई। इनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। जिन लोगों की जान बचाई गई उनमें बालकिशन, अंगूरी, कूंजा, जीतू, रामसिंह, शोभाराम, श्रुति, अमर, सुखमल, सुखवंती, शिव, विष्णु, दुर्गेश, जितेन्द्र, राजा, शोभा, रानी, संतोष, किरण तथा निराली आदि शामिल है।
बरसते पानी में बिजली सेवा और फाल्ट सुधार के लिए जुटे रहे कर्मचारी
शुक्रवार शाम से शनिवार शाम चौबीस घंटे के दौरान शहर में अत्यधिक बारिश, मौसम बिगड़ने से इंदौर शहर वृत्त के 525 में से 11 केवी के 46 फीडरों में अलग-अलग समय में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई। इस दौरान 19 जगह लाइनों पर पेड़,बड़ी शाखाएं गिरने से आपूर्ति में अवरोध की स्थिति निर्मित हुई। साथ ही 8 स्थानों पर तार और केबल टूटे। अधिकांश प्रभावित क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति व्यवस्था एक घंटे से अधिकतम चार घंटे में बहाल की गई। इस दौरान 450 कर्मचारी तथा अधिकारी कार्य पर लगे।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र बिजली वितरण कंपनी के प्रबंध निदेशक अमित तोमर व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी हर घंटे का अपडेट लेने के साथ जल्द कार्य/सुधार के लिए निर्देशित भी किया। शहर के 30 जोन पर शुक्रवार शाम से शनिवार शाम तक 1700 से ज्यादा व्यक्तिगत शिकायतों फ्यूज ऑफ कॉल (एफओसी) का जोन की टीमों ने भी समाधान किया। सुभाष चौक जोन के तहत कबूतर खाना और नार्थ तोड़ा क्षेत्र में अत्यधिक जल जमाव होने पर सुरक्षा कारणों से 3 ट्रांसफार्मर से बिजली आपूर्ति बंद की गई है, स्थिति सामान्य होते ही उपरोक्त क्षेत्रों की भी आपूर्ति सुचारू कर दी जाएगी।
होमगार्ड, एसडीईआरएफ के अमले ने 200 से अधिक लोगों की जान बचायी
इंदौर में पिछले दो दिनों से बारिश का सिलसिला लगातार जारी है। जिले में राहत एवं बचाव के कार्य तेजी से जारी है। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के निर्देश में प्रशासन, राजस्व, होमगार्ड और एसडीईआरएफ के दल मुस्तैदी से राहत एवं बचाव कार्य में लगे हुये हैं। होमगार्ड और एसडीईआरएफ के अमले ने सजगता से कार्यवाही करते हुये पानी में फंसे 200 से अधिक लोगों की जान बचायी।
राहत एवं बचाव कार्य के दौरान 15 सितम्बर की रात्रि में थाना सिमरोल क्षेत्र के उतेरिया में कार डूबने की घटना में पांच लोगों की जान बचायी गयी। इसी तरह 16 सितम्बर को हिरानगर थाना क्षेत्र में एमआर-10 सर्विस रोड में कारों में फंसे 19 लोग, थाना बाणगंगा क्षेत्रा के एमआर-10 सर्विस रोड़ में ट्रेवलर में फंसे 25 लोगों, मल्हारगंज थाना क्षेत्र स्थित बड़ा गणपति चौकी के पीछे जनता कॉलोनी में दो मकानों में जल भराव और मकान गिरने की घटना में 19 लोगों, थान पढ़रीनाथ थाना क्षेत्र के कबूतर खाने में जल भराव से 25 लोगों, तिलक नगर क्षेत्र में कार में फंसे पांच लोगों, थाना सांवेर क्षेत्र के गवला गांव में एक गर्भवती महिला, थाना बेटमा क्षेत्र के कलारिया गांव में नदी के पानी घरों में घूसने से फंसे 21 लोगों, थान सदर बाजार क्षेत्र के गाडराखेड़ी के मकानों में जल भराव से फंसे 36 लोगों और इसी थाना क्षेत्र के सिकंदराबाद के मकानों में जल भराव में फंसे 42 लोगों तथा थाना मानपुर क्षेत्र स्थित ग्राम नाहखेडा खुर्दा-खुर्दी में बने तालाब में डूब रहे तीन लोगों की जांच बचायी गयी। उक्त बचाव कार्य में विनोद औसोगौतम, अविनाश दिनकर, बलराम पाटीदार, निलेश ठाकरे, सुभाष गुंजाल, विभीषण मुकाटे, दीपेश पाटीदार, निलेश डामोर तथा माधव खेर प्रभारी अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका रहीं।
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