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ग्वालियर। भगवान विश्वकर्मा जयंती के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की राजधानी नई दिल्ली से “पीएम विश्वकर्मा” का देशव्यापी शुभारंभ किया। यहाँ जीवाजी विश्वविद्यालय के अटल सभागार में केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुख्य आतिथ्य में समारोह हुआ। प्रधानमंत्री मोदी के उद्बोधन का इस समारोह में बड़ी एलईडी स्क्रीन पर सीधा प्रसारण हुआ। इस अवसर पर सिंधिया ने कहा कि सही प्रगति वही होती है जो सर्वव्यापी हो और हर व्यक्ति को विकास का अवसर मिले। प्रधानमंत्री मोदी इसी संकल्प के साथ हर वर्ग के कल्याण में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि आज ऐतिहासिक दिन है, जो देश के इतिहास में ही नहीं विश्व के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा।
“पीएम विश्वकर्मा” योजना के शुभारंभ समारोह में मप्र के मंत्रीगण प्रद्युम्न सिंह तोमर, राहुल लोधी, भारत सिंह कुशवाह, सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, जिला पंचायत अध्यक्ष दुर्गेश कुँवर सिंह जाटव, बीज एवं फॉर्म विकास निगम के अध्यक्ष मुन्नालाल गोयल, नगर निगम सभापति मनोज तोमर एवं भाजपा जिला अध्यक्ष अभय चौधरी मंचासीन थे।
सिंधिया ने प्रधानमंत्री मोदी को जन्मदिन की बधाई देते हुए कहा कि वे पथ प्रदर्शक व मार्गदर्शक की भूमिका निभाकर देश को ऊँचाइयों पर ले जा रहे हैं। उन्होंने विश्व पटल पर कठिनाइयों का समाधान करने वाले प्रधानमंत्री के रूप में पहचान स्थापित की है। मोदी सबका साथ सबका विकास, सबका विश्वास व सबके प्रयास से देश को आगे बढ़ा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने आज उस तबके के कल्याण के लिये क्रांतिकारी योजना का आगाज किया है, जो सदियों से पारंपरिक रूप से 18 प्रकार के कारीगरी व्यवसाय से जुड़े हैं।
सिंधिया ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत सरकार 13 हजार करोड़ रुपये का वित्त पोषण करेगी। बायोमैट्रिक आधारित पीएम विश्वकर्मा पोर्टल का उपयोग कर विश्वकर्मा योजना के तहत नि:शुल्क पंजीयन किया जाएगा। उन्हें पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और पहचान-पत्र, मूलभूत और उन्नत प्रशिक्षण से जुड़े कौशल उन्नयन, 15000 रुपये का टूलकिट प्रोत्साहन, पांच प्रतिशत की रियायती ब्याज दर पर एक लाख रुपये (पहली किश्त) और दो लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक संपार्श्विक-मुक्त ऋण सहायता, डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन और विपणन सहायता के माध्यम से मान्यता प्रदान की जाएगी।
सांसद विवेक नारायण शेजवलकर ने प्रधानमंत्री मोदी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उन्होंने भगवान विश्वकर्मा की जयंती पर अत्यंत महत्वपूर्ण योजना पीएम विश्वकर्मा योजना का आगाज किया है। प्रधानमंत्री सभी वर्गों की चिंता करते हैं। इसी कड़ी में उन्होंने समाज के अंतिम छोर पर खड़े शिल्पियों के कल्याण के लिये पीएम विश्वकर्मा योजना देश को समर्पित की है।
आरंभ में केन्द्रीय मंत्री सिंधिया सहित अन्य अतिथियों ने भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति पर पुष्पांजलि अर्पित कर समारोह का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के अंत में एनएएचआई परियोजना निदेशक उमाकांत मीणा ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रवीण अग्रवाल, पूर्व महापौर समीक्षा गुप्ता, पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश चंदेल एवं अपर कलेक्टर टीएन सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी और बड़ी संख्या में 18 प्रकार की शिल्प कलाओं से पारंपरिक रूप से जुड़े कारीगर व युवा उद्यमी मौजूद थे।
इन शिल्पियों को मिलेगी रोजगार के लिये मदद
पीएम विश्वकर्मा योजना पूरे भारत में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों के कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता प्रदान करेगी। योजना के अंतर्गत अठारह पारंपरिक शिल्पों को शामिल किया जाएगा। इनमें बढ़ई, नौका निर्माता, शस्त्रासाज, लोहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार, पत्थर तोड़ने वाला, मोची (जूता/जूता कारीगर), राजमिस्त्री, टोकरी/चटाई/झाड़ू निर्माता/कॉयर बुनकर, गुड़िया और खिलौना निर्माता (पारंपरिक), नाई (केश शिल्पी), माला बनाने वाले, धोबी, दर्जी और मछली पकड़ने का जाल बनाने वाले शामिल हैं।
योजना का उद्देश्य
पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य गुरु-शिष्य परंपरा या अपने हाथों और औजारों से काम करने वाले विश्वकर्माओं द्वारा पारंपरिक कौशल के परिवार-आधारित प्रथा को सुदृढ़ बनाना और पोषित करना है। पीएम विश्वकर्मा का मुख्य फोकस कारीगरों और शिल्पकारों के उत्पादों और सेवाओं की पहुंच के साथ-साथ गुणवत्ता में सुधार करना और यह सुनिश्चित करना है कि वे घरेलू और वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं के साथ एकीकृत हों।
MadhyaBharat
17 September 2023
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