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उज्जैन, 22 सितम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अदभुत, पावन और आध्यात्मिक नगरी है उज्जयिनी। यहां आकर अदभुत अनुभूति का अनुभव होता है। यह साधना का अदभुत केन्द्र है। हमारा उज्जैन तीन लोकों से प्यारा और वैभव से सम्पन्न होगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को उज्जैन में राज्य स्तरीय रोजगार दिवस का शुभारम्भ किया। साथ ही प्रदेशभर में एमएसएमई अन्तर्गत 2015 इकाईयों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने 2 हजार कक्ष के महाकालेश्वर मन्दिर भक्त निवास का भूमिपूजन किया। भक्त निवास की लागत 500 करोड़ रुपये है। मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये 17 करोड़ रुपये से बनने वाले फेसिलिटी सेन्टर का भी भूमिपूजन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 31.49 करोड़ रुपये से बने संभागीय आईटीआई भवन तथा 4 करोड़ रुपये से निर्मित महाराजा विक्रमादित्य शोधपीठ के कार्यालय भवन का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री ने 11.09 करोड़ रुपये से निर्मित मेघदूत पार्किंग का भी लोकार्पण किया। इसके साथ ही मुख्यमंत्री चौहान ने 600 करोड़ रुपये की राशि से प्रदेशभर में शीघ्र ही बनाये जाने वाले 17 एमएसएमई क्लस्टर का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री ने कन्या पूजन कर लोकार्पण एवं भूमिपूजन कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता के जीवन में सुख और समृद्धि लाना उनके जीवन का मुख्य उद्देश्य है। जब 15 दिन पहले पानी के अभाव में फसलें सूख रही थी, खेतों में दरारें पड़ रही थी, तब बाबा महाकालेश्वर की कृपा से प्रदेश में भरपूर वर्षा हुई। यदि बाबा की कृपा नहीं होती तो समूचे प्रदेश में हाहाकार मच जाता। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन में लोकार्पण एवं भूमिपूजन के कार्यक्रम आगे भी चलते रहेंगे। उन्होंने कहा कि मैं शीघ्र ही उज्जैन में मेडिकल कॉलेज के भूमिपूजन एवं महाकाल मन्दिर में निर्मित अन्नक्षेत्र के लोकार्पण कार्यक्रम में आऊंगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि शासन के पास पैसों की कमी नहीं है, इसलिये हम जनता के हित में अनेक प्रकार की सुविधाएं विकसित कर रहे हैं। मध्य प्रदेश की धरती पर लघु एवं कुटीर उद्योग आ रहे हैं, जिससे हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 552 औद्योगिक इकाईयों की स्थापना होगी। इसमें 1937 करोड़ का निवेश किया जायेगा। इससे लगभग 28300 युवाओं को रोजगार मिलेगा। राज्य स्तर पर 1708 इकाईयों का निर्माण 932 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इसमें लगभग 16375 लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने राज्य स्तर पर 305 इकाईयों का भूमिपूजन किया है। इससे लगभग 6310 लोगों को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि 300 करोड़ रुपये की लागत से उज्जैन में युनिटी मॉल बनाया जायेगा, जहां विभिन्न प्रदेशों की पूर्णत: स्वदेशी वस्तुएं विक्रय के लिये रखी जायेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उज्जैन आध्यात्म की नगरी थी, अब उद्योग की नगरी बनने जा रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा सरकारी भर्तियों में एक लाख पदों की भर्ती की गई है। अगले वर्ष पुन: एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती की जायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा महाकाल की कृपा से उज्जैन में प्रतिदिन डेढ़ लाख भक्त दर्शनों के लिये आ रहे हैं। सावन में माह में यह आंकड़ा सवा दो करोड़ तक पहुंच गया था। भक्तों के आगमन से उज्जैन जिले की अर्थव्यवस्था को बदल कर रख दिया है। प्रतिवर्ष तीन हजार करोड़ रुपये उज्जैन में आयेंगे। इससे जिले का आर्थिक विकास तीव्र गति से होगा। मुख्यमंत्री ने लाड़ली बहना योजना की जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना बहनों की जिन्दगी बदलने वाली योजना है। प्रतिमाह मिलने वाले पैसों ने महिलाओं का मान-सम्मान बढ़ाया है। मुझे कई बहनें ऐसी मिली है, जिन्होंने मुझे बताया कि उन्होंने लाड़ली बहना की राशि से छोटे-छोटे व्यवसाय शुरू किये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं यही नहीं रूकने वाला हूं। उन्होंने कहा कि मैं 1250 रुपये की राशि को 3000 रुपये तक लेकर जाऊंगा। मेरे लिये बहन बहन है, बहन की कोई जाति या धर्म नहीं है। मेरी एक करोड़ 32 लाख बहनें हैं। मैं उनके सुख-दु:ख का साथी हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने अपने स्तर पर एक सर्वे कराया था कि लाड़ली बहना योजना से महिलाओं के जीवन में क्या परिवर्तन आया है। सर्वे से मुझे पता चला कि इस योजना से मिलने वाली राशि से महिलाओं का घर में मान-सम्मान बढ़ा है, उनकी बुनियादी जरूरतें पूरी हुई हैं। यह उनके सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरा संकल्प है कि जिस व्यक्ति के पास रहने के लिये जमीन का टुकड़ा नहीं है, उन्हें जमीन का मालिक बनाया जायेगा। मुख्यमंत्री भू-अधिकार योजना के तहत जमीन के पट्टे दिये जायेंगे। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार ने 23 हजार एकड़ जमीन माफियाओं के अतिक्रमण से मुक्त कराई है। इन जमीनों पर गरीबों के आशियाने बनाये जायेंगे। आयुष्मान भारत योजना एवं मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान से गरीबों का इलाज किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि कक्षा 12वी में 75 प्रतिशत अंक लाने वाले मेधावी बच्चों को लेपटॉप के लिये 25 हजार रुपये की राशि दी गई थी। अब अगले सत्र में 60 प्रतिशत अंक लाने वाले बच्चों को भी लेपटॉप के लिये राशि दी जायेगी। पहले स्कूल में 12वी कक्षा में प्रथम आने वाले बच्चों को स्कूटी दी गई थी। अगले सत्र से स्कूल के तीन मेधावी बच्चों को स्कूटी दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के प्रोत्साहन से बच्चों का शैक्षणिक स्तर उत्तम रहेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सीखो कमाओ योजना के अन्तर्गत काम सीखने वाले युवाओं को आठ हजार रुपये मासिक दिया जा रहा है। नीट की परीक्षा पास करने वाले सरकारी एवं प्रायवेट स्कूल के बच्चों की अलग-अलग लिस्ट बनाई जा रही है। सरकारी स्कूल के बच्चों को मेडिकल कॉलेज में प्रवेश के लिये 5 प्रतिशत की छूट दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक जान है, तब तक मैं जनता की सेवा करता रहूंगा।
कार्यक्रम के पश्चात मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पांच हितग्राहियों को विभिन्न योजनाओं के हितलाभ वितरित किये। इसके पूर्व मुख्यमंत्री श्री चौहान ने श्री महाकालेश्वर मन्दिर भक्त निवास के नाम एवं ‘लोगो’ का विमोचन किया। इस अवसर पर महाकालेश्वर मन्दिर भक्त निवास एवं फेसिलिटी सेन्टर पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन हुआ। मुख्यमंत्री ने कन्या पूजन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। जनप्रतिनिधियों ने विशाल पुष्पमाला पहनाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया।
इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने कहा कि हमारे उज्जैन की संस्कृति निराली है। उज्जैन पूरे देश ही नहीं बल्कि दुनिया में सर्वश्रेष्ठ शहर बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। हमने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि उज्जैन शहर का इतनी तेज गति से विकास होगा। सन 2003 के पश्चात उज्जैन में क्रान्तिकारी परिवर्तन हुए हैं। महामृत्युंजय द्वार उज्जैन शहर की पहचान बना। इस द्वार पर उज्जैन का इतिहास अंकित किया गया है। उज्जैन शहर का न आदि है न अन्त है। यह महावीरों की धरती रही है। उज्जैन में निरन्तर विकास के कार्य किये जा रहे हैं। माधव नगर अस्पताल उज्जैन संभाग का सबसे सुविधाजनक शासकीय अस्पताल है। श्री महाकाल लोक के निर्माण के पश्चात उज्जैन का वैभव बढ़ा है। उज्जैन भविष्य की बड़ी संभावनाओं का केन्द्र बन रहा है।
MadhyaBharat
22 September 2023
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