Since: 23-09-2009
भोपाल। मध्य प्रदेश में इन दिनों चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है। भाजपा उम्मीदवारों की सूची में बड़े नाम आने के बाद से ही कांग्रेस हमलावर हो गई है। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने विधानसभा चुनावों के उम्मीदवारों को लेकर एक बार फिर भाजपा और मुख्यमंत्री शिवराज पर जुबानी हमला बोला है। इसके साथ ही कमलनाथ ने दावा किया है कि जब विधानसभा चुनाव में ही ये सांसद हार जाएँगे तो इन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में टिकट न देने का बहाना ये कहकर मिल जाएगा जिससे नये प्रत्याशी लाकर भाजपा एन्टी इन्कम्बेन्सी को थोड़ा कम कर पायेगी।
कमलनाथ ने एक्स के माध्यम से निशाना साधते हुए कहा मप्र के हर गाँव, हर बस्ती, हर शहर के हर मतदाता तक अब ये बात फैल गयी है कि भाजपा बस दिखाने के लिए 2023 का विधानसभा का चुनाव लड़ रही है दरअसल भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व का लक्ष्य 2024 का लोकसभा चुनाव है, जिसमें भी उसे हार ही दिखाई दे रही है।
कमलनाथ ने कहा कि भाजपा जानती है कि वो विधानसभा बुरी तरह हार रही है तो ऐसे में भाजपा के केंद्रीय चुनावी रणनीतिकारों ने ये सोचा कि जनता का आक्रोश और ग़ुस्सा 2024 से पहले ही 2023 में ही निकलकर कुछ कम हो जाए तो शायद 2024 में भाजपा अपनी शर्मनाक हार के अंतर को थोड़ा कम कर सके। इसीलिए भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व विधानसभा चुनाव में अपने सांसदों को लड़वाने पर ज़ोर दे रहा है। जब विधानसभा चुनाव में ही ये सांसद हार जाएँगे तो इन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में टिकट न देने का बहाना ये कहकर मिल जाएगा कि जो भला विधानसभा नहीं जीत पाए तो वो लोकसभा क्या जीतेंगे, ऐसे में फिर नये प्रत्याशी लाकर भाजपा एन्टी इन्कम्बेन्सी को थोड़ा कम कर पायेगी। इसीलिए दिल्ली और भोपाल की भाजपा में एक अदृश्य युद्ध चल रहा है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा की आशीर्वाद यात्राओं से लेकर चुनावी मंचों तक ये आपसी मनमुटाव भाजपाई नेताओं के चेहरों और भाषणों में साफ़ झलक रहा है। भाजपा के नारों में आवाज़ है, विश्वास नहीं।
MadhyaBharat
|
All Rights Reserved ©2025 MadhyaBharat News.
Created By:
Medha Innovation & Development |