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ग्वालियर। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि शिक्षक समाज के शिल्पकार होते हैं। बच्चों के भविष्य निर्माण में शिक्षकों की सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जिस प्रकार मिट्टी शिल्पकार माटी को ढालकर सुंदर-सुंदर कलाकृतियां गढ़ते हैं, उसी प्रकार शिक्षक भी नौनिहालों के भविष्य को गढ़ने का काम करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे शिक्षकों के कंधों पर परिवार, शहर और राज्य का ही नहीं, अपितु सम्पूर्ण देश के भविष्य के निर्माण का जिम्मा है। शिक्षक का कार्य सिर्फ बच्चों को पढ़ाने तक नहीं होता, वह माता और पिता के स्वरूप में भी बच्चों को अच्छे संस्कार देने वाले होते हैं।
सिंधिया शनिवार को ग्वालियर स्थित श्याम वाटिका में आयोजित अतिथि शिक्षकों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अतिथि शिक्षकों के हितों की चिंता सरकार पूरी शिद्दत के साथ कर रही है। समारोह में 400 से अधिक अतिथि शिक्षकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने की। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष अभय चौधरी, अशोक शर्मा, मीना सचान, जसवंत जाटव सहित अन्य गणमान्य नागरिक एवं बड़ी संख्या में अतिथि शिक्षकगण उपस्थित रहे।
सिंधिया ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ने अतिथि शिक्षकों के हितों की पूरी चिंता की है। अतिथि शिक्षकों के मानदेय में बड़ी बढ़ोतरी की है। साथ ही बार-बार अनुबंध कराने की जरूरत भी अब नहीं रहेगी। अतिथि शिक्षकों को अब उनके कार्य से भी अलग नहीं किया जाएगा। साथ ही शिक्षकों की भर्ती में भी अतिथि शिक्षकों के लिए सीटें आरक्षित कर दी हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री चौहान ने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सीखो कमाओ योजना शुरू की है। इस योजना से युवाओं का कौशल बढ़ाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने आशा कार्यकर्ताओं का मानदेय भी बढ़ा दिया है। सरकार ने कन्या विवाह व लाड़ली बहना जैसी योजनाएं बनाकर बहनों को संबल प्रदान किया है।
ऊर्जा मंत्री तोमर ने कहा कि अतिथि शिक्षकों से सरकार ने जो वादा किया था उसे पूरा किया है। अतिथि शिक्षकों के अधिकारों की रक्षा सरकार करेगी। खुशी की बात है कि मुझे आज अतिथि शिक्षकों को सम्मानित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है। अब ग्वालियर बदल रहा है और इस बदलते ग्वालियर में आप सभी का प्रयास अतुलनीय है। हमें ग्वालियर को औद्योगिक नगर बनाना है, पहले ग्वालियर की पहचान औद्योगिक नगरी के रूप में थी उस वैभव को सरकार फिर से वापस लाएगी। ग्वालियर में ज्यादा से ज्यादा उद्योग लाने के प्रयास किए जाएंगे, जिससे हमारे युवाओं को अपने शहर में ही रोजगार प्राप्त होगा।
MadhyaBharat
30 September 2023
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