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उज्जैन। शहर की नीलगंगा थाना पुलिस ने शुक्रवार को नकली नोट के मामले में तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से दो लाख पांच हजार रुपये के नकली नोट बरामद किए हैं। इनमें बंद हो चुके दो हजार रुपये के 101 नोट तथा पांच सौ रुपये के सात नोट शामिल हैं। इंदौर पुलिस ने छह दिन पूर्व नकली नोट छापने वाली गैंग को गिरफ्तार किया था। गैंग के ही एक सदस्य ने उज्जैन में अपने दोस्त को नकली नोट दिए थे।
पुलिस ने बताया कि मुखबिर ने सूचना दी थी कि इंदौर पुलिस ने नकली नोट छापने वाली जिस गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया है, उसमें शामिल एक बदमाश हिमांशु कौशल उज्जैन के गउघाट क्षेत्र में रहता है। उज्जैन में उसने अपने दोस्त लोकेश वर्मा निवासी गउघाट कालोनी को भी नकली नोट दिए हैं। इस पर पुलिस ने लोकेश को गिरफ्तार कर पूछताछ की और उसके घर से नकली नोट बरामद किए। पूछताछ में लोकेश ने अपने साथी प्रहलाद निवासी ग्राम आरोलिया जस्सा उन्हेल तथा सुरेश राठौर निवासी इलाहीपुरा के नाम भी पुलिस को बताए। पुलिस ने सुरेश व प्रहलाद को भी गिरफ्तार कर किया। आरोपितों ने पूछताछ में कबूला है कि वह करीब दो लाख रुपये के नकली नोट मार्केट में चला चुके हैं।
पूछताछ में यह भी सामने आया है कि आरोपितों को उनका दोस्त हिमांशु 40 हजार रुपये के असली नोटों के बदले में एक लाख रुपये के नकली नोट देता था, जिसे वह मार्केट में चला देते थे। तीनों आरोपित अब तक दो लाख रुपये के नकली नोट चला चुके हैं।
पुलिस ने बताया कि सुरेश निवासी इलाहीपुर भैरवगढ़ झांड़-फूंक का काम करता है। तांत्रिक होने के कारण लोकेश की सुरेश से पहचान हुई थी। लोकेश की पुत्री अक्सर बीमार रहती है। इस कारण वह उसे लेकर सुरेश के पास जाता था। वहीं प्रहलाद भी उसका दोस्त था। इस कारण तीनों मिलकर नकली नोट चला रहे थे।
MadhyaBharat
13 October 2023
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