Since: 23-09-2009
बीजापुर। नक्सलियों ने अपने साथियों के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद इसे फर्जी मुठभेड़ बताते हुए 30 मार्च को बीजापुर जिला बंद का ऐलान किया था, जिसका असर देखने को मिल रहा है। आज शनिवार सुबह से ही यात्री बसों के पहिये थमे हुए हैं। नक्सलियों ने वाहन संचालक को वाहन संचालन न करने और व्यापारियों को व्यापारिक संस्थान नही खोलने की चेतावनी दी थी। नक्सलियों द्वारा दी गई चेतावनी के बाद बस संचालकों ने नक्सली दहशत के चलते सभी यात्री बसों को बीजापुर बस स्टैंड में ही रोक रखा है, नक्सली दहशत के कारण इस इलाके के छोटे-छोटे दुकान भी बन्द हैं। आज नक्सलियों द्वारा बीजापुर जिला बंद के आह्वान का व्यापक असर देखने को मिल रहा है।
उल्लेखनीय है कि चिपुरभट्ठी इलाके में हुई पुलिस-नक्सली मुठभेड़ के विरोध में नक्सलियों के दक्षिण बस्तर एरिया कमेटी के सचिव गंगा ने शनिवार को एक और प्रेस वक्तव्य जारी कर तीन अप्रैल को भी बीजापुर और सुकमा यह दोनों जिला बंद करने के संबंध में प्रेस वक्तव्य जारी किया है। वहीं नक्सलियों ने अपने साथियों के मुठभेड़ में मारे जाने के बाद बौखलाये नक्सली आज 30 मार्च को बीजापुर जिला बंद करवाया है।
उल्लेखनीय है कि नक्सलियों के दक्षिण बस्तर डिविजन कमेटी के सचिव गंगा ने प्रेस वक्तव्य जारी कर बीजापुर जिले के चिपुरभट्टी में हुए मुठभेड़ को फर्जी बताकर आज बीजापुर जिले में बंद का आह्वान किया है। नक्सलियों ने जवानों पर दो नक्सलियों समेत 06 निहत्थे लोगों को गोली मारने का आरोप लगाया है। नक्सलियों का कहना है कि जगरगुंडा एरिया कमेटी की सीएमएम अध्यक्ष गंगी और पीएलजीए 09 का सदस्य नागेश चिपुरभट्टी में ग्रामीणों की बैठक लेने गए थे। दस दौरान जवानों ने सुबह 04 बजे सोये हुए कार्यकर्ता को निहत्थे पकड़कर गोली मार दी। वहीं खेतों में महुआ और मवेशियों को चराने वाले 04 ग्रामीणों को भी मुठभेड़ में गोली मारने का आरोप लगाया है। नक्सली गंगा का कहना है कि उनके साथियों के पास हथियार भी नहीं था। मुठभेड़ में नागेश की पत्नी सोनी भी मारी गई है। नक्सली कमांडर गंगा का कहना है कि सोनी कुछ साल पहले संगठन छोड़ चुकी थी। वहीं अब नक्सली संगठन ने इस मुठभेड़ के खिलाफ 03 अप्रैल को भी बीजापुर और सुकमा जिला बंद का आह्वान किया है।
MadhyaBharat
|
All Rights Reserved ©2025 MadhyaBharat News.
Created By:
Medha Innovation & Development |