Since: 23-09-2009

  Latest News :
वीवीपैट पर याचिका में कांग्रेस से संबंध नहीं : जयराम रमेश.   केंद्र से भेजा गया पैसा खा जाते हैं ममता की सरकार के मंत्री - पीएम मोदी.   आपका वोट तय करेगा अगली सरकार बने संविधान के सिपाही : राहुल.   कार ने सड़क किनारे सो रहे परिवार के 11 लोगों को कुचला.   बारामूला मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर.   मनी लांड्रिंग मामले में मनीष सिसोदिया की न्यायिक हिरासत बढ़ी.   अमित शाह बोले- ओबीसी विरोधी पार्टी है कांग्रेस.   चुनाव ड्यूटी के दौरान पुलिसकर्मी का बिगड़ा स्वास्थ्य हालत गंभीर.   कांग्रेस का आरोप प्रधानमंत्री मोदी असत्य कथन कर देश की जनता को भ्रमित कर रहे हैं.   मुरैना में बोले मोदी- कांग्रेस विकास विरोधी है.   महुआ बीन रही महिला पर भालू ने किया हमला.   मध्य प्रदेश में 10वीं और 12वीं बोर्ड का परीक्षा परिणाम घोषित.   छत्तीसगढ़ में दोपहर एक बजे तक तीनों सीटों पर 53.09 प्रतिशत मतदान.   भाजपा पर राहुल गांधी की \'भारत जोड़ो न्याय यात्रा\' भारी पड़ने वाली है-अलका लांबा.   बंदूक साफ करते समय चली गोली प्रधान आरक्षक की मौत.   यात्री बस की चपेट में आकर स्कूटी सवार युवक की मौत.   प्रदेश महामंत्री राघवेंद्र सिंह कांग्रेस से 6 साल के लिए निष्कासित.   सीबीआई को पूरे राज्य में कार्रवाई करने का अधिकार अधिसूचना जारी.  
CISF आरक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा
CISF आरक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा

चार युवकों की तलाश में पुलिस जुटी 

इंट्रेंस एग्जाम में फर्जी वाड़ा का मामला सामने आया है।  दरअसल भिलाई में CISF आरक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा की शिकायतें आई हैं।   परीक्षा देने वाले युवकों की तलाश पुलिस कर रही है। भर्ती में हुए फर्जीवाड़े की तह तक पहुंचने का काम दुर्ग पुलिस ने शुरू कर दिया है। शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान पकड़े गए चार युवकों के बाद पुलिस ने अब लिखित परीक्षा में बैठने वाले फर्जी युवकों की तलाश तेज कर दी है। इसके लिए पुलिस की दो टीमें आगरा तथा मुरैना भेजी गई है। गौरतलब है की  बीते गुरुवार को दुर्ग पुलिस ने सीआइएसएफ आरक्षक भर्ती में फर्जी दस्तावेज तैयार करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया था। ये हीरोह उत्तर प्रदेश तथा मध्यप्रदेश का यह गिरोह भर्ती के लिए युवकों से डील करता था। इसके तहत आरक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा इस गैंग के युवक देते थे, उसके बाद शारीरिक दक्षता परीक्षा में भी गैंग के दूसरे युवक शामिल होते थे। जांच के दौरान फिंगर प्रिंट मैच न होने पर चारों युवक चंद्रशेखर सिंह, श्यामवीर सिंह, महेंद्र सिंह तथा अजीत सिंह को आगरा से पकड़ा। इनकी निशानदेही पर गैंग के मास्टर माइंड मुरैना के हरिओम दत्त व दुर्गेश सिंह को गिरफ्तार किया गया। हरिओम दत्त व दुर्गेश सिंह पर फर्जी दस्तावेज तैयार करने का आरोप है। गैंग के छह लोगों के पकड़े जाने के बाद चार अन्य युवकों के नाम सामने आए हैं। जिन्होंने लिखित परीक्षा दी थी। इनका नाम सुनील पाल, राबिन सिंह, धर्मपाल तथा उदयभान बताया गया है। दुर्ग पुलिस की दो टीमें इन चारों युवकों की तलाश में निकल चुकी हैं। पुलिस इस बात का पता लगाने में जुटी है कि गैंग छत्तीसगढ़ में किसके संपर्क के जरिए आया। इस पूरी घटना के पीछे वास्तविक मास्टर माइंड कौन है। पुलिस को परीक्षा सेंटर में भी गड़बड़ी का संदेह है। पुलिस इस एंगल से भी जांच कर रही है। दुर्ग एसपी डा. अभिषेक पल्लव ने बताया की  पुलिस हर एंगल से जांच कर इस गिरोह की तह तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। लिखित परीक्षा देने वाले चार युवकों की तलाश के लिए पुलिस की दो टीमें भेजी गई है। और जानकारी लेने का प्रयास किया जा रहा है। 

MadhyaBharat 22 May 2022

Comments

Be First To Comment....
Video

Page Views

  • Last day : 8641
  • Last 7 days : 45219
  • Last 30 days : 64212


x
This website is using cookies. More info. Accept
All Rights Reserved ©2024 MadhyaBharat News.