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पहली रेल पहिया उत्पादन कारखाना
रायगढ़ में जिंदल स्टील रेल के पहिये बनाएगा। इसके लिए जिंदल ने हंगरी से समझौता किया है। प्रारंभिक दौर में उत्पादन क्षमता प्रतिवर्ष 25 हजार सेट होगी, यात्री डिब्बों और मालगाड़ियों के लिए पहियों का होगा निर्माण। यह देश की पहली और निजी क्षेत्र की एकमात्र रेल निर्माता कंपनी होगी। कंपनी यहां अपने स्टील प्लांट में देश की पहली रेल पहिया उत्पादन कारखाना लगाएगी। इस महत्वाकांक्षी योजना को अंजाम देने के लिए कंपनी ने जीआईएफएलओ-हंगरी के साथ एक समझौता किया है। जिंदल स्टील के अधिकारियों के मुताबिक जीआईएफएलओ-हंगरी और जिंदल स्टील के बीच यह तकनीकी समझौता नई दिल्ली में हंगरी दूतावास एवं फिक्की के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित “भारत-हंगरी बिजनेस फोरम” में हुआ। इसके अनुसार प्लांट की शुरुआती उत्पादन क्षमता 25 हजार सेट पहिया प्रतिवर्ष होगी। जिन्दल स्टील एंड पावर के प्रबंध निदेशक वीआर शर्मा ने कहा कि उनकी कंपनी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा शुरू किए गए आत्मनिर्भर भारत अभियान में बढ़कर सहयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है। रेल पहिया संयंत्र से भारतीय रेल के आधुनिकीकरण को गति मिलेगी। विश्वस्तरीय गुणवत्ता वाले पहियों की उपलब्धता से हम भारत सरकार के दूरदर्शी “गतिशक्ति अभियान” को साकार करने में एक महत्वपूर्ण साझेदार साबित होंगे। जिन्दल स्टील एंड पावर 1080 एचएच एवं 1175 एचटी हेड हार्डेंड रेल ग्रेड की एकमात्र भारतीय निर्माता है। ये पटरियां 25 टन से अधिक भार वहन की क्षमता रखती हैं और तेज रफ्तार दौड़ने वाली गाड़ियों के लिए उपयुक्त हैं। जेएसपी 60ई1, जेडयू1-60 और 60ई1ए1 मानदंडों के अनुरूप आर260 और 880 ग्रेड की पटरियों का भी निर्माण करता है और आर350 एचटी ग्रेड पटरियों का निर्यातक है।
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