Since: 23-09-2009
रैकिंग की वजह कई छात्र अपनी जान दे देते है। एमजीएम मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर रैगिंग का मामला सामने आया है। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन हरकत में आ गया है और जांच शुरू कर दी गई है। इसके तहत कुछ छात्रों से चर्चा की गई है तथा मंगलवार को भी गहन पड़ताल की जाएगी।बताया जाता है फर्स्ट ईयर के कुछ स्टूडेंट्स ने पुलिस के एक सीनियर अधिकारी को शिकायत की। स्टूडेंट्स ने उन्हें बताया कि रात 3.30 बजे उन्हें सीनियर्स फोन कर उनके रूम पर मिलने के लिए बुलाते हैं और प्रताड़ित करते हैं। पुलिस ने डीन डॉ. संजय दीक्षित को इसकी जानकारी दी। इस पर डीन ने चीफ वार्डन डॉ. वीएस पाल और वार्डन मनीष पुरोहित को जांच सौंपी तो वे होस्टल पहुंचे। वहां उन्होंने अलग-अलग ब्लॉक में रह रहे करीब 40 स्टूडेंट्स से चर्चा की लेकिन सभी ने चुप्पी साधी तथा कुछ भी कहने से इनकार कर दिया। बाद में हर स्टूडेंट्स से अलग-अलग पूछताछ की और साथ ही यह भी विश्वास दिलाया कि जानकारी देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा तो भी वे कुछ कहने से संकोच कर रहे हैं।सोमवार को इस मुद्दे को लेकर कॉलेज में बैठक हुई जिसमें घटना की वास्तविकता पता लगाने के लिए अन्य पहलुओं पर जोर दिया गया। खास मुद्दा लिखित शिकायत का है क्योंकि जब तक कोई शिकायत नहीं ंकरेगा तो नतीजे पर नहीं पहुंचा जा सकता। डीन डॉ. संजय दीक्षित के मुताबिक मामले में जूनियर स्टूडेंट्स से चर्चा की गई है। जो भी सीनियर इसमें लिप्त पाया जाएगा उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। संयोगितागंज थाना टीआई तहजीब काजी ने बताया कि मामले में अभी कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं की गई है।
MadhyaBharat
All Rights Reserved ©2023 MadhyaBharat News.
Created By:
![]() |