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खंडवा News


khandwa, Bus collides , Indore road

खंडवा। इंदौर रोड पर मंगलवार सुबह सात बजे बस और डंपर के बीच टक्कर हो गई। हादसे में 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। हादसा छैगांवमाखन से पहले सीवी रमन कॉलेज के पास नेशनल हाईवे के बायपास पुलिया पर हुआ। प्राप्त जानकारी के अनुसार मंगलवार सुबह जायसवाल बस सर्विस की बस इंदौर के लिए रवाना हुई। बायपास पुलिया के समीप बस के सामने अचानक डंपर आ गया। टक्कर के बाद बस का संतुलन बिगड़ा और वह हाईवे से नीचे उतर गई। हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर छैगांवमाखन पुलिस सहित दो 108 एंबुलेंस और डायल 100 पहुंची। घायलों को मामूली चोटें आई हैं। एक बुजुर्ग की हालत गंभीर है, जिन्हें सिर में चोंट आई है। बस ड्राइवर का कहना है कि वो निर्माणाधीन हाईवे का पुल क्रॉस कर रहा था, उसी दौरान पुल में अंधेरे के कारण सामने से आ रहा डंपर दिखाई नहीं दिया। डंपर से टक्कर के बाद अचानक संतुलन बिगड़ा तो बस नीचे उतर गई। ब्रेक लगने से अचानक झटका लगा तो यात्री घायल हुए। सभी घायलों को एंबुलेंस से अस्पताल ले जाया गया है।

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 MadhyaBharat  27 February 2024

khandwa,  overloaded dumper ,entered the house

खंडवा। खंडवा में मंगलवार देर रात एक तेज रफ्तार ओवरलोड डंपर अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे उतर कर एक मकान में घुस गया। घटना के वक्त अंदर सो रहा परिवार की जान बाल बाल बच गई। हादसे में एक मकान पुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया जबकि दो अन्य मकान में मामूली क्षति हुई है। गनीमत रही कि कोई जनहानि नहीं हुई है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपित डंपर चालक को गिरफ्तार कर लिया है। हादसे के समय चालक शराब के नशे में था और तेज रफ्तार से वाहन चला रहा था, जिसके चलते हादसा हुआ। जानकारी अनुसार घटना मंगलवार देर रात करीब एक बजे की है। इस दौरान मूंदी में बस स्टैंड के पास खंडवा-पुनासा रोड पर सिंगाजी ताप विद्युत परियोजना से राखड़ लेकर खंडवा की ओर जा रहा ट्रक आरजे 09 जीई 4055 अचानक अनियंत्रित होकर सड़क से नीचे उतर गया है और यहां बने मकानों को क्षति पहुंचाते हुए पुलिया के पास पलट गया। सड़क किनारे निवास कर रहे प्रताप राजपूत के घर के सामने लगी लोहे की पाइप और मनोहर नाथ महाराज के घर का अगला हिस्सा टूटा है। रहवासियों के मुताबिक, काफी नुकसान हुआ है। ऊपर के टीनशेड, ओटले टूट गए है। पूरा परिवार सो रहा था, गनीमत रही कि सबकी जान बच गई। इधर, सूचना मिलते ही मूंदी थाने की डायल 100 और बल मौके पर पहुंच गया था। जिसके बाद ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है। बताया जा रहा है कि ड्राइवर शराब पीकर वाहन चला रहा था। पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।

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 MadhyaBharat  31 January 2024

khandwa, Mutilated body , railway track

खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में शनिवार सुबह रेलवे ट्रैक पर एक युवक का क्षत विक्षत शव मिलने से सनसनी फैल गई। पास में ही एक युवती घायल अवस्था में पड़ी थी। उसका दाहिना पैर कट गया है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल युवती को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। दोनों की पहचान हो चुकी है। शुरुआती जांच में पुलिस को मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा होने की आशंका है। पूरे मामले में पुलिस जांच कर रही है।   जानकारी अनुसार सिहाड़ा में रेलवे ट्रैक पर शनिवार सुबह करीब सात बजे एक युवक का शव क्षत विक्षत अवस्था में मिला। पास ही एक युवती घायल अवस्था में मिली है। नाबालिग लड़की का एक पैर शरीर से अलग पड़ा हुआ था। किशोरी का इलाज जिला अस्पताल में किया जा रहा है। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची मोघट थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि 24 वर्षीय कुणाल पुत्र नारायण वर्मा निवासी गणेश तलाई और माता चौक निवासी एक नाबालिग लड़की के बीच प्रेम प्रसंग था। कुणाल दो बहनों के बीच इकलौता भाई था। जबकि लड़की के पिता पंडिताई का काम करते हैं। दोनों शुक्रवार रात से घर से गायब थे। शनिवार सुबह लड़की के काका को पुलिस ने मोबाइल पर घटना की सूचना दी। सूचना मिलने पर मौके पर 108 एंबुलेंस पहुंची। घायल नाबालिग को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं युवक के शव का पंचनामा बनाकर स्वजनों को सौंप दिया गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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 MadhyaBharat  30 December 2023

khandwa, Congress ,Narendra Modi

खंडवा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पिछले दो दिनों में मैं मध्यप्रदेश में जहां भी गया हूं, लोगों में उत्साह, उमंग और भावनाओं का प्रवाह दिखाई देता है। हर तरफ से आवाज आती है ’एमपी के मन में है मोदी’ और ’मोदी के मन में है एमपी’। साथियों मध्यप्रदेश मेरे दिल में है और मैं 21वीं सदी में मध्यप्रदेश को विकास की नई ऊंचाइयों पर देखना चाहता हूं। आप भी यह चाहते हैं कि मध्यप्रदेश देश के टॉप-10 विकसित राज्यों में अपना झंडा गाड़ दे। कांग्रेस ने अपने भ्रष्टाचार और भाई भतीजावाद से प्रदेश को बड़े गड्ढे में गिरा दिया था। भाजपा ने बड़ी मेहनत से उसे इस गड्ढे से बाहर निकाला है। इस काम में हमारी तीन-चार पीढ़ियां खप गई हैं। इसलिए हमें अब एमपी को कांग्रेस के चंगुल ने बचाकर रखना होगा। उसे गलत हाथों में नहीं जाने देना है। प्रधानमंत्री रविवार को खंडवा जिले के पंधाना विधानसभा के छैगांवमाखन में जनसभा को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि आप जानते हैं कि कांग्रेस यहां सरकार बनाने के लिए क्यों छटपटा रही है? उसे सरकार बनाने की क्या जरूरत पड़ गई है और उसके नेता क्यों पागलों की तरह दौड़ रहे हैं? कांग्रेस का इरादा साफ है। वह एमपी को अपनी पार्टी का एटीएम बनाना चाहती है। लोकसभा चुनाव की तैयारी के लिए पूरे एमपी से ट्रैक्टर भर-भर के लूट करना चाहती है। क्या कांग्रेस को इसके लिए मौका देना है? क्या उन्हें प्रदेश को लूटने की इजाजत देना है?   उन्होंने कि जब केंद्र में कांग्रेस की सरकार थी, तो वह लाखों करोड़ों के घोटाले करके अपना काम चलाती थी। लेकिन बीते 10 सालों से देश की जनता उसे पहचान गई है और जनता हर राज्य से उनका हिसाब चुकता करने में लगी है। इसलिए कांग्रेस पार्टी हर राज्य को बड़े लालच की दृष्टि से देखती है। वो इसी इंतजार में है कि कब मौका मिलेगा और कब माल खाएंगे। जिस राज्य में भी कांग्रेस की सरकार बनीं, वहां धड़ल्ले से लूट चल रही है। आपस में होड़ लगी है कि सीएम ज्यादा लूटेगा या डिप्टी सीएम लूटेगा। कांग्रेस यानी गरीब और मध्यम वर्ग की जेबें साफ करना। कांग्रेस यानी विकास की गाड़ी को परमानेंट ब्रेक लगाना या उसे रिवर्स गियर में डाल देना। इसलिए कांग्रेस से बहुत सावधान रहने की जरूरत है। सत्ता से बाहर रहकर वो सुधरे नहीं है, बल्कि उनकी भूख और ज्यादा तेज हो गई है।   कांग्रेस युवाओं की दुश्मन प्रधानमंत्री ने कहा कि ऐसे नौजवान जो पहली बार वोट देने जा रहे हैं, उन्हें बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने कांग्रेस का राज देखा नहीं है। ये नौजवान अगर अपने माता-पिता, बुजुर्गों से पूछेंगे तो उनकी आंखें फटी रह जाएंगी कि उस समय मध्यप्रदेश का क्या हाल था। मैं सभी माता-पिता से आग्रह करता हूं कि उन्होंने कांग्रेस के समय में जो मुसीबतें झेली हैं, उनके बारे में अपने बच्चों को बताएं। इससे उन्हें निर्णय करने में बहुत मदद मिलेगी। अन्य लोगों के लिए यह सरकार बनाने का चुनाव हो सकता है। किसी के लिए यह पांच सालों का हिसाब-किताब करने का चुनाव हो सकता है, लेकिन युवाओं के लिए यह भविष्य बनाने का चुनाव है, 25 सालों के लिए भाग्य तय करने का चुनाव है। अगर आपके पांच साल कांग्रेस ने बर्बाद कर दिए, तो भविष्य खराब हो जाएगा। मुझे नौजवानों को लेकर बहुत चिंता हो रही है, इसलिए आप सभी युवाओं से आग्रह करता हूं कि अपना भविष्य ऐसे हाथों में मत दीजिए, जो बदनामी से भरे हों।   जनता की नहीं, अपने नेताओं के विकास की सोचती रही कांग्रेस मोदी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा अपने नेताओं के विकास की ही सोचती रही है। इसका उदाहरण है खंडवा जिला। देश में लंबे समय तक पंचायत से लेकर पार्लियामेंट तक कांग्रेस का शासन रहा। खंडवा की पहचान अब देश के बिजली केंद्र के रूप में होने लगी है। यहां एशिया का पहला फ्लोटिंग सोलर पावर प्लांट लगा है। यहां बड़ी मात्रा में जल विद्युत का उत्पादन हो रहा है। बच्चों का भविष्य उज्जवल बने इसके लिए यहां शिक्षा के अनेक नए संस्थान बने हैं। नंदकुमार सिंह मेडिकल कॉलेज बना है। यहां की संतान किशोर कुमार जिन पर खंडवा के लोग गर्व करते हैं, उनके नाम पर सांस्कृतिक भवन भी बना है।   तेज विकास के लिए डबल इंजन सरकार जरूरी उन्होंने कहा कि अगले साल लोकसभा के लिए चुनाव होने जा रहे हैं और केंद्र में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनना तय है। उसके बाद मध्यप्रदेश का विकास तेज हो सके, इसके लिए मुझे यहां कोई स्पीड ब्रेकर नहीं चाहिए, विकास पर ब्रेक लगाने वाले नहीं चाहिए, रिवर्स गियर लगाकर बैठे हुए लोग नहीं चाहिए। मुझे तेज तर्रार भाजपा की सरकार चाहिए ताकि मैं अपने सपने पूरे कर सकूं। एक इंजन केंद्र सरकार का और दूसरा इंजन राज्य सरकार का मिलकर जब राज्य के विकास को धक्का देते हैं, तभी दोगुनी तेजी से विकास होता है। वरना जहां कांग्रेस की भ्रष्ट सरकार बनती है वहां क्या हाल होते हैं, सभी ने देखा है। जहां भी कांग्रेस को मौका मिला है, उसने बर्बाद करके रख दिया है।   प्रधानमंत्री ने कहा कि जहां भी कांग्रेस की सरकारें हैं, वो आपसी झगड़े में उलझी रहती हैं। नेताओं के पास जनता के लिए समय ही नहीं होता है, बस अपनी गोटियां बिठाते रहते हैं। राजस्थान में बीते साढ़े चार सालों से कांग्रेस की सरकार है, लेकिन 24 घंटे वहां के नेता एक दूसरे को काटने, एक दूसरे को गिराने में लगे रहते हैं। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बने अभी 6 महीने हुए हैं, लेकिन छः महीनों के भीतर वहां क्या हो रहा है? वहां के मुख्यमंत्री को पता नहीं है कि वह कब तक पद पर रहेगा। हर दिन खबर आती है अब वह सीएम बनने वाला है। फिर खबर आती है, नहीं वह नहीं वह बनने वाला है और हर कोई सीएम बनने के दावे ठोंकते रहते हैं। कर्नाटक में विकास ठप है और जनता परेशान है। मध्यप्रदेश में तो अभी-अभी टिकट बांटे हैं, जिसके बाद नेता एक दूसरे के कपड़े फाड़ रहे हैं। दूसरों से भी कह रहे हैं कि तुम उसके कपड़े फाड़ो, तुम उसके कपड़े फाड़ो। यही कांग्रेस का चरित्र है।   ऋषि-मुनियों ने समाज को जोड़ा, बांटने की साजिश रच रही कांग्रेस उन्होंने कहा कि कांग्रेस सिर्फ अपने नेताओं के स्वार्थ पर ही टिकी है। जहां-जहां कांग्रेस आती हैं वहां सत्ता का अहंकार होता है और अपराधों का बोलबाला होता है। अनाप-शनाप लूट, भ्रष्टाचार, तुष्टिकरण, माफिया राज यही उनकी पहचान है और कांग्रेस की सरकारों में यही सब कुछ फलता फूलता है। हमने कभी कल्पना भी नहीं की थी कि भारत में कोई सरेआम किसी का गला रेत कर जश्न मनाएगा। लेकिन यह कांग्रेस शासित राजस्थान में हुआ है। इसलिए मध्यप्रदेश को दूसरे राज्यों के अनुभवों से सबक लेते हुए बहुत सतर्क रहने की जरूरत है। खंडवा की यह पावन धरा है, यहां आचार्य शंकर को गुरु की प्राप्ति हुई थी। हमारे ऋषि-मुनियों ने भारत के लिए बहुत तप किया था और उसके कोने-कोने को, हर समाज को आपस में जोड़ा था। लेकिन आज सत्ता की भूखी कांग्रेस समाज को बांटने के लिए साजिशें रच रही है, भ्रम फैला रही है, झूठ बोल रही है। कांग्रेस लोगों को बांटकर वोट की फसल काटना चाहती है। मध्यप्रदेश के उज्जवल भविष्य के लिए हमें इस तोड़ने वाले, बांटने वाले विचार को हमेशा के लिए जमींदोज कर देना है। कांग्रेस को कभी खड़े नहीं होना देना है और उसे रोकने के लिए मध्यप्रदेश के लोगों का एकजुट होना जरूरी है।   गरीब कल्याण सबसे बड़ी प्राथमिकता मोदी ने कहा कि भाजपा सबका साथ सबका विकास के मंत्र को लेकर चल रही है। भाजपा सरकार की हर योजना का लाभ गरीबों को बिना किसी भेदभाव के मिलता है। मोदी के लिए इस देश में गरीब ही सबसे बड़ी जाति है और हमारी सरकार के लिए गरीब कल्याण ही सबसे बड़ी प्राथमिकता है। भाजपा सरकार के प्रयासों के कारण देश में 5 साल में 13 करोड़ से ज्यादा लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं। जब 13 करोड़ लोगों की गरीबी खत्म हो सकती है, तो पूरे देश की भी गरीबी खत्म हो सकती है। इसके लिए हम हर वह काम कर रहे हैं जो गरीब की चिंता कम करे, उसकी परेशानी कम करे।   उन्होंने कहा कि किसी गरीब के बच्चे भूखे न सो जाएं, इसके लिए मैं रात-रात भर जागता रहा था। हमने गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की और 80 करोड़ लोगों को मुफ्त अनाज देना शुरू किया। इनमें मध्यप्रदेश के भी 5 लाख लोग शामिल हैं। यह योजना एक महीने बाद खत्म होने वाली है। लेकिन मैं गरीबी से निकला हूं और गरीबों के दर्द को समझता हूं। इसलिए हमने यह निर्णय लिया है कि इस योजना को पांच सालों के लिए और बढ़ाएंगे।   किसानों की समृद्धि हमारा लक्ष्य मोदी ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसानों को जो सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं, उससे आज एमपी गेहूं उत्पादन में अग्रणी राज्य बन गया है। भाजपा सरकार ने दलहन और तिलहन के किसानों को प्रोत्साहन देने के लिए कई प्रयास किए हैं। समर्थन मूल्य में भी वृद्धि की गई है। अब केंद्र सरकार देश में बड़ी संख्या में भंडारण की सुविधाएं विकसित कर रही है। आने वाले समय में आपका ज्वार और मक्का भी कमाई का बहुत बड़ा साधन बनेगा। भाजपा सरकार श्री अन्न को पूरी दुनिया के बाजारों तक पहुंचाने के लिए बहुत तेजी से काम कर रही है।   पर्यटन से मिलेगा रोजगार को बढ़ावा प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस तरह आज पूरी दुनिया में भारत का परचम लहरा रहा है, उसके कारण दुनिया भर के लोग भारत को देखने के लिए आना चाहते हैं और टूरिज्म के मामले में तो हमारा एमपी अजब भी है गजब भी है। इसलिए इस क्षेत्र को तीर्थ यात्रा का, पर्यटन का बहुत बड़ा हब बनाया जा रहा है। निमाड़ क्षेत्र में तो बाबा ओंकारेश्वर, ममलेश्वर मंदिर, श्री संत सिंगाजी समाधि स्थल, श्री दादाजी समाधि स्थल हैं। हनुमंतिया टापू है। इस क्षेत्र में धार्मिक पर्यटन की बहुत बड़ी संभावनाएं हैं। इस दिशा में भाजपा की सरकार बहुत तेजी से काम करने जा रही है। इससे यहां हजारों रोजगार का निर्माण होगा और खंडवा जिला विकास के नए शिखर छुएगा।

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 MadhyaBharat  6 November 2023

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खंडवा। जन्म से नवजात के हाथों व पांव में 6-6 अंगुलियां थीं, यह जन्म देने वाली मां को अच्छा नहीं लगा और उसने उसकी अंगुलियां ब्लेड से काट दिया। दो दिन बाद बालिका की मौत हो जाने पर उसे घर के आंगन में ही दफना दिया। 22 दिसंबर 2018 के इस मामले में न्यायालय ने मंगलवार को निर्दयी मां को 5 साल की सजा सुनाई है।   न्यायालय अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश तहसील हरसूद ने ताराबाई पत्नी रामदेव निवासी ग्राम सुंदरदेव को पांच वर्ष का कारावास और एक हजार रुपये अर्थदंड दिया। वहीं धारा 201 तृतीय खंड भादंवि के आरोप में एक वर्ष का सश्रम कारावास तथा पांच सौ रूपये अर्थदंड दिया है।अभियोजन की ओर से मामले की पैरवी अतिरिक्त लोक अभियोजक रविद्र पंवार द्वारा की गई। अभियोजन मीडिया सेल प्रभारी हरिप्रसाद बांके ने बताया कि 29 दिसंबर 2018 को महिला बाल विकास विभाग में पर्यवेक्षक के रूप में पदस्थ अंजिला मीहे ने सूचना दी कि 22 दिसंबर 2018 को दोपहर 12 बजे ताराबाई ने बालिका को जन्म दिया था। जन्म के समय बालिका के दोनों हाथों व पांव में छह-छह अंगुलियां थीं। इसे ताराबाई ने ब्लेड से काट दिया था।24 दिसंबर 2018 को शाम चार बजे नवजात बालिका की मृत्यु हो गई। इसे घर के आंगन (बाड़े) में दफन कर दिया था। पुलिस ने जांच कर मामला न्यायालय में पेश किया था।

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 MadhyaBharat  1 November 2023

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खंडवा। मध्यप्रदेश के खंडवा में बीते 18 साल से विधायक रहे देवेंद्र वर्मा का टिकट काटकर इस बार पार्टी ने एक नए चेहरे को मैदान में उतारा है। टिकट कटने के बाद भाजपा विधायक देवेंद्र वर्मा बुधवार को पहली बार अपने समर्थकों के बीच पहुंचे। इस दौरान वे भावुक हो गए और फफक कर समर्थकों के बीच ही रोने लगे। उन्हें इस तरह रोते देख उनके समर्थकों ने उनके आंसू पोंछे और उनके समर्थन में नारे भी लगाए। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या वे निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरेंगे, तो उन्होंने कहा कि अभी वे कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे हैं।   देवेन्द्र वर्मा पिछले चार विधानसभा चुनावों में खंडवा सीट से लगातार जीतते आ रहे थे, लेकिन भाजपा ने इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया है। पार्टी ने उनके स्थान पर खंडवा से ही जिला पंचायत अध्यक्ष कंचन तनवे को उम्मीदवार बनाया है। टिकट कटने के बाद देवेंद्र वर्मा बुधवार को पहली मर्तबा कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए। वे यहां दशहरा मिलन कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं के बीच पहुंचे तो वे भावुक हो गए। यही नही उन्हें इस अवस्था में देखकर उनके समर्थक भी उनकी आंखों से आंसू पोंछते नजर आए। इसके बाद उन्होंने मीडिया से भी बातचीत की।

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 MadhyaBharat  26 October 2023

bhopal, Chief Minister Chouhan,Adi Guru Shankaracharya , Omkareshwar

भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गुरुवार को खण्डवा जिले के ओंकारेश्वर में मांधाता पर्वत पर संत समुदाय के साथ आदि गुरु शंकराचार्य की अष्टधातु 108 फीट ऊंची एकात्मता की प्रतिमा का अनावरण किया। उन्होंने मांगलिक अनुष्ठान के साथ 2 हजार 200 करोड़ रूपये की लागत से बनने वाले अद्वैत-लोक का शिलान्यास किया ।     इस अवसर पर खण्डवा जिले की प्रभारी मंत्री एवं संस्कृति, पर्यटन, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री उषा ठाकुर, स्वामी अवधेशानंद जी गिरी महाराज, परमात्मानंद जी, स्वामी स्वरूपानंद जी, स्वामी तीर्थानंद जी महाराज सहित देश-भर से आए लगभग 5 हजार साधु-संत उपस्थित थे। ओंकारेश्वर में संतजनों के आगमन पर केरल की पारंपरिक पद्धति से अतिथियों का स्वागत किया गया। विभिन्न राज्यों से आये सांस्कृतिक नृत्य-दलों के कलाकारों ने शैव परंपरा के नृत्यों की प्रस्तुति देते हुए आध्यात्मधाम में सभी का स्वागत किया।     सनातन संस्कृति से ओत-प्रोत सांस्कृतिक नृत्यों ने कार्यक्रम स्थल को आध्यात्मिक भाव से सरोकार कर दिया। अद्वैत-लोक के मांगलिक अनुष्ठान के अवसर पर मान्धाता पर्वत पर उपस्थित जनों को आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वातावरण में अध्यात्म की दिव्य अनुभूति हुई। वैदिक यज्ञ में आहुति के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने यज्ञ के पंडितों को और वेद पाठ कर रहे वेद पाठियों का अभिवादन किया। इसके बाद मुख्यमंत्री चौहान ने प्रतिमा के समक्ष साष्टांग प्रणाम किया। उन्होंने कहा कि आदिगुरू शंकराचार्य की एकात्मता की प्रतिमा विश्व को शांति और एकता का संदेश देगी।     अनावरण के बाद मुख्यमंत्री चौहान ने उपस्थित साधु-संत, संन्यासियों और विद्वानों को भोजन के लिये आमंत्रित कर अन्नपूर्णा लेकर आये। मुख्यमंत्री चौहान ने पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ, पूज्य साधु-संत, संन्यासियों तथा विद्वानों को भोजन-प्रसादी स्वयं परोसी। पूज्य साधु-संतों ने मुख्यमंत्री चौहान को शॉल ओढ़ाकर एवं मिष्ठान खिलाकर आशीष दिया।     एकात्मता की मूर्ति - एकात्म धाम में स्थापित आचार्य शंकर की प्रतिमा का नाम एकात्मता की मूर्ति (स्टैच्यू ऑफ वननेस) है। - 108 फीट की अष्टधातु मूर्ति आचार्य शंकर के बाल रूप 12 वर्ष की आयु की है। - मूर्ति के आधार में 75 फीट का पैडेस्टल है। - यह मूर्ति पाषाण निर्मित 16 फीट के कमल पर स्थापित है। - मूर्तिकार श्री भगवान रामपुरे एवं चित्रकार वासुदेव कामत के मार्गदर्शन में मूर्ति का निर्माण किया गया है। - प्रतिमा में 88 प्रतिशत कॉपर, 4 प्रतिशत जिंक, 8 प्रतिशत टिन का उपयोग किया गया है। प्रतिमा 100 टन वजनी है। - कुल 290 पैनल से यह मूर्ति निर्मित की गई है। - समग्र अधोसंरचना के निर्माण में उच्च गुणवत्ता के 250 टन के स्टेनलेस स्टील का उपयोग किया गया है। - कंक्रीट के पैडस्टल की डिजाइन 500 वर्ष तक की समयावधि को ध्यान में रखकर की गई है।

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 MadhyaBharat  21 September 2023

khandwa, Speeding truck hit, 5 youths died

खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में सनावद मार्ग पर दौलतपुरा फाटे के पास गुरुवार-शुक्रवार की दरम्यानी रात्रि करीब दो बजे तेज रफ्तार ट्रक और कार के बीच जोरदार टक्कर हो गई। हादसे में कार सवार पांच युवकों की मौत हो गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज कर मामले की जांच शुरू की।       पुलिस के अनुसार, कसरावद तहसील के रहने वाले पांच युवक व्यवसायिक कार्य के सिलसिले में गुरुवार को पुनासा आए थे। रात में लौटते समय पुनासा चौकी अंतर्गत दौलतपुरा फाटे पर हादसा हो गया। उनकी कार (क्रमांक एमपी 09 डब्लूजी 0293) सामने से आ रहे डंपर से टकरा गई। हादसा इतना भीषण था कि कार बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। कार में फंसे शवों को निकालने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी।     खंडवा एसपी सत्येन्द्र कुमार शुक्ल ने बताया कि हादसे में कार सवार भारत (40) पुत्र चिंताराम निवासी काकरिया थाना कसरावद, अलकेश (36) पुत्र तुलसीराम निवासी दोंगांवा थाना कसरावद, मनीष (26) पुत्र ताराचंद वर्मा निवासी दोंगांवा थाना, पुखराज (36) पुत्र चरणदास नामदेव निवासी दोंगावा और आदित्य (23) पुत्र अमित शर्मा निवासी राम मंदिर चौक कसरावद की मौके पर ही मौत हो गई है।   पुलिस और ग्रामीणों की मदद से शवों को रात में पुनासा अस्पताल भेजा गया। एसपी ने बताया कि सभी मृतक खरगोन जिले के रहने वाले थे। शुक्रवार सुबह शवों का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पुनासा में पोस्टमार्टम किया गया और शव परिजनों को सौंप दिए गए। पुनासा पुलिस प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।

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 MadhyaBharat  18 August 2023

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खंडवा। अपने किसी परिचित युवक के साथ रेलवे ओवरब्रिज पर टहल रही युवती ने जब किसी परिजन महिला को आते देखा, तो वह ओवरब्रिज से नीचे कूद गई। युवती गंभीर अवस्था में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।     घायल युवती की परिजन महिला ने बताया कि वो लोग सनावद के पास एक गांव के रहने वाले हैं। बेटे का खंडवा के प्राइवेट हॉस्पिटल में ऑपरेशन हुआ है। इसी सिलसिले में खंडवा आए हुए हैं। जो युवती ओवरब्रिज से कूदी है, वह शनिवार रात से गायब थी। रविवार सुबह उनका एक रिश्तेदार ओवरब्रिज से गुजरा तो उसे युवती वहां टहलती दिखाई दी। जिसके बाद उसने युवती के परिजनों को सूचना दी। महिला जब ओवरब्रिज पर पहुंची, तो उसने युवक के साथ टहल रही युवती को पकड़ने का प्रयास किया। जिसके बाद युवती ओवरब्रिज से कूद गई। इधर, हादसे के बाद युवती के साथ टहल रहा युवक वहां से भाग गया। युवती को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।  

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 MadhyaBharat  16 July 2023

bhopal, Assets worth , Hemkunt Foundation

मध्य प्रदेश। मध्य प्रदेश स्थित हेमकुंट फाउंडेशन की पांच करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को कुर्क किया गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दो वर्ष पूर्व 2021 में कोविड फंड में मिली दान राशि में हेराफेरी और निजी उपयोग करने के आरोप में यह कार्रवाई की है। कुर्क की गई संपत्तियों में खंडवा जिले में स्थित कृषि भूमि और भवन शामिल हैं। ईडी ने यह जानकारी अपने ऑफिशियल सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से दी है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जानकारी देते हुए बताया कि उसने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में स्थित 'हेमकुंट फाउंडेशन' की 5.37 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति कुर्क की है, जिसमें कृषि भूमि और भवन शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि ये कार्रवाई धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) 2002 एक्ट के प्रावधानों के तहत की गई है। इसके तहत अनंतिम रूप से कुर्क की गई संपत्तियों में खंडवा जिले में स्थित कृषि भूमि और भवन शामिल हैं। ईडी की ओर से बताया गया कि कुर्क की गई संपत्ति की कीमत 5.37 करोड़ रुपये है। ये भी बताया गया कि यह मामले में संपत्ति की जब्त का नया आदेश है, क्योंकि एजेंसी ने पहले गुरुग्राम में 43 करोड़ रुपये की जमीन और फाउंडेशन की 17.32 करोड़ रुपये की एफडी जब्त की थी। बताया गया है कि हेमकुंट फाउंडेशन ने कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान कोरोना से पीड़ित लोगों को राहत देने के नाम पर बड़े कॉर्पोरेट्स और आम जनता से 77.10 करोड़ रुपये का दान एकत्र किया था। दान की अधिकांश राशि का उपयोग एफडी, गुरुग्राम में जमीन खरीदने और निर्माण गतिविधियों में किया गया।मामला दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एक प्राथमिकी से सामने आया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि फाउंडेशन ने महामारी की दूसरी लहर के चरम के दौरान कोविड राहत और ऑक्सीजन आपूर्ति के नाम पर व्यक्तियों और कॉरपोरेट्स से करोड़ों रुपये जुटाए, लेकिन दान राशि का गबन कर लिया गया और व्यक्तिगत लाभ के लिए उपयोग कर लिया गया। निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया कि ईडी ने पहले 43 करोड़ रुपये की उक्त भूमि को कुर्क किया था और जांच के दौरान 17.32 करोड़ रुपये की सावधि जमा को जब्त कर लिया था। अधिकारी ने कहा कि अब तक कुल कुर्की मूल्य 65.69 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। क्या है हेमकुंट फाउंडेशन बता दें कि हेमकुंट फाउंडेशन की वेबसाइट के मुताबिक यह नॉन प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन है। इसकी स्थापना 2010 में की गई थी। यह संस्था गरीबों, समाज में असमानता और बीमार लोगों के लिए मदद करती है। प्राकृतिक आपदा के समय हेल्थ केयर मदद, शिक्षा और कमजोर लोगों को आर्थिक मदद देने का काम करता है। हेमकुंट फाउंडेशन का मुख्यालय हरियाणा के गुड़गांव में है।

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 MadhyaBharat  12 May 2023

भाई-बहन के चरित्रशंका पर गांव वालों ने पीटा

खंडवा में एक भाई अपनी बहन से मिलने आया था। लेकिन गांव वालों ने उन पर चरित्र शंका में बुरी तरह पीटा दिया। दोनों गिड़गिड़ाते रहे कि वे भाई-बहन हैं। लेकिन लोग नहीं माने और पीटते रहे। जानकारी के मुताबिक ज्ञानलाल बामंदा गांव‎ अपनी बहन कलावती से मिलने गया था। बहन घर में अकेली थी। गांव के‎ कुछ लोगों ने सोचा कि नया शख्स महिला से मिलने आया‎ है। लोग जुटे और दोनों को घर से बाहर खींच लाए। चरित्र शंका को लेकर दोनों को पेड़‎ से बांधकर लकड़ी और कोड़ों से 1 घंटे तक पीटा। इसी दौरान‎ किसी ने पुलिस को सूचना दी और मौके पर पहुंची डायल 100 के जवानों‎ ने आरोपियों के चुंगल से छुड़वाकर‎ भाई-बहन को अस्पताल पहुंचाया।‎ज्ञानलाल ने पुलिस को बताया कि वह ड्राइवरी करता है। वह काफी समय से बहन कलावती से मिल नहीं पाया था और वह उस दिन फुर्सत में था तो मिलने चला गया। मैं अन्दर खटिया पर बैठा था और बहन घर का काम कर रही थी तभी इतने में आठ-दस लोग आए और मुझे पकड़ लिया। मेरे पीछे बहन को भी घर से बाहर किया। फिर पीटते-पीटते गांव के बाहर ले गए। नीम के पेड़ के पास ले जाकर रस्सी से बांध दिया। मुझे अर्धनग्न कर एक घंटे तक वो लोग पीटते रहे। पुलिस में शिकायत के बाद तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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 MadhyaBharat  8 April 2023

khandwa, Pickup vehicle ,tire burst

खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक सडक़ हादसा हो गया। यहां ओंकारेश्वर जा रहे श्रद्धालुओं से भरा एक पिकअप वाहन टायर फटने के बाद पलट गया। हादसे में वाहन सवार करीब 16 लोग घायल हुए हैं। घायलों में दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी श्रद्धालु आगर-मालवा जिले के बताए जा रहे हैं। सभी घायलों को इलाज के लिए सनावद अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वही कुछ को इंदौर रेफर किया गया है।     जानकारी अनुसार आगर मालवा जिले के श्रद्धालुओं का जत्था सलकनपुर देवी धाम से दर्शन करने के बाद ओंकारेश्वर की तरफ जा रहे थे। इस दौरान मंगलवार सुबह करीब आठ बजे खंडवा जिले में ओंकारेश्वर रोड पर थाना धनगांव के क्षेत्रांतर्गत ग्राम करौली के पास श्रद्धालुओं के पिकअप वाहन का टायर फट जाने से वह अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे के समस वाहन में करीब करीब 35 यात्री सवार थे। घटना में 16 लोग घायल हैं, वहीं 2 की हालत गंभीर है। सूचना के बाद मौके पर धनगांव थाना और करौली पुलिस चौकी से स्टाफ मौके पर पहुंचा। वहीं सनावद में भूतड़ी अमावस्या पर सुरक्षा इंतजाम में तैनात सभी एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई। एंबुलेंस से सभी घायलों को सनावद अस्पताल ले जाया गया। 10 घायलों को सनावद से इंदौर रेफर किया गया है। पिकअप वाहन को कोई क्षति नहीं हुई। दुघर्टनाग्रस्त पिकअप को करौली पुलिस चौकी पर खड़ा कराया है।   धनगांव थाना के एसआई गजेंद्र पंवार ने बताया कि कुल 16 घायल है, इनमें 2 की हालत अतिगंभीर है। 8 घायल ऐसे है, जिन्हें उचित इलाज दिया जाना जरूरी है। इस तरह डॉक्टरों ने 10 घायलों को इंदौर रेफर कर दिया है। बाकी 6 घायलों का इलाज सनावद अस्पताल में चल रहा है। सभी घायल अपनी धार्मिक यात्रा पर निकले हुए थे। थाना क्षेत्र के ग्राम करौली और बखरगांव के बीच हादसा हुआ है।

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 MadhyaBharat  21 March 2023

khandwa,Broken wire , Omkareshwar suspension bridge

खंडवा। खंडवा जिले विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग ओंकारेश्वर में महाशिवरात्रि से मात्र दो दिन पहले झूला पुल का सपोर्टिंग तार टूट गया है। फिलहाल कोई दुर्घटना ना हो और समय पर सुधार कार्य पूरा हो सके इसके चलते पुलिस ने यहां से आवागमन बंद कर दिया है। जानकारी के लिए बता दें कि महाशिवरात्रि पर देश विदेश से भगवान शिव के दर्शन करने लाखों श्रद्धालु ओंकारेश्वर पहुंचेंगे। लगातार तीन दिनों तक दर्शनों सिलसिला चलेगा, क्योंकि शिवरात्रि के दिन शनिवार है,र विवार और सोमवार को आमतौर भी यहां भीड़ जुटती है। ऐसे में समय रहते यह समस्या सामने आ गई। अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। इस झूला पुल का निर्माण एनएचडीसी द्वारा करवाया गया है, मेंटेनेंस के लिए टीम मौके पर पहुंच गई है। वहीं एनएचडीसी के सिविल महाप्रबंधक अशोक पाटीदार ने भी ब्रिज का निरीक्षण किया है। संभवतः सोमवार को भगवान शिव के दर्शनों के लिए हजारों भक्त ओंकारेश्वर आए थे,ऐसे में क्षमता से अधिक लोगो के झूला पुल से गुजरने से इस तरह की घटना हुई है। खंडवा एसपी विवेक सिंह,पुनासा एसडीएम चंदर सिंह सोलंकी व तमाम अधिकारी भी ओंकारेश्वर पहुँच गए है।

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 MadhyaBharat  15 February 2023

khandwa,Stone pelting , Mahaarti

खंडवा। शहर की दुबे कॉलोनी में रविवार रात 9 बजे एक मकान में हनुमान आरती होने पर पथराव हो गया। घटनास्थल पर पहुंचे सीएसपी समेत चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। पूरा विवाद मकान को लेकर है। मकान पर दावे को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए। मकान में भाजपा पार्षद राजेश यादव बर्थडे मना रहे थे। इसी बीच मकान खरीदने का दावा करने वाला दूसरे समुदाय का व्यक्ति अपने साथियों के साथ मौके पर पहुंच गया। भाजपा पार्षद और उनके गुट के लोगों का कहना है कि मकान में पुराना मंदिर है। दूसरे पक्ष का कहना है कि ये मकान तीन महीने पहले ही उसने खरीदा है।   दुबे कॉलोनी इलाके में मुंशी चौक पर एक‎ मकान है।‎ रविवार रात इस मकान में आरती की‎ आवाज सुन क्षेत्र में रहने वाला‎ असगर अपने दोस्तों के साथ मौके‎ पर पहुंचा। घर के अंदर 10-15‎ लोग आरती कर रहे थे। ये देख‎ असगर और उसके साथी भड़क‎ गए। दोनों पक्षों की ओर से‎ नारेबाजी हुई। लोगों की भीड़ लग‎ गई। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मियों‎ के सामने ही दोनों पक्षों में पथराव शुरू हो गया।‎ मामला नियंत्रण से बाहर होने पर‎ पथराव की सूचना पर पुलिस बल‎ ने अफसरों को सूचना दी। कुछ ही देर में‎ टीआई बलराम सिंह, अशोक‎ चौहान, शिवराम पाटीदार और अन्य‎ अधिकारी फोर्स के साथ मौके पर‎ पहुंचे। तब घर के अंदर आरती हो‎ रही थी। इस पर दूसरे पक्ष के लोगों‎ ने आपत्ति ली। दोनों पक्षों के लोगों‎ ने एक-दूसरे पर पत्थर मारने का‎ आरोप लगाया है। मौके पर‎ कलेक्टर, एसपी सहित पुलिस बल‎ पहुंचा और भीड़ को हटाकर स्थिति‎ को नियंत्रित किया।   मूर्ति को थाने भिजवाया जब दोनों पक्षों के लोग सड़क पर बढ़ने लगे तो पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए गाड़ी पर लगे माइक से ही धारा 144 की लगी होने की सूचना देकर सभी को घर में रहने की हिदायत दी। भीड़ कम होने के बाद अफसरों ने असगर से मकान को खरीदने की रजिस्ट्री और दूसरे दस्तावेज मंगवाए। कलेक्टर अनूप कुमार सिंह, एसपी विवेक सिंह, एएसपी सीमा अलावा, एसडीएम अरविन्द सिंह, सीएसपी पूनमचंद्र यादव समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस फोर्स के बीच हनुमानजी की मूर्ति को हटवाकर थाने पहुंचाया। फिर, मकान को बंद करवाया। रोड और आसपास जमा पत्थर को निगम की गाड़ी बुलवाकर हटवाया। पुलिस ने इस मामले में भाजपा पार्षद समेत दोनों पक्षों के कई लोगों पर प्रकरण दर्ज किए हैं। एसपी विवेक सिंह का कहना है कि एक प्रॉपर्टी पर धार्मिक अनुष्ठान किया जा रहा था। इसके बाद वहां दोनों पक्षों के लोग इकट्ठा हो गए। दोनों ओर से पथराव किया गया। उन्हें कंट्रोल करने में सीएसपी, टीआई, एएसआई और आरक्षक को चोट आई है। जो लोग जान जानबूझकर ऐसे कृत्य कर रहे हैं, उन पर भी कार्रवाई की जाएगी।

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 MadhyaBharat  13 February 2023

 हत्यारों ने पुलिस से बचने के लिए 2 मंजिल से छलांग लगा दी

आये दिन हत्या और चोरी के मामले सामने आते रहते हैं,दिल्ली में हत्या कर मध्यप्रदेश में फरारी काट रहा आरोपी पुलिस से बचकर भागने की कोशिश में दो मंजिला इमारत से कूद गया। पत्थर पर गिरने से उसका सिर फूट गया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने उसके दो अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया है।पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी खंडवा जिले के ओंकारेश्वर में छिपे हुए थे। यहां वे एक होटल में ठहरे हुए थे। गुरुवार शाम तीनों जिम में एक्सरसाइज करने पहुंचे, तभी दिल्ली पुलिस ने लोकल मांधाता पुलिस के साथ रेड की। आरोपियों में एक नाबालिग है। जब ओंकारेश्वर में इन आरोपियों की धरपकड़ चल रही थी, तो स्थानीय लोगों ने दिल्ली पुलिस के साथ मारपीट कर डाली। उन्हें लगा कि वे बदमाश हैं और किसी सज्जन को पकड़कर वारदात कर रहे हैं। गलतफहमी के चक्कर में एक पुलिसकर्मी को लोगों ने पीट दिया।दिल्ली पुलिस की टीम मांधाता थाने के टीआई बलजीत सिंह के साथ पुराने पुल के पास ओंकारेश्वर मंदिर की तरफ पहुंची। दिल्ली में हत्या कर भागे आरोपी शाहदरा (दिल्ली) निवासी मोहित ठाकुर, अभिषेक ढकोलिया और 15 वर्षीय नाबालिग लड़के की लोकेशन ओंकारेश्वर में मिली थी। खुफिया पुलिस से सूचना मिली थी कि तीनों ओंकारेश्वर में पिछले एक सप्ताह से छिपे हैं।पुलिस टीम सूचना पर पुराने पुल और मंदिर के आसपास की होटल में छानबीन कर रही थी, तभी आरोपी अभिषेक पुल के पास अग्रवाल की जिम से निकलते हुए दिखाई दिया। पुलिस ने घेराबंदी कर अभिषेक को दबोच लिया। जिम की दूसरी मंजिल पर खड़े मोहित और एक अन्य नाबालिग आरोपी ने पुलिस को देखा, तो वे भागने लगे। मोहित को लगा कि वह नीचे सीढ़ियों से निकलेगा तो पुलिस पकड़ लेगी, इसलिए उसने दूसरी मंजिल से ही छलांग लगा दी।  

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 MadhyaBharat  10 February 2023

 प्रोफेसर सस्पेंड

  महिलाओं के खिलाफ बदसलूकी के मामले बढ़ते ही जा रहे है ,खंडवा के गर्ल्स कॉलेज के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राकेश परमार को उच्च शिक्षा विभाग ने सस्पेंड कर दिया है। बीते दो माह से उन पर विभागीय जांच चल रही थी। इस दौरान वे इंदौर स्थित उच्च शिक्षा विभाग के संभागीय कार्यालय पर अटैच थे। जांच में बताते हैं कि डॉ. परमार अपने मतलब के लिए छात्राओं को भड़काते थे। महिला प्रोफेसरों से भी वे असंसदीय भाषा में बात करते थे। सोशल मीडिया में भ्रामक जानकारी देकर कॉलेज की छवि धूमिल कर रहे थे। कॉलेज प्रबंधन ने कार्रवाई की मांग की थी।उच्च शिक्षा विभाग के अवर सचिव ने वीरन सिंह भलावी द्वारा सोमवार को इंदौर के एडी ऑफिस में अटैच असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. राकेश परमार का निलंबन पत्र जारी किया है। डॉ. परमार पर आरोप है कि, वे छात्राओं को भड़काने व उकसाने का काम करते थे। कॉलेज में महिला प्रोफेसरों के विरुद्ध असंसदीय भाषा का प्रयोग करते थे। सोशल मीडिया व समाचार पत्रों को भ्रामक जानकारी देकर कॉलेज की छवि खराब करते थे। इन आरोपों को उच्च शिक्षा विभाग ने सही पाया और उसके बाद तत्काल प्रभाव से उन्हें सस्पेंड करते हुए अलीराजपुर के शासकीय पीजी महाविद्यालय में अटैच किया गया है। कॉलेज प्रबंधन ने उच्च शिक्षा विभाग को 3 दिसंबर 2022 और 4 जनवरी 2023 को पत्र के माध्यम से डॉ. परमार के खिलाफ शिकायत की थी।इंदौर के एडी ऑफिस में अटैच होने के बाद निलंबित हुए प्रोफेसर डॉ. राकेश परमार का कहना है कि, यह सब गलत हो रहा है। अपने को बचाने के लिए भ्रष्टाचारी और अनैतिक आचरण में लिप्त व्यक्ति जो भी कर सकता है वह तो करेगा ही। इन बातों से मैं डरने वाला भी नहीं। यह तो होना ही था बस थोड़ी देर हो गई।

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 MadhyaBharat  1 February 2023

khandwa, Fierce collision, two buses, 40 passengers injured

खंडवा। जिले के हरसूद थाना क्षेत्र अंतर्गत खंडवा-हरदा स्टेट हाईवे पर ग्राम रजूर के पास गुरुवार सुबह दो बसों के बीच सीधी टक्कर हो गई। हादसे के बाद दोनों बसें पलट गईं। इस हादसे में 40 से ज्यादा यात्रियों के घायल होने की सूचना है। घायलों में 10 की हालत गंभीर बताई जा रही है। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थानीय लोगों की मदद से घायलों को अस्पताल पहुंचाया। दोनों बसों में 70 से ज्यादा यात्री थे।     हरसूद एसडीओपी रविंद्र वास्कले ने बताया कि जम्बशक्ति ट्रेवल्स की बस रेहटगांव से खंडवा आ रही थी, जबकि फौजदार ट्रेवल्स की बस खंडवा से होशंगाबाद जा रही थी। गुरुवार को सुबह करीब 10.45 बजे ग्राम रजूर के बाहर आशापुर की तरफ दोनों बसों के बीच आमने-सामने से भिंड़त हुई है। जानकारी मिलते ही हरसूद और आशापुर थाने से पुलिस मौके पर पहुंच गई और घायलों को ग्रामीणों की मदद से रेस्क्यू कर 108 एंबुलेंस से खंडवा भेजा गया है। हादसे में 40 से ज्यादा यात्री घायल हो गए हैं, जिनमें 10 की हालत गंभीर बताई जा रही है।     प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जम्बशक्ति ट्रेवल्स की बस डंपर को ओवरटेक कर रही थी, तभी सामने से फौजदार ट्रेवल्स की बस सामने आ गई। इससे फोजदार ट्रेवल्स बस का ड्राइवर कंट्रोल खो बैठा और बस पलट गई। इससे टकराकर जम्बशक्ति बस भी पलट गई। हादसे में घायलों को खंडवा के जिला अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां एक साथ इतने मरीजों के पहुंचने से आपाधापी की स्थिति बन गई है। प्रशासन द्वारा दुर्घटना की सूचना के बाद ही अस्पताल में आवश्यक इंतजाम कर लिए गए हैं। एसडीएम अरविंद चौहान सहित जिला अस्पताल के सभी चिकित्सक यहां व्यवस्थाओं में जुटे हैं।     किसी की मौत की जानकारी नहीं एसडीओपी वास्कले ने बताया कि दोनों बसों में 70 से ज्यादा यात्री सवार थे, इनमें विद्यार्थी भी शामिल हैं। अभी तक किसी की मौतों की पुष्टि नहीं हुई है।

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 MadhyaBharat  19 January 2023

khandwa,ISIS-linked terrorist ,arrested , MP

खंड़वा। पश्चिम बंगाल की स्पेशल टास्क फोर्स ने मध्य प्रदेश के खंडवा से आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड द लेवेंट या इस्लामिक स्टेट ऑफ़ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) से जुड़े एक युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस उसे अपने साथ कोलकाता लेकर रवाना हो गई है।     खंडवा के पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने मंगलवार को बताया कि कुछ दिनों पहले एसटीएफ ने कोलकाता से दो संदिग्ध लोगों को पकड़ा था। उनसे पूछताछ में खंडवा के अब्दुल रकीब कुरैशी (33 वर्ष) पुत्र अब्दुल वकील के आईएसआईएस से जुड़े होने के सबूत हाथ लगे थे। इसके बाद पश्चिम बंगाल की स्पेशल टास्क फोर्स सोमवार देर शाम को खंडवा पहुंची और यहां शहर कोतवाली थाना क्षेत्र के गंज बाजार सोला खोलो क्षेत्र से संदिग्ध आतंकी अब्दुल रकीब को गिरफ्तार किया। उसके पास से पुलिस ने एक मोबाइल फोन, एक पेन ड्राइव और अन्य आपत्तिजनक लेखों को जब्त किया है। पश्चिम बंगाल पुलिस उसे अपने साथ कोलकाता ले गई है।

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 MadhyaBharat  10 January 2023

मोरटक्का पुल पर आवागमन शुरू

  मगर भारी वाहनों जाने की अनुमति नहीं    खंडवा में नर्मदा बारिश के पानी नीचे उतरने के बाद क्षतिग्रस्त नजर आए नर्मदा नदी पर बने मोरटक्का पुल से वाहनों का आन जाना शुरू हो गया है, करीबन 5 दिन बाद यह रास्ता शुरू हुआ है,ध्याना देने की बात है  पिछले दिनों भारी बारिश के बाद पुल के ऊपर तक नदी का जलस्तर बढ़ गया था जिसके बाद पानी उतरा तो लोगों ने पुल के एक पिलर में दरार देखी, दरार नजर आते ही प्रशासन ने तुरंत पुल पर से वाहनों की आवाजाही बंद कर दी थी फिलहाल रविवार से आवागमन शुरू हो हुआ है । हालांकि अभी भारी और बड़े वाहनों को निकलने की अनुमति नहीं है।  एनएचएआई के आदेश पर सुबह पुल पर से आवागमन शुरू किया गया है। फिलहाल पुल पर से केवल हल्के वाहन एवं बाइक ही निकालने की अनुमति है जबकि बसों को एकदम से निकाला जा रहा है। इसी तरह भारी वाहन ट्रक आदि पहले की तरह डायवर्टेड कर दिया जा रहा हैं  एनएचएआई के आदेश तक या व्यवस्था इसी तरह से सुचारू रूप से आगे बढ़ेगी  । लोगो ने कहा कि पुल के पिलर में नजर आई दरार पुरानी है लेकिन एहतियात के तौर पर प्रशासन और एनएचआई ने इस पर भरी वाहनों का आना जाना रोक दिया था। वही अतिवृष्टि और नर्मदा के जल स्तर में वृद्धि के चलते मोरटक्का पुल से आवागमन 23 अगस्त शाम 4:00 बजे बंद कर दिया गया था। वही अभी जांच रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है।  

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 MadhyaBharat  28 August 2022

तीन बहनों ने फंदा लगाकार की आत्महत्या

  पुलिस कर रही है पूरे मामले की जांच  मध्यप्रदेश के खंडवा में  तीन बालिग बहनों ने पेड़ पर फंदा लगाकर फांसी लगा ली। मामला खंडवा के ग्राम भानगढ़ के निकट कोटा घाट का है। आदिवासी फल्या में रहने वाली थी तीनो बहने।  घटना मंगलवार रात 11 बजे के बाद की बताई जा रही है। सूचना मिलने पर पुलिस  घटनास्थल पर पहुंची। परिवार वालों ने  इनके खुदकुशी करने की कोई वजह नहीं बताई है । इनमें दो बहने खंडवा एसएन कालेज की छात्रा थीं। इनके नाम सोनू उम्र 22 वर्ष, सावित्री उम्र 21 वर्ष और ललिता उम्र 19 वर्ष पुत्री जामसिंह बताए गए हैं। इनके पिता का पहले ही निधन हो चुका था। जावर थाना प्रभारी शिव राम जाट ने बताया कि मामला पारिवारिक औऱ आपसी संबंधों का हो सकता है। जान देने वाली तीन बहनों में एक का विवाहित थी, वह 2 दिन पहले ही मायके आई थी। फिलहाल पुलिस ने तीनों शवों को मर्ग कायम कर लिया है।  शवों को जिला अस्पताल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। घटनास्थल पर फिलहाल कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है।   

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 MadhyaBharat  27 July 2022

नर्मदा इंदिरा सागर बांध के 12 गेट खुले

  डाउन स्ट्रीम में नर्मदा का जल स्तर बढ़ा    मध्यप्रदेश में भारी बारिश का दौर  जारी है। खंडवा में भी भारी बारिश हो रही है।  जिससे नदी नाले उफान पर हैं।  वहीं खंडवा जिले में नर्मदा इंदिरा सागर बांध  का जलस्तर 257.60 मीटर पहुंचने से सुबह करीब 9:30 बजे बांध के 12 गेट खोल दिए गए हैं। आधा आधा मीटर की ऊंचाई तक खोले गए गेट से नर्मदा में प्रति सेकंड 2004 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। इससे बांध के डाउन स्ट्रीम में नर्मदा का जल स्तर बढ़ गया है। यहां से पानी ओंकारेश्वर बांध के जलाशय में पहुंचने से वहां से छोड़े जा रहे पानी की मात्रा भी बढ़ा दी गई है। ओंकारेश्वर बांध प्रबंधन के डीजीएम केएस पांडे ने बताया कि बर्षा के रूख को देखते हुए एतिहात बतौर गेट खोले गए हैं। डाउनस्ट्रीम के सभी जिला प्रशासन को इसकी सूचना दे दी गई है। लोगों और नाविकों को नर्मदा और बांध क्षेत्र से दूर रहने की ताकीद दी गई है।ही ओंकारेश्वर में नगर परिषद की ओर से लाउडस्पीकर पर लगातार लोगों को नर्मदा नदी के नजदीक नहीं जाने की चेतावनी दी जा रही है। 2022 में  पहली बार ओंकारेश्वर और इंदिरा सागर बांध के गेट खुले है। पिछली बार बारिश कम होने से इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट एक बार भी नहीं खुले थे।   

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 MadhyaBharat  24 July 2022

भगंवतराव मंडलोई में रैगिंग का मामला सामने आया

  छात्र ने जान देने की कोशिश की , छात्रों का हंगामा  कृषि महाविद्यालय  भगंवतराव मंडलोई में रैगिंग का मामला सामने आया है। बीएससी प्रथम वर्ष के छात्र हरिओम पाटीदार ने सिनियर छात्रों पर रैगिंग का आरोप लगाते हुए कीटनाशक पीने  से हंगाम मच गया। उसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। घटना के विरोध में हिंदू स्टूडेंट आर्मी के कार्यकर्ताओं ने कालेज पहुंचकर जमकर हंगामा किया । उन्होंने कालेज में रैगिंग के नाम पर छात्रों को परेशान करने वाले सिनियर और जिम्मेदार प्रोफेसर पर कार्रवाई की मांग की है। हिंदू स्टूडेंट आर्मी के माधव झा ने बताया महाविद्यालय प्रबंधन को छात्र ने पूर्व में शिकायत भी की थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसलिए उसे जान देने की कोशिश जैसा कदम उठाना पड़ा। मामले को लेकर चेतावनी भी दी गई है ,छात्रों ने उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।  छात्रों की मांग है की जल्द दोषियों पर कार्रवाई की जाय। 

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 MadhyaBharat  8 July 2022

खंडवा में पुलिस हिरासत में वृद्ध की मौत

चोरी के मामले में पुलिस ने किया था गिरफ्तार  चोरी  के मामले में बंद आरोपित की पुलिस हिरासत में  मौत से हंगामा हो गया।  बाइक चोरी के मामले में कोतवाली पुलिस द्वारा हिरासत में लिए गए 60 वर्षीय वृद्ध की मौत हो गई। पुलिस ने वृद्ध को कुछ 2 दिन पहले हिरासत में लिया था। घटना की जानकारी लगने पर पुलिस अधीक्षक कोतवाली थाने पहुंचे। कोतवाली पुलिस की हिरासत में भगवान पुत्र राम सिंह निवासी इनपुट पुनर्वास की मौत हुई है। बताया जाता है कि कोतवाली पुलिस ने उसे बाइक चोरी के मामले में गिरफ्तार किया था। जेल परिसर, रेलवे स्टेशन, जिला न्यायालय परिसर और अन्य स्थानों से चुराई हुई बाइक जब तक की थी। इस मामले में पुलिस संभवतः आज खुलासा करने वाली थी। लेकिन सुबह अचानक उसकी तबीयत खराब हो गई बताया जाता है कि उसे उल्टी हुई थी जिसके बाद पुलिसकर्मी उसे अस्पताल लेकर पहुंची। 

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 MadhyaBharat  22 June 2022

khandwa, Four girl students ,drowning , taking bath, canal

खंडवा। जिले के नर्मदानगर थाना क्षेत्र अंतर्गत बुधवार सुबह ओंकारेश्वर बांध की नहर में नहाते समय चार बालिकाओं की डूबने से मौत हो गई। यह बालिकाएं ग्राम कोठी में स्थित साध्वी ऋतंभरा के आश्रम में रहने वाली थीं। पुलिस ने गोताखोरों की मदद से चारों के शव बरामद कर लिए हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस हादसे पर दुख व्यक्त किया है। नर्मदानगर थाना पुलिस के अनुसार ओंकारेश्वर के निकट ग्राम कोठी में साध्वी ऋतंभरा का पिताम्बरेश्वर आश्रम है। आश्रम के निकट से ओंकारेश्वर बांध की नहर बहती है। नहर किनारे घाट बना हुआ है, जहां बुधवार सुबह करीब साढ़े छह बजे आठ - दस बालिकाएं नहाने गई थीं। बालिकाएं घाट पर रैलिंग से बंधी सांकल पकड़कर नहा रही थीं। इसी दौरान एक बालिका के हाथ से सांकल छूट गई और वह नहर के तेज बहाव में बहने लगी। उसे नहर में डूबता देखकर दूसरी बालिका नहर में कूदी पड़ी तो वह भी डूबने लगी। इनकी मदद के लिए अन्य चार बालिकाएं भी नहर में कूद गई और गहरे पानी में डूब गईं। घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण और आश्रम के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और उनकी तलाश में जुट गए। इसके बाद मान्धाता और मोरटक्का चौकी से पुलिस अधिकारी भी गोताखोर के साथ मौके पर पहुंच गए। ग्रामीण और गोताखोर की मदद से एक घंटे के रेस्क्यू आपरेशन में दो बालिकाओं की सही सलामत नहर से निकाल गया, लेकिन शेष चार बालिकाओं की नहीं बचाया जा सका। नहर में डूबने से चारों की मौत हो गई। पुलिस ने चारों बालिकाओं के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। नर्मदानगर एसडीओपी राकेश पेन्द्रों ने बताया कि बुधवार सुबह ओंकारेश्वर बांध की नहर में नहाते समय चार बालिकाओं की डूबने से मौत हुई है। मृतक बालिकाओं की पहचान 12 वर्षीय वैशाली पुत्र नवल निवासी ग्राम बड़िया, भीकनगांव, 11 वर्षीय कंचन (अंजना) पुत्री रमेश निवासी ग्राम सोमवाडा, भीकनगांव, 12 वर्षीय प्रतीक्षा पुत्री छनिया निवासी ग्राम दाभड़, सनावद और 10 वर्षीय दिव्यांशी पुत्री चेतक निवासी ग्राम इंद्रपुर रहतिया, बड़वानी के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि चारों के शवों को ओंकारेश्वर अस्पताल भेजा गया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से इस हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि खंडवा में ओंकारेश्वर के पास नहर में बच्चियों के डूबने की खबर पीड़ादायक है। मन व्यथित है, हृदय द्रवित है। दिवंगत आत्माओं को ईश्वर श्रीचरणों में स्थान दे। शोकाकुल परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं हैं।

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 MadhyaBharat  20 April 2022

 KISHOR KUMAR

किशोर दा को भावभीनी श्रद्धांजलि    मशहूर गायक और अभिनेता किशोर कुमार के जन्मदिवस पर खंडवा में  उनकी समाधि पर दूध-जलेबी का भोग लगाया गया और उन्हें सुरमई श्रद्धांजलि अर्पित की गई      दूध जलेबी का भोग लगा कर मशहूर गायक और अभिनेता किशोर कुमार के जन्मदिवस पर  उनको याद किया गया   उनकी समाधि को फूलों से सजाया गया   इसके बाद प्रशंसकों ने उन्हें गीतों के जरिए स्वरांजलि दी  प्रसिद्ध गायक विनोद राठौड़ समाधिस्थल पर किशोरदा को श्रद्धांजलि देने भी पहुंचे   किशोर कुमार का जन्म खंडवा में हुआ था और यहीं से उन्होंने अपने जीवन की शुरुवात की   रंगमंच हो या गायकी  हर जगह उन्होंने अलग छाप छोड़ी  भारतीय सिनेमा किशोर कुमार के योगदान को कभी भूल नहीं पायेगा   

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 MadhyaBharat  4 August 2019

khandava

मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना का लाभ अब उन विद्यार्थियों को भी मिलेगा, जिन्होंने सीबीएसई सिलेबस के तहत बारहवीं में 80 प्रतिशत अंक हासिल किए हैं। खंडवा में  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यह घोषणा करते हुए कहा कि पूर्व में 85 प्रतिशत की सीमा को घटाकर 80 प्रतिशत कर दिया जाएगा। श्री चौहान ने खंडवा में 500 बिस्तर के अत्याधुनिक अस्पताल खोलने की भी घोषणा की। श्री चौहान ने खंडवा में 200 करोड़ रुपए लागत के मेडिकल कॉलेज भवन का लोकार्पण करते हुए कॉलेज में बीएससी नर्सिंग कॉलेज खोलने की घोषणा की। 10 वर्षो में 2500 मेडिकल सीट बढ़ी खण्डवा में प्रदेश का दसवां मेडिकल कॉलेज आज से प्रारंभ हो गया है। वर्ष 1946 में प्रदेश में पहला मेडिकल कॉलेज ग्वालियर में खुला। वर्ष 1963 तक कुल 5 मेडिकल कॉलेज बड़े शहरों में खोले गये। इसके बाद 45 वर्षों के लंबे अंतराल में कोई भी मेडिकल कॉलेज प्रदेश में नहीं खुला। वर्ष 2009 में सागर में छठवाँ मेडिकल कॉलेज खुला और अब वर्ष 2018 में एक वर्ष में ही 4 नये मेडिकल कॉलेज खण्डवा, विदिशा, दतिया और रतलाम में खोले जा रहे हैं। मुख्यमंत्री की जन-स्वास्थ्य के प्रति संवेदना एवं प्रबल संकल्प शक्ति के फलस्वरूप तीन और मेडिकल कॉलेज वर्ष 2019 में सिवनी, छतरपुर तथ सतना में खोलने की स्वीकृति प्रदान की गई हैं। वर्ष 1946 से 1963 तक एमबीबीएस की मात्र 600 सीटें होती थीं, जो विगत 10 वर्ष में ही बढ़कर 4 गुना से भी अधिक अर्थात् 2500 सीटें हो जायेगी। यही नहीं, इस वर्ष 2018 में एक ही कैलेण्डर वर्ष में 4 नये मेडिकल कॉलेज एक साथ खुलना मध्यप्रदेश के इतिहास में एक स्वर्णिय अध्याय हैं। अब प्रदेश में प्रतिवर्ष 2500 डाक्टर तैयार होंगे। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में वर्ष 1964 के बाद से कोई मेडिकल कॉलेज नहीं खोला गया था। सरकार ने आधारभूत संरचना उपलब्ध करवाते हुए नवीन मेडिकल कॉलेज खोले। इससे प्रदेश में डॉक्टरों की कमी दूर होगी। उन्होंने खंडवा मेडिकल कॉलेज के शुभारंभ पर निमाड़वासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह मेडिकल कालेज इस सत्र से प्रारंभ हो गया है। मुख्यमंत्री ने छात्र सौरभ पटेल और छात्रा प्रीति मिश्रा को मौके पर ही मेधावी विद्यार्थी प्रोत्साहन योजना से लाभांवित किया। उन्होंने मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण के लिए स्वीकृत 200 करोड़ के अतिरिक्त विभिन्न उपकरणों और आवश्यक सामग्री के लिए 300 करोड़ देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने मेडिकल के सभी नव-प्रवेशित विद्यार्थियों को अपनी ओर से हनुमंतिया टूर करवाने के निर्देश स्थानीय प्रशासन को दिए। कार्यक्रम में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह, विधायक श्री देवेंद्र वर्मा और सांसद श्री नंदकुमार सिंह चौहान ने भी विचार व्यक्त किये। इस मौके पर राज्य सभा सांसद श्री प्रभात झा, विधायक श्रीमती योगिता बोरकर और आयुक्त चिकित्सा शिक्षा श्री शिवशेखर शुक्ला उपस्थित थे।  

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 MadhyaBharat  7 September 2018

 नंदकुमार का फैसला पार्टी करेगी

  बदलाव की चर्चा के बीच मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि उनके बारे में फैसला पार्टी करेगी। चौहान ने कहा कि उनके जीवन का फैसला वे खुद नहीं करते हैं, बल्कि पार्टी करती है, इसलिए संगठन जो फैसला करेगा, वे उसका पालन करेंगे। चौहान से पूछा गया था कि पार्टी प्रदेशाध्यक्ष के बदलाव की लंबे समय से चर्चा चल रही है, क्या ये सही है। मीडिया के साथ बातचीत में चौहान ने बाबाओं को उपकृत किए जाने के सवाल पर कहा कि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। कांग्रेस के कार्यकाल में भी बाबाओं को मंत्री दर्जा देकर उपकृत किया जाता रहा है। उन्होंने कहा कि इन बाबाओं ने ही नर्मदा में पौधेे लगाने के दावे पर आरोप लगाए थे, इसलिए सरकार ने उन्हें ही जिम्मेदारी दे दी कि आप ही जांच करो और आप ही नर्मदा का संरक्षण करो। देवास सांसद मनोहर ऊंटवाल द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के बारे में दिए गए आपत्तिजनक बयान पर चौहान ने कहा कि इस बारे में सांसद से बात की है। ऊंटवाल ने अपनी सफाई में कहा कि उनका आशय ये था कि दिग्विजय सिंह जादूगर टाइप के आदमी हैं। चुनाव से पहले वो कोई भी चौंकाने वाला फार्मूला ला सकते हैं। इसे उन्होंने आइटम कहा था। प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान दिनभर भोपाल में तो रहे, लेकिन पार्टी कार्यालय नहीं गए। उन्होंने आंबेडकर जयंती के उपलक्ष्य में बोर्ड आफिस में प्रतिमा पर माल्यार्पण किया, फिर अपने बंगले चले गए।

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 MadhyaBharat  16 April 2018

 मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

मुख्यमंत्री द्वारा छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना का शिलान्यास और समूह नल-जल योजना का लोकार्पण  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि किसानों के लिये बजट में 20 हजार करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। यह राशि किसानों के बैंक खातों में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत पहुँचाई जायेगी। मुख्यमंत्री ने यह जानकारी सीहोर जिले की नसरुल्लागंज तहसील के गोपालपुर में 516 करोड़ 11 लाख की लागत की छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना के शिलान्यास और किसान सम्मेलन में दी। श्री चौहान ने 21 करोड़ 69 लाख की लागत की समूह नल-जल योजना तथा 2 करोड़ की लागत के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के भवन का भी लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि किसानों की खेती से आय बढ़ाने के लिये ही प्रदेश में सिंचाई का रकबा बढ़ाया जा रहा है। जहाँ नहरों के माध्यम से सिंचाई संभव नहीं है, वहाँ उद्वहन सिंचाई योजनाएँ बनाकर किसानों के खेतों तक पानी पहुँचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसान की मेहनत का सम्मान करती है। इसलिये किसानों के हित संरक्षण के लिये हरसंभव प्रयास किये जा रहे हैं। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में यह पहला मौका है, जब राज्य सरकार ने किसानों को पिछले वर्ष बेची गई गेहूँ की फसल के लिये 200 रुपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया। आगामी 16 अप्रैल को शाजापुर में राज्य-स्तरीय समारोह में 10 लाख किसानों के खातों में 16 करोड़ की राशि जमा करवाई जायेगी। इसी दिन हर जिला मुख्यालय पर किसानों के खातों में प्रोत्साहन राशि जमा कराने का कार्य किया जायेगा। उन्होंने बताया कि इस बार भी किसानों को मण्डियों में गेहूँ बेचने पर 265 रुपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। श्री चौहान ने कहा कि चना, मसूर और सरसों की समर्थन मूल्य पर खरीदी पर भी किसान को समर्थन मूल्य के अलावा 100 रुपये प्रति क्विंटल प्रोत्साहन राशि दी जायेगी। उन्होंने कहा कि मण्डी के बाहर गेहूँ और चने की बिक्री करने वाले किसानों को भी भावांतर योजना का लाभ दिया जायेगा। श्री चौहान ने बताया कि ऋण समाधान योजना में किसानों के कुल ऋण पर ब्याज और चक्रवृद्धि ब्याज का भुगतान राज्य सरकार करेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री असंगठित श्रमिक कल्याण योजना में अभी तक पौने दो करोड़ से अधिक श्रमिकों ने पंजीयन करवाया है। पंजीकृत श्रमिकों को विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ, घर बनाने के लिये जमीन का पट्टा और आर्थिक सहायता तथा 200 रुपये मासिक फ्लेट रेट पर बिजली भी उपलब्ध करवायी जायेगी। छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना छीपानेर माइक्रो उद्वहन सिंचाई योजना से सीहोर जिले की नसरुल्लागंज तहसील और देवास जिले की खातेगाँव तहसील में 35 हजार 62 हेक्टेयर कृषि भूमि में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी। योजना के निर्माण के लिये 516 करोड़ 11 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है। योजना के अंतर्गत नर्मदा नदी के तट पर 5 विभिन्न स्थान पर कुल 12.64 क्यूमेक्स जल का उद्वहन किया जायेगा। ग्राम चीचली, करोंदमाफी, पीपलनेरिया, छीपानेर तथा चौरसाखेड़ी के पास पम्पिंग स्टेशन बनाये जायेंगे। पम्पिंग स्टेशन से 6 राइजिंगमेन द्वारा नर्मदा जल खेतों तक पहुँचेगा। योजना की विशेषता यह है कि जल वितरण प्रणाली पाईप आधारित होगी। पाईप से जल प्रत्येक ढाई हेक्टेयर चक तक किसान को 20 मीटर दबाव पर उपलब्ध होगा। दाबयुक्त जल से किसान ड्रिप अथवा स्प्रिंकलर से सिंचाई कर सकेंगे। इस पद्धति से सिंचाई पर किसान को खेत समतल करने की आवश्यकता नहीं होगी। कम पानी से अधिक और उपयोगी सिंचाई का लाभ मिलेगा। यह योजना प्रधानमंत्री के 'पर ड्राप मोर क्राप'' अर्थात पानी की बूँद-बूँद का उपयोग कर न्यूनतम जल से अधिकतम सिंचाई करने पर आधारित है। जल वितरण प्रणाली पाईप आधारित होने से भूमि का स्थाई अर्जन नहीं होगा। पम्प हाउस के लिये केवल लगभग छ: हेक्टेयर भूमि के स्थाई अर्जन की आवश्यकता होगी।  

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 MadhyaBharat  13 April 2018

kisan hadtal

किसान हड़ताल का असर ,दूध-सब्जी की सप्लाई रुकी  मध्यप्रदेश में किसानों की हड़ताल के तीसरे दिन शनिवार को एक बार फिर आम लोगों को दूध और सब्जी की किल्लत का सामना करना पड़ा। कई इलाकों में पुलिस की सुरक्षा में दूध और सब्जी की दुकानें खुलीं, लेकिन इन्हें बहुत ज्यादा कीमत पर बेचा गया। उधर कई जगह आंदोलन कर रहे किसानों ने दूध और सब्जी की सप्लाई रोकने के लिए निजी वाहनों और बसों में भी चेकिंग शुरू कर दी है। भारतीय किसान संघ भी अब इस हड़ताल में शामिल होगा। किसान के आंदोलन पर सरकार हरकत में आ गई है। शनिवार दोपहर मुख्य सचिव बसंत प्रताप सिंह ने इंदौर, उज्जैन और भोपाल संभाग के अधिकारियों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए चर्चा की। इस दौरान तीनों संभागों के आईजी, कलेक्टर, एसपी और दुग्ध संघ के अधिकारी भी उपस्थित थे। देवास के पास कन्नौद में खेत से 2 लीटर दूध लेकर घर आ रहे किसान को आंदोलनकारियों ने सुबह 8.15 बजे सरकारी अस्पताल के सामने रोक लिया, उन्होंने पहले दूध बहाया इसके बाद किसान के साथ मारपीट की। मामले में रिपोर्ट लिखाई गई। राजोदा में कैलोद चौराहे पर निजी वाहनों को रोक कर किसानों ने चेकिंग की, सुबह से खुली दूध डेयरियां भी बंद करवा दी गईं। खंडवा में बसों की चेकिंग में मिली सब्जी किसानों ने सड़क पर फेंकी। महाराष्ट्र से आया दूध का वाहन भी रोका, जिसके बाद ड्राइवर वाहन को थाने ले गया। वहां पुलिस के संरक्षण में दूध ज्यादा कीमत में बिका। शाजापुर में सांची दूध की सप्लाई होने से स्थिति कुछ सामान्य हुई, लेकिन खुला दूध अब भी नहीं मिला। यहां सब्जी की सप्लाई बंद रही। शाजापुर में करीब बड़ी संख्या में किसान सड़क पर उतर आए और सरकार विरोधी नारे लगाते हुए जमकर प्रदर्शन किया। मंदसौर में 300 लीटर दूध एक कार से जब्त हुआ, जिसके बाद जिला अस्पताल में इसे बांट दिया गया। कई जगह किसानों का विरोध जारी रहा उन्होंने रोक-रोकर वाहनों की चेकिंग की। दूध और सब्जी की किल्लत के चलते कई जगह आम लोगों ने किसानों का विरोध किया। लोगों का कहना है कि यह तरीका बिल्कुल गलत है। झाबुआ और आलीराजपुर में हड़ताल का कोई असर नहीं दिखा, यहां सामान्य रूप से मंडी खुली और दूध की सप्लाई भी सामान्य रही। हालांकि मंड़ि‍यों में सब्जी की आवक पहले की अपेक्षा कम रही। खरगोन सब्जी मंडी में हालत सामान्य रहे लेकिन सब्जियों के भाव आसमान पर रहे। इंदौर और धार में किसानों आंदोलन के चलते व्यापारी खरगोन नहीं पहुंचे। यहां दूध की सप्लाई भी सामान्य रही। रविवार को सब्जी मंडी बंद रह सकती है। जिले के भीकनगांव में सब्जी का व्यापार जारी। यहां सांची के दूध की सप्लाई भी हुई, गड़बड़ी की आशंका के चलते अमूल का दूध नहीं मंगवाया गया। जानकारी के मुता‍बिक सांची का 10 हजार लीटर दूध यहां सप्लाई हुआ। बड़वानी में किसान आंदोलन का असर नहीं रहा।  

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 MadhyaBharat  3 June 2017

सेलानी में  एक और जल-पर्यटन स्थल

मध्यप्रदेश में प्रसिद्ध पर्यटन एवं धार्मिक स्थल ओंकारेश्वर के नजदीक सेलानी नामक स्थल पर एक और जल-पर्यटन स्थल ने आकार लिया है। खण्डवा जिले के हनुवंतिया में विकसित वॉटर टूरिज्म कॉम्पलेक्स की तर्ज पर निर्मित किये गये इस जल-पर्यटन केन्द्र पर बोट क्लब सहित क्रूज, जलपरी, मोटर बोट और वाटर स्पोर्टस आदि की सुविधाएँ उपलब्ध करवायी जायेंगी। इस प्रकार एक निर्जन एवं पहुँच से दूर इस स्थान पर पर्यटकों को ठहरने एवं जल-क्रीड़ा गतिविधियों का लुत्फ उठाने सहित कोलाहल से दूर एक शांत और निर्मल नीर से भरे मनोरम स्थल पर अपना कुछ वक्त बिताने की सहूलियत मिलने लगेगी। ओंकारेश्वर के नजदीक पर्यटन निगम द्वारा विकसित सेलानी टापू रिसॉर्ट की शुरूआत आज 24 मई से हो गई है।  मध्यप्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा लगभग तीन एकड़ क्षेत्र पर यह पर्यटन केन्द्र विकसित करने की योजना तैयार कर उसे मूर्त स्वरूप दिया गया है। सेलानी चहुँओर से पानी से घिरे एक टापू के रूप में स्थित है। नजदीक ही ओंकारेश्वर बाँध परियोजना है। परियोजना के समीप होने से इस स्थान पर भरे जल का स्तर वर्षाकाल में भी न तो बढ़ता है और न ही उसके बाद कभी कम होता है। यह टापू चारों ओर से ढलाननुमा बसा हुआ है और यहाँ पर जंगली पेड़ कस्टार, काड़ाकूड़ा, मोहिनी, बियालकड़ी, दही-कड़ी और धावड़ा तथा सागौन की दुर्लभ प्रजाति के पेड़ हैं। छोटी कावेरी एवं पुण्य सलिला नर्मदा का संगम स्थल भी पास में ही है। राज्य पर्यटन विकास निगम द्वारा तकरीबन 15 करोड़ रुपये लागत से यहाँ सर्व-सुविधायुक्त कॉटेज, प्रथम तल पर स्थित कॉटेज पर जाने के लिये पाथ-वे, केम्प फायर, मुख्य प्रवेश द्वार, रिसेप्शन, रेस्टॉरेंट, बोट-क्लब, कॉन्फ्रेंस हॉल, नेचुरल ट्रेल, बर्ड-वाचिंग तथा वॉच-टॉवर आदि का निर्माण किया गया है। यहाँ चार अलग-अलग ब्लॉक में 22 कॉटेज एवं एक सर्व-सुविधायुक्त सुईट बनाये गये हैं। हरेक कॉटेज के पास मिनी गार्डन भी रहेगा। कॉटेज की डिजाइन इस प्रकार बनायी गयी है, जिससे कि यहाँ बैठकर ही दूर तलक भरे हुए निर्मल नीर का आनंद उठाया जा सकता है। कॉटेज की बालकनी में बैठकर पर्यटक घने जंगल, पानी और दुर्लभ प्रजाति के पक्षियों को निहार सकेंगे। आस-पास के जंगल में मुख्य रूप से हिरण, जंगली सुअर, तेंदुआ आदि वन्य-प्राणी भी स्वच्छंद विचरण करते हैं। कॉटेज के निर्माण में सागौन की लकड़ी का उपयोग किया गया है। परिसर में लैण्ड-स्केपिंग का काम किया जाकर फर्श पर सेंड स्टोन लगायी गयी है।  

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 MadhyaBharat  24 May 2017

आदि शंकराचार्य

  मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने सांस्कृतिक एकता के जन आंदोलन के प्रणेता आदि शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापना की तैयारियों की समीक्षा की। आदि शंकराचार्य की विशाल प्रतिमा ओंकारेश्वर में स्थापित की जायेगी। अष्टधातु से निर्मित होने वाली 108 फीट ऊँची इस प्रतिमा के लिये घर-घर से धातु का संग्रहण किया जायेगा। धातु संग्रहण का व्यापक अभियान जून माह में चलाया जायेगा। प्रदेश में एक मई को आचार्य शंकर दिवस मनाया जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आदि शंकराचार्य भारतीय सांस्कृतिक एकता के प्रतीक हैं। उनकी प्रतिमा निर्माण में जन-जन की सहभागिता के लिये घर-घर से धातु इकट्ठी की जायेगी। उन्होंने कहा कि जो भी धातु जिस रूप में दी जाये, उसे संकलित किया जाये। प्रतिमा स्थापना के लिये स्थान के चयन में संतों की भागीदारी हो। बताया गया कि प्रतिमा 108 फीट ऊँची होगी। प्रतिमा के लिये धातु और धनराशि दोनों रूप में सहयोग स्वीकार किया जायेगा। आचार्य शंकर प्राकट्य पंचमी एक मई को आचार्य शंकर जयंती मनाई जायेगी। इस अवसर पर आचार्य शंकर के मूल्यों और भारतीय एकता में उनके योगदान के माध्यम से संपूर्ण भारत की मूलभूत सांस्कृतिक एकता को रेखांकित किया जायेगा। रन फॉर कल्चरल यूनिटी, निबंध, चित्रकला और नारे लेखन की प्रतियोगिताएँ की जायेगी। धातु संग्रहण अभियान के क्रियान्वयन के लिये मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में लोक न्यास गठित किया जायेगा। न्यास में भारतीय ज्ञान और दर्शन के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त तथा विभिन्न क्षेत्रों के सामाजिक कार्यकर्ता न्यासी सदस्य होंगे। लोक न्यास परामर्शदात्री मंडल की स्थापना की जायेगी। धातु संग्रहण का कार्य आगामी एक जून से 30 जून तक चलेगा। बैठक में प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री अशोक वर्णवाल, प्रमुख सचिव जनसंपर्क श्री एस.के. मिश्रा, मुख्यमंत्री के उप सचिव श्री नीरज वशिष्ठ और विशेष कर्त्तव्यस्थ अधिकारी श्री मनीष पांडे उपस्थित थे।  

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 MadhyaBharat  2 April 2017

सरदार सरोवर परियोजना

मध्यप्रदेश में संचालनालय पुरातत्व ने विरासत एवं धरोहरों को सहेजने, उनके संरक्षण, प्राचीन संस्कृतियों के अध्ययन एवं उन्हें जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से सरदार सरोवर परियोजना के डूब से प्रभावित होने वाले 33 मंदिरों एवं स्मारकों के पुर्नस्थापन का कार्य किया है।  इनमें शिव मंदिर, छोटी कसरावद, शिव मंदिर रोली गाँव, नर्मदेश्वर मंदिर डेहर, कलंजेश्वर मंदिर सोमल्दा, शंकर मंदिर कोठड़ा, शिव मंदिर हरसूद और शिव मंदिर धारी कोटला प्रमुख हैं। अठारहवीं शती का नागर शैली में निर्मित शिव मंदिर मूल रूप से ग्राम छोटी कसरावद जिला बड़वानी में नर्मदा नदी के दक्षिण तट पर स्थित था। नर्मदा नदी के तट पर 40 फीट लम्बे एवं 30 फीट चौड़े चबूतरे पर निर्मित यह मंदिर 30 फीट लम्बा और 18 फीट चौड़ा है। इसकी अधिष्ठान से शिखर तक की ऊँचाई 36 फीट है। इस मंदिर के भू-विन्यास में अर्ध-मण्डप, चार स्तंभों पर मण्डप, अंतराल एवं गर्भगृह है। ऊँचे चबूतरे पर निर्मित यह मंदिर पंचरथी है। मंदिर के वर्गाकार गर्भगृह में शिवलिंग एवं मण्डप में नंदी स्थापित है। मंदिर सरदार सरोवर परियोजना के डूब क्षेत्र में होने के कारण इसे ग्राम छोटी कसरावद के नवीन बसाहट स्थल पर पुर्नस्थापित किया गया है।  

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 MadhyaBharat  12 February 2017

ओम का स्वरूप

'नमामि देवि नर्मदे''-सेवा यात्रा के दौरान आज ओंकारेश्वर में 'ओम'' के आकार का अदभुत दृश्य बना। वास्तव में यह दृश्य ओंकारेश्वर की परिकल्पना को साकार कर रहा था। यह प्रसंग उस समय उपस्थित हुआ, जब मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ओंकारेश्वर में शाम को नर्मदा तट अभय-घाट पर आरती में शामिल हुए। इस मौके पर दूसरे तट पर दीप प्रज्जवलित कर 'ओम'' का आकार बनाया गया था। यह दृश्य देखकर उपस्थित जन-समुदाय ने करतल ध्वनि के साथ हर्ष व्यक्त किया। भाव-भक्ति से पूर्ण इस कार्यक्रम को दीपों के 'ओम'' ने और अधिक भव्य बना दिया था।  चौहान ने की नर्मदा कलश की अगवानी 'त्वदीय पाद पंकजम, नमामि देवी नर्मदे'' का गान करते हुए आगे चल रहे रथ, फिर कलश लिये महिलाएँ, इनके पीछे ढोल-ढमाकों के साथ नाचते भक्त-गण और फिर नर्मदा कलश और ध्वज के साथ मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह, मंत्री, विधायक, अन्य जन-प्रतिनिधि, सामाजिक कार्यकर्ता और अंत में अपार जन-समूह। यह था 'नमामि देवी नर्मदे'' -सेवा यात्रा का खंडवा जिले के ग्राम कोटी से शिव नगरी ओंकारेश्वर तक का विहंगम दृश्य। यात्रा के दोनों ओर खड़े होकर लोगों ने पुष्प-वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया। यह अनूठा दृश्य ऐसा लग रहा था जैसे नर्मदा माँ स्वयं कल-कल करती साथ चल रही हैं। यात्रा में वन मंत्री श्री गौरीशंकर शेजवार, महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस, तकनीकी शिक्षा राज्य मंत्री श्री दीपक जोशी, सांसद श्री नन्दकुमार सिंह चौहान और विधायक, राष्‍ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह-सरकार्यवाह श्री सुरेश सोनी बारी-बारी से कलश और ध्वज लेकर यात्रा में चले। यात्रा में झिरण्या की किन्नर रूबी नर्मदा कलश लेकर चलीं। उनके साथ किन्नर नरगिस मौसी और संतो भी यात्रा में शामिल रही। यात्रा का प्रभाव और उसकी महिमा पूरे प्रदेश में व्याप्त है। उज्जैन से यात्रा में शामिल होने दिव्यांग 16 वर्षीय श्री रोहित बैरागी भी आए थे। उन्होंने बताया कि भले हमारे यहाँ से नर्मदा नदी नहीं निकलती लेकिन हम सब इस पुण्य कार्य में सहभागी बनना चाहते हैं। यात्रा के ओंकारेश्वर पहुँचने पर स्वामी अवधेशानंद गिरिजी महाराज ने स्वागत किया। यात्रा में साधु-संत, स्कूली बच्चे, महिलाएँ, बुर्जुग सभी पूरे उत्साह के साथ शामिल हुए। मुख्यमंत्री श्री चौहान का पूरे मार्ग में जगह-जगह फूल माला और शॉल-श्रीफल से स्वागत हुआ। यात्रा में अधिकांश लोग मुख्यमंत्री और नर्मदा कलश के साथ सेल्फी लेने के लिये आतुर थे। हर कोई नर्मदा कलश की एक झलक पाने को आतुर था।

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 MadhyaBharat  10 February 2017

आदि शंकराचार्य

    आदि शंकराचार्य के दर्शन पर आधारित पाठ स्कूल पाठयक्रम में शामिल होगा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आदि शंकराचार्य के अद्वैत दर्शन को आम लोगों तक पहुँचाने और इसे व्यवहार में लाने के लिये ओंकारेश्वर में संतों के मार्गदर्शन में वेदांत संस्थान की स्थापना की जायेगी। उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य के जीवन और दर्शन पर आधारित पाठ स्कूल पाठयक्रम में पढ़ाया जायेगा। ओंकारेश्वर में आदि शंकराचार्य की भव्य प्रतिमा की स्थापना की जायेगी। इस प्रतिमा के लिये प्रदेश के हर घर से धातु का संग्रहण किया जायेगा। श्री चौहान ओंकारेश्वर में 'नमामि देवि नर्मदे'' नर्मदा सेवा यात्रा के आगमन पर आदि शंकराचार्य स्मरण प्रसंग पर संगोष्ठी को संबोधित कर रहे थे। उल्लेखनीय है कि आदि शंकराचार्य ने नर्मदा के तट पर ओंकारेश्वर में दीक्षा प्राप्त की थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आदि शंकराचार्य के अद्वैत दर्शन के कारण ही भारत की सांस्कृतिक एकता और अखंडता कायम हुई थी। उन्होंने कहा कि ओंकारेश्वर, नर्मदा और आदि शंकराचार्य के महत्व को बताने वाला लाइट एंड साउंड शो कार्यक्रम प्रारंभ किया जायेगा। आदि शंकराचार्य जी की गुफा का संत समाज के मार्गदर्शन में पुनरुद्धार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि संतों के सहयोग और मार्गदर्शन से काम करना भी सरकार का काम है। उन्होंने कहा कि ओंकारेश्वर में एक संग्रहालय और इंटरप्रिटेशन सेंटर की स्थापना भी की जायेगी। विष्णुपुरी, ब्रह्मपुरी और ममलेश्वर मंदिरों को जोड़ने वाला आकाश मार्ग स्थापित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि ममलेश्वर मंदिर में सभी नागरिक सुविधाओं का इंतजाम किया जायेगा। देवसर मंदिर और चन्द्रमौली मंदिर का भी मूल स्वरूप में उद्धार किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने ओंकारेश्वर नगर पंचायत द्वारा तीर्थ-यात्रियों से लिये जाने वाले कर को समाप्त करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि नगर पंचायत को इससे होने वाली आय की भरपाई राज्य सरकार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदि शंकराचार्य के स्मरण प्रसंग पर आयोजित संगोष्ठी एक अदभुत अवसर है। यह आध्यात्मिक, धार्मिक और दर्शन का संगम है। उन्होंने कहा कि आदि शंकारचार्य के अद्वैत दर्शन के कारण सनातन धर्म अपने स्वरूप में विद्यमान है। उन्होंने नर्मदा सेवा यात्रा की चर्चा करते हुए कहा कि भारतीय परंपरा में नदियों को जननी कहा गया है। नदियों का केवल भौगोलिक अस्तित्व नहीं है, वे आध्यात्मिक जीवन का अंग है।श्री चौहान ने कहा कि अद्वैत दर्शन में सभी जीवों को ब्रह्म का रूप माना गया है। यही आत्मिक प्रसन्नता का स्त्रोत है। जूना अखाड़ा के प्रमुख महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद ने कहा कि आदि शंकराचार्य के दर्शन ने सभी प्रचलित कुरीतियों पर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि संसाधनों के त्यागपूर्वक उपभोग की भारतीय संस्कृति रही है। उन्होंने कहा कि वर्तमान व्याकुलताएँ सिर्फ अज्ञानता के कारण हैं। यह जीवन के सत्य को अनावृत करने का दर्शन है। स्वामी अवधेशानंद गिरि ने मुख्यमंत्री श्री चौहान के नर्मदा नदी को प्रदूषणमुक्त करने के संकल्प की चर्चा करते हुए कहा कि सिंहस्थ भी उनके संकल्प से निर्विघ्न संपन्न हुआ था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान राजा विक्रमादित्य, हर्षवर्धन और राजा भोज की तरह अपने राजधर्म का पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य की स्मृति में जो काम प्रदेश सरकार ने करने का संकल्प लिया है उससे दक्षिण और उत्तर के बीच संवाद सेतु का निर्माण होगा। इस काम में सारे सन्यांसी और संत समाज उनके साथ हैं। नर्मदा सेवा यात्रा को पूरे संत समाज का समर्थन है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में इस समय आध्यात्मिक वातावरण विद्यमान है। इससे न सिर्फ मध्यप्रदेश बल्कि पूरे देश के भाग्य का जागरण होगा। यदि संत समुदाय, समाज और सरकार मिल जाए तो बडे़ से बड़ा आंदोलन चला सकते हैं। मुख्यमंत्री के संकल्प का संत समाज स्वागत करता है। स्वामी अवधेशानंद ने संतों की प्रतिनिधि संस्था आचार्य सभा की सहमति से मुख्यमंत्री को रूद्राक्ष की माला भेंट की ताकि उनका संकल्प पूरा हो। स्वामी जी ने आदि शंकराचार्य की प्रतिमा बनाने के लिये प्रत्येक घर से धातु के रूप में योगदान लेने का सुझाव दिया ताकि अद्वैत दर्शन का संदेश घर-घर पहुँच सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदि शंकराचार्य की प्रतिमा बनाने के लिये प्रत्येक घर से धातु संग्रह करने का अभियान नर्मदा सेवा यात्रा के साथ चलेगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर सहकार्यवाह श्री सुरेश सोनी ने कहा कि भारत में भावनात्मक एकता सदा से विद्यमान है। उन्होंने कहा कि अनुभूति के बिना शब्द अर्थहीन होते हैं। उन्होंने कहा कि अद्वैत दर्शन को जीवन में अभिव्यक्त होना चाहिये। उन्होंने कहा कि बुराई को नहीं छोड़ने और अच्छाई को नहीं अपनाने के कारण समस्याएँ निरंतर बनी रहती हैं। श्री सोनी ने कहा कि अद्वैत दर्शन सारी समस्याओं का समाधान साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि शिक्षक, शासक, माता, पिता और संत मिलकर आध्यात्म पर आधारित समाज का निर्माण कर सकते हैं। चिन्मय मिशन के प्रमुख स्वामी श्री तेजोन्मयानंद ने कहा कि मिशन आदि शंकाराचार्य के दर्शन को लोगों के बीच प्रचार-प्रसार करने में राज्य सरकार को पूरी मदद करेगा। राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान के पूर्व कुलपति श्री कुटुम्ब शास्त्री ने कहा कि नर्मदा नदी का उल्लेख ऋगवेद में हुआ है। उन्होंने कहा कि आदि शंकराचार्य की गुफा का जीर्णोद्धार करने का संकल्प सराहनीय है। फिल्म निर्माता डॉ. चन्द्रप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि संवादहीनता ही सबसे बड़ी समस्या है। उन्होंने आदि शंकराचार्य के जीवन-दर्शन को स्कूली पाठयक्रम में शामिल करने का स्वागत करते हुए कहा कि नई पीढ़ी को वेदांत दर्शन से परिचित करवाने का यह पहला कदम है। उन्होंने कहा कि संस्कृति की रक्षा करना साहित्य और कला का काम है। उपनिषदीय विरासत से नई पीढ़ी को परिचित करवाना वर्तमान पीढ़ी का दायित्व है। साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि अद्वैत दर्शन ही विश्व को बचा सकता है। पृथ्वी के श्रंगार के लिये उसे शस्य श्यामला रखना, कन्याओं की रक्षा करने का संकल्प लेना और नदियों को पवित्र रखना धार्मिक महत्व का काम है। उन्होंने आग्रह किया कि रसायनयुक्त प्रतिमाओं को नदी में प्रवाहित न करें। जल प्रदूषित करने वाली सामग्री का उपयोग न करें। इस अवसर पर बड़ी संख्या में संत समाज के प्रतिनिधि, राम कृष्ण मिशन के संत स्वामी निर्विकारानंद, सांसद एवं भाजपा के अध्यक्ष श्री नंदकुमार सिंह चौहान, जिले के प्रभारी मंत्री श्री पारस जैन, संस्कार भारती के राष्ट्रीय संगठन सचिव श्री अमीर चंद एवं बडी संख्या में जन-प्रतिनिधि, भक्त और नर्मदा परिक्रमावासी उपस्थित थे।  

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 MadhyaBharat  9 February 2017

omkareshwar

मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने गुरूवार को सपत्निक प्रसिद्ध ओंकारेश्वर मंदिर में पूजा अर्चन और जलाभिषेक कर दर्शन किये। मुख्यमंत्री ने प्राचीन ओंकारेश्वर महादेव मंदिर की भौगोलिक स्थितियों को वहाँ के पंडितों, वास्तुकार और अधिकारियों से जाना। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पूर्व में मंदिर का जीर्णोद्धार करने वाले श्री घनश्याम भाई सोमपुरा से जानकारी प्राप्त की। श्री चौहान ने कहा कि यह सर्वमान्य सत्य है कि नन्दी के सामने ही शिवालय हो। परमार काल के बाद ओंकारेश्वर महादेव मंदिर के कई बार जीर्णोद्धार कार्य किये गये हैं। प्राचीन ओंकारेश्वर महादेव मंदिर से जुड़े सभी तथ्यों को जानकर नवीन संकल्पना के आधार पर अदभुत मंदिर का निर्माण किया जायेगा। श्री चौहान ने वास्तुकार और उच्च अधिकारियों के साथ पूरे मंदिर के हर एक हिस्से में पहुँचकर वास्तविक स्थितियों का भी मूल्यांकन किया। इस दौरान संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव श्री मनोज श्रीवास्तव, वास्तुकार श्री नितिन श्रीमाली और मंदिर के पुजारी, संत-महात्मा उपस्थित थे। विष्णुपरी, ब्रह्मपुरी और ममलेश्वर के बीच आकाश मार्ग बनेगा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ओंकारेश्वर महादेव मंदिर से माँ नर्मदा नदी के दूसरे छोर पर बने मंदिरों के बारे में पंडितों से जानकारी प्राप्त की। श्री चौहान ने विष्णपुरी, ब्रह्मपुरी और ममलेश्वर का इतिहास जानने के बाद आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए इन तीनों स्थान के मध्य आकाश मार्ग बनाने की योजना बनाने के निर्देश दिये। इससे श्रद्धालुओं को अलौकिकता का एहसास होगा। ओंकार पर्वत सघन वनमय होगा मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ओंकार महादेव मंदिर के प्राचीन वैभव और वास्तु-कला को देखकर नयी रूपरेखा तैयार करने के निर्देश दिये। उन्होंने पूरे ओंकार पर्वत को सघन वन से आच्छादित करने को कहा। श्री चौहान ने कहा कि एक ही दिन में पूरी पहाड़ी पर पौधारोपण करने की तैयारी आज से ही शुरू की जाये। बताया गया कि पहाड़ी पर पौधारोपण के लिये 25 हजार पौधे तैयार कर लिये गये हैं। पौधारोपण के लिये छायादार और शीघ्र ही पनपने वाले पौधों का चयन किया गया है। आदि शंकराचार्य गुफा चित्रमयी होगी श्री चौहान ने आदि शंकराचार्य की गुफा में पूजन-अर्चन भी किया। उन्होंने प्रमुख सचिव संस्कृति श्री मनोज श्रीवास्तव से कहा कि गुफा के हिस्से में शंकराचार्य के जीवन और उनके जीवन मूल्यों पर आधारित चित्र उकेरने का काम किया जाये। गुफा के अलावा किसी अन्य स्थान पर भी शंकर संग्रहालय बनाने की संकल्पना तैयार करें। श्री चौहान ने कहा कि गुफा के मूल स्तंभ जैसे हैं वैसे ही रहें और इन पत्थरों को जोड़कर सोन लोहा से सोमनाथ मंदिर की तर्ज पर निर्माण कार्य करने के निर्देश दिये।  

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 MadhyaBharat  9 February 2017

नर्मदा सेवा यात्रा

माँ नर्मदा की आरती से की दाम्पत्य जीवन की शुरूआत 'नमामि देवि नर्मदे'-सेवा यात्रा को आज खण्डवा जिले में नये यात्री मिले। मुख्यमंत्री  शिवराजसिंह चौहान की उपस्थिति में निकाली जा रही नर्मदा सेवा यात्रा में आज जिले के हनुवंतिया क्षेत्र के 20 नव-दम्पत्ति भी शामिल हुए। उन्होंने अपने नव-दाम्पत्य जीवन की शुरूआत मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ माँ नर्मदा की आरती कर की।  उल्लेखनीय है कि नर्मदा सेवा यात्रा आज हनुवंतिया में पहुँची। यहाँ पड़ोस के मूंदी क्षेत्र में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह में 20 दम्पत्तियों की शादी हुई। नव दम्पत्तियों ने संकल्प लिया कि वे नर्मदा नदी के संरक्षण के लिये नर्मदा सेवा यात्रा में शामिल होंगे और अपने दाम्पत्य की शुरूआत माँ नर्मदा की आरती से करेंगे। नवदम्पत्ति ग्राम पूर्णी से निकाली गयी सेवा यात्रा में शामिल हुए और यात्रा के साथ चलकर 2 किलोमीटर दूर हनुवंतिया पहुँचे। यहाँ उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ  माँ नर्मदा की आरती की। नव-दम्पत्तियों की माने तो यह उनके लिये सौभाग्य का क्षण था, जब वे माँ नर्मदा की गोद से अपने नये जीवन की शुरूआत कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नव-दम्पत्तियों को आशीर्वाद दिया और उन्हें सुखमय वैवाहिक जीवन की शुभकामनाएँ दी। इस अवसर पर श्रीमती साधना सिंह सहित मंत्री-मण्डल के सदस्य तथा हजारों धर्मालु भी मौजूद थे।

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 MadhyaBharat  5 February 2017

hanuvantiya

    मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने आज हनुवंतिया में सूर्योदय का नजारा देखा। अलसुबह हनुवंतिया बोट क्लब पर पहुँचकर श्री चौहान ने विपुल जलराशि से निकलने वाली लहरों का आनंद उठाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हनुवंतिया में भरे अथाह जल से उत्पन्न लहरें मन को रोमांचित और आनंदित कर देती हैं। यहाँ आकर समुद्र तट का आभास होता है।  मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लगभग आधा घण्टा बोट क्लब पर बिताया। इस मौके पर उपस्थित स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह ने स्वयं मुख्यमंत्री जी के छायाचित्र लिये। अत्यंत प्रफुल्लित श्री चौहान ने यहाँ फोटोग्राफर को भी पोज़ दिये। मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना सिंह चौहान, क्षेत्रीय विधायक श्री लोकेन्द्र सिंह मुख्यमंत्री के सचिव एवं एम.डी. पर्यटन विकास निगम श्री हरि रंजन राव सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी, जन-प्रतिनिधि एवं पर्यटन निगम के अधिकारी मौजूद थे। अत्यंत खुशनुमा मौसम, गुलाबी सर्दी और तेज हवाओं के बीच हनुवंतिया टूरिस्ट कॉम्प्लेक्स परिसर का भ्रमण भी किया। बाद में श्री चौहान हेलीकॉप्टर से भोपाल के लिये रवाना हुए। इससे पहले मुख्‍यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि हनुवंतिया क्षेत्र में जल पर्यटन के विकास के लिये एक व्‍यापक मास्‍टर प्‍लान और भी बनाया जाएगा जिसमें ओंकारेश्‍वर सहित धाराजी, सैलानी आदि को शामिल किया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि इसे ‘मध्‍यद्वीप’ नाम दिया जाएगा। श्री चौहान ने कहा कि चार नोडल प्‍वाइंट को मिलाकर मास्‍टर प्‍लान बनेगा। हनुवंतिया में प्रस्‍तावित एक्‍वासिटी और जलाशय को जोड़कर विकास कार्य होगा और हनुवंतिया एडवेंचर टूरिज्‍म का अंतर्राष्‍ट्रीय केन्‍द्र बनेगा। श्री चौहान ने हनुवंतिया का जिक्र करते हुए कहा कि यह उनका स्‍वयं का क्रिएशन और ब्रेन चाइल्‍ड है। इससे उनका मोह जुड़ा है। शासन के पूरे प्रयास होंगे कि हनुवंतिया अंतर्राष्‍ट्रीय नक्‍शे पर आए। उन्‍होंने हाउसबोट का जिक्र करते हुए कहा कि मध्‍यप्रदेश में हाउस बोट चलने की परिकल्‍पना आज साकार रूप ले रही है। अब सैलानी यहाँ रात में भी पानी में सैर कर सकेंगे और रुक सकेंगे। यहाँ का शांत वातावरण हरेक व्‍यक्ति को सु:खद अनुभूति देता है। श्री चौहान ने कहा कि दैनंदिन की व्‍यस्‍त दिनचर्या से समय निकालकर व्‍यक्ति को सुकून के कुछ पल यहाँ जरूर बिताना चाहिए। इसके लिये हनुवंतिया जैसे स्‍थान सबसे उपयुक्‍त है। श्री चौहान ने लोगों से कहा कि यंत्रवत जीवन न जियें और अपनी दिनचर्या में से अपने परिवार के साथ भी पर्यटन का आनंद लें। उन्‍होंने मनुष्‍य जीवन में आनंद के महत्‍व का जिक्र करते हुए कहा कि आनंद की प्रतीति भीतर से उत्‍पन्‍न होती है। जीवन में उल्‍लास, उमंग और उत्‍साह का खास स्‍थान है। शासन के प्रयास हैं कि प्रदेश की जनता के जीवन में सुख और आनंद बढ़े। इसके लिये शासन ने आनंद विभाग का अलग से गठन भी किया है। उन्‍होंने लोगों का आहृवान किया कि खुद भी आनंद उठाएँ और दूसरों के जीवन में खुशियाँ लाएँ। हनुवंतिया का उल्‍लेख करते हुए श्री चौहान ने कहा कि यहाँ महिंद्रा हॉलिडे होम जैसी कंपनी हमारे साथ सहभागी के रूप में भूमिका निभाने जा रही है। हनुवंतिया के मास्‍टर प्‍लान से पूरा इलाका और यहाँ तक कि वन क्षेत्र भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित होगा और लोगों को रोजगार मिलेगा। श्री चौहान ने कहा कि पिछले एक साल में हनुवंतिया के विकास से आस-पास की जमीनों के भाव में इजाफा हुआ है। हमारा प्रयास हैं कि आमदनी बढ़े और रोजगार के नए-नए साधन उत्‍पन्‍न हों। इस दृष्टि से पर्यटन सर्वाधिक रोजगार वाला क्षेत्र है। श्री चौहान ने कहा कि उन्‍होंने अपने सिंगापुर प्रवास के दौरान सेंटोसा में इसी तरह जल-पर्यटन का केन्‍द्र देखा था। तभी से उन्‍होंने एक सपना देखा था जो हनुवंतिया के जरिये पूरा हो रहा है। सेंटोसा से ज्‍यादा सौन्‍दर्य हनुवंतिया में बिखरा पड़ा है। लगभग 950 वर्ग किलोमीटर में इसका फैलाव है। उन्‍होंने कहा कि उनके सपने को साकार करने में मध्‍यप्रदेश पर्यटन की टीम ने महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाई है। श्री चौहान ने आहृवान किया कि हम सब मिलकर मध्‍यप्रदेश को पर्यटन के क्षेत्र में बुलंदियों तक पहुँचाएँ। पर्यटन एवं संस्‍कृति राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) श्री सुरेन्‍द्र पटवा ने कहा कि हनुवंतिया के साथ अब गाँधी सागर, बाँण सागर, तवा आदि स्‍थानों पर भी जल-पर्यटन का विकास होगा। मुख्‍यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप प्रदेश में पर्यटन केबिनेट पृथक से बनाई गई तथा नई पर्यटन नीति निवेशकों के अनुकूल तैयार कर घोषित की गई है। प्रदेश में 300 मार्ग सुविधा केन्‍द्र बनाए जाएँगे जिनमें से 57 का निर्माण हो चुका है। पिछले साल प्रदेश में लगभग 8 करोड़ से अधिक पर्यटक पहुँचे। इसे देखते हुए पर्यटक सुविधाओं को बढ़ाया जा रहा है। श्री पटवा ने कहा कि प्रदेश को विकास में नंबर एक बनाने के लिये सभी मिल-जुलकर मुख्‍यमंत्री श्री चौहान के मार्गदर्शन में काम करेंगे। पर्यटन निगम के अध्‍यक्ष श्री तपन भौमिक ने कहा कि आज का दिन इतिहास में दर्ज होगा जब प्रदेश को हाउसबोट की सौगात मिलने जा रही है। उन्‍होंने कहा कि इस साल जल-महोत्‍सव में हमारे देश के साथ लगभग 40 से अधिक देश के पर्यटकों के आने की संभावना है। श्री भौमिक ने कहा कि मध्‍यप्रदेश में यदि कहीं समुद्र जैसा नजारा है, तो वह हनुवंतिया में है। एक साल में ही हनुवंतिया ने देश-विदेश में अपनी जगह बना ली है। प्रारंभ में मुख्‍यमंत्री श्री चौहान सहित अतिथियों ने दीप जलाकर द्वितीय जल-महोत्‍सव का शुभारंभ किया। निमाड़ी लोक कलाकारों के दल ने गणगौर नृत्‍य की आकर्षक प्रस्‍तुति दी। अतिथियों का स्‍वागत अध्‍यक्ष श्री तपन भौमिक तथा सचिव पर्यटन एवं राज्‍य पर्यटन विकास निगम के एम.डी. श्री हरि रंजन राव ने किया। श्री राव ने हनुवंतिया के मास्‍टर प्‍लान के महत्‍वपूर्ण बिन्‍दुओं से अवगत करवाया।  

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 MadhyaBharat  16 December 2016

chunav aayog

राज्य शासन द्वारा अधिसूचना जारी  मध्यप्रदेश के शहडोल लोकसभा और नेपानगर विधानसभा उप-चुनाव के लिये संबंधित क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों को भारत निर्वाचन आयोग की प्रतिनियुक्ति पर माना जायेगा। राज्य शासन ने इस संबंध में राजपत्र में अधिसूचना प्रकाशित कर दी है। इनमें पुलिस महानिदेशक सहित निर्वाचन कार्य से जुड़े पुलिस मुख्यालय के अधिकारी, जबलपुर, शहडोल और इंदौर के रेंज पुलिस महानिरीक्षक और शहडोल, अनूपपुर, उमरिया, कटनी, बुरहानपुर के पुलिस अधीक्षक तथा उनके अधीनस्थ पुलिस अधिकारी शामिल हैं। पुलिस अधिकारियों को निर्वाचन क्षेत्र में शांति एवं कानून-व्यवस्था को बनाये रखने के लिये आयोग को प्रतिनियुक्ति पर सौंपा गया है।

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 MadhyaBharat  4 November 2016

aap mp

मध्य प्रदेश में 2007 से 5 ग्लोबल इन्वेस्टमेंट का आयोजन किया जा रहा है जिसमे हर साल लाखो करोड़ के एम.ओं.यू होते है जो सिर्फ कागज़ पर ही रह जाते हैं और धरातल पर कोई काम नही होता है। हर 2 साल में इस आयोजन के नाम पर करोड़ो रूपए खर्च होते है, पर निवेश नही आ रहा  है। इस आयोजन की विलासता इतनी शर्मनाक है कि इस वर्ष के आयोजन में भी सभी मेहमानों को चांदी की थाली में खाना खिलाया , जबकि प्रदेश में कुपोषण से लगातार मौत हो रही है। शिवराज सिंह की ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को आम आदमी पार्टी ने जनता के साथ धोखा करार दिया है।  आप नेता  आलोक अग्रवाल ने कहा कि वर्ष 2012 के इन्वेसटमेंट समिट में 500 हेक्टर के एयर कार्गो हब स्थापित करने का निर्णय हुआ था, जो सिर्फ कागज़ पर ही रह गया है।  फ्यूचर ग्रुप ने 2012 और 2014 दोनों आयोजन में 2500 करोड़ के फ़ूड पार्क बनाने का वादा किया था जिस की आज भी कोई जानकारी नही है।  वेल्लोरे यूनिवर्सिटी, फिल्म सिटी, भारत फोर्ज, रॉकलैंड हॉस्पिटल, कैडिला ग्रुप, अमेरिकन कॉपर लिमिटेड ऐसे अनेक उदाहरण जिनमे निवेश के सिर्फ दिखावे हुए है।  आज भी अनिल अम्बानी ने जो पीथमपुर में निवेश की बात करी है वही निवेश 2015 में ही तय हो गया था।  ऐसा प्रतीत होता है हर बार समिट के नाम पर पुराने वादे ही दोहराए जा रहे हैं।  आप के आलोक अग्रवाल ने एसोचैम के हवाले से कहा - एसोचैम द्वारा जारी एक रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश में निवेश न आने का मुख्य कारण यहाँ का बुरा इन्फ्रास्ट्रक्चर और सरकारी नीतिया हैं।  प्रदेश के लगभग 86.5 प्रतिशत प्रोजेक्ट सिर्फ कागजों में अटक कर रह जाते है।  रिपोर्ट में यह पता चलता है कि 87 प्रोजेक्ट को शुरू होने में 4.5 साल लग जाते है।  एसोचैम की दूसरी रिपोर्ट में प्रदेश में 2008-2015 के बीच प्रदेश के इन्फ्रा स्ट्रक्चर के नए निवेश में 76.9 प्रतिशत की कमी आई है. रिओ टिंटो की हीरा खदान का खुद शिवराज सिंह ने उद्घाटन किया था पर पिछले माह रिओ टिंटो ने मध्य प्रदेश में सरकार की नीतियों से परेशान होकर प्रदेश में काम ही बंद कर दिया है।  रिलायंस सीमेंट ने मैहर में निवेश करने के बाद अपना पूरा सीमेंट उद्योग बिरला ग्रुप को बेच दिया है।  आप नेता ने कहा कि भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की 2015 रिपोर्ट के अनुसार औधोगिक केंद्र विकास निगम लिंमिटेड ने 2009-2014 के बीच में 5720 एकड़ जमीन का अधिग्रहण उद्योग के विकास के लिए किया, जिसमे से सिर्फ 1750 एकड़ का आवंटन हुआ है।  अकेले भोपाल में 3200 एकड़ ज़मींन का अधिग्रहण किया गया जिसमे में सिर्फ 600 एकड़ (20 प्रतिशत) ही आवंटित हुई।  अतः साफ़ है कि निगम की नाकामी के कारण उद्योगों को जमीन उपलब्ध नहीं करायी जा सकी।  रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया है कि निगम के पास न तो कोई वार्षिक योजना है और न ही कोई निगरानी की व्यवस्था। CAG की इसी रिपोर्ट के अनुसार भोपाल के आसपास ही 27 इंडस्ट्रियल पार्क बनने थे जिस हेतु 302 आवेदन भी आये थे परन्तु इसमें भी कोई प्रगति नहीं हुई है।  आलोक अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश में निवेश न आने के कारण शिवराज सरकार की ख़राब नीतियां  और भ्रष्टाचार है।  मध्य प्रदेश में ग्लोबल समिट के नाम पर 2007 से एक लूट चल रही है जहा जनता का पैसा बहाया जाता है और प्रदेश के व्यापम जैसे मुद्दों को दबाया जा रहा है। आम आदमी पार्टी ने  मांग की है कि शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश में हुए निवेश को लेकर श्वेत पत्र जारी करें।  

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 MadhyaBharat  24 October 2016

kuposhan madhyprdesh

92 हजार आँगनवाड़ी में होंगे न्यूट्री-कॉर्नर स्थापित  बच्चों को पोषण आहार की तरफ आकर्षित करने और उनमें रुचि जागृत करने के लिये प्रदेश की 92 हजार आँगनवाड़ी में 2 अक्टूबर से न्यूट्री-कॉर्नर स्थापित करने का अभियान चलाया जायेगा। इन न्यूट्री-कॉर्नर में पारदर्शी डब्बों में पोषण आहार जैसे- चना, मुरमुरा, गुड़ आदि को रखा जायेगा। इससे बच्चे आकर्षित होकर स्वयं इन डिब्बों से निकालकर मनपसंद चीज खा सकेंगे। इस अभिनव प्रयोग के संबंध में सभी जिला कार्यक्रम अधिकारी एकीकृत बाल विकास को निर्देश जारी किये गये हैं।   न्यूट्री-कॉर्नर की स्थापना से पौष्टिक आहार की कमी से कुपोषित 3 वर्ष से अधिक आयु के बच्चों को आँगनवाड़ी केन्द्रों में ही पौष्टिक आहार लेने के लिये प्रेरित किया जा सकेगा। साथ ही आँगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों की उपस्थिति भी बढ़ायी जा सकेगी। बच्चों के मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य में लाभ, पोषक तत्वों की कमी की पूर्ति, बच्चों में पौष्टिक आहार के खाने की आदत डालना तथा समुदाय द्वारा पौष्टिक आहार के प्रति जागरूकता को भी बढ़ावा मिलेगा।   न्यूट्री-कॉर्नर संचालन के दिशा-निर्देश   न्यूट्री-कॉर्नर के संचालन के लिये प्रत्येक आँगनवाड़ी केन्द्र में एक स्थान निर्धारित कर पारदर्शी डिब्बों में पौष्टिक आहार रखा जायेगा, जिसे बच्चे आसानी से निकाल सकेंगे।   पौष्टिक आहार लेने के पहले बच्चों का हाथ धोना अनिवार्य होगा। आहार सामग्री की उपलब्धता जन-प्रतिनिधियों, स्वयंसेवी संस्थाओं एवं समुदाय के जन-सहयोग से की जायेगी। आँगनवाड़ी कार्यकर्ता द्वारा प्रतिदिन न्यूट्री-कॉर्नर डिब्बे में पौष्टिक आहार की उपलब्धता सुनिश्चित की जायेगी। साथ ही आँगनवाड़ी केन्द्रों में उक्त पौष्टिक आहार सामग्री की उपलब्धता में सहयोग देने वालों की लिस्ट भी प्रदर्शित की जायेगी, जिसमें सहयोगकर्ता, दान-दाता का नाम एवं सहयोग राशि और सामग्री का विवरण अंकित होगा। न्यूट्री-कॉर्नर के संचालन में सहयोग के लिये स्वास्थ्य एवं पंचायत कर्मियों का सहयोग भी लिया जायेगा। कॉर्नर के प्रचार-प्रसार के लिये नील से दीवार-लेखन किया जायेगा, जिससे समुदाय को इसकी जानकारी हो सकेगी।

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 MadhyaBharat  8 September 2016

शिवराज पत्नी के साथ पहुंचे हनुवंतिया

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज अपनी धर्मपत्नी साधना सिंह के साथ खण्डवा जिले में नव-विकसित जल-पर्यटन क्षेत्र हनुवंतिया पहुँचे। श्री चौहान ने यहाँ 12 फरवरी से चल रहे जल-महोत्सव के दौरान हो रही गतिविधियों को देखा।मुख्यमंत्री चौहान ने पर्यटन विकास निगम द्वारा उपलब्ध करवाई गई मोटरबोट पर प्राकृतिक और जल सौन्दर्य को देखा। निगम के प्रबंध संचालक श्री हरिरंजन राव भी साथ थे।जल-महोत्सव में 21 फरवरी तक हनुवंतिया में जल-थल-नभ की विभिन्न रोमांचकारी गतिविधियाँ आयोजित हो रही हैं। इन गतिविधियों में बड़ी संख्या में सैलानी भाग ले रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हनुवंतिया में पहुँचे पर्यटकों से चर्चा भी की। मुख्यमंत्री श्री चौहान बाद में मोटरबोट से हनुवंतिया के टापू भी गये।इंदौर संभाग के कमिश्‍नर संजय दुबे, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक विपिन माहेश्वरी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मुख्यमंत्री के साथ थे।

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जल-महोत्सव में क्रूज पर हुआ डांस

रोजाना लग रहा है योग शिविर सप्ताह भर से जारी प्रथम जल-महोत्सव हनुवंतिया में सैलानियों ने क्रूज पर लोक-नृत्य की प्रस्तुति का आनंद उठाया। जल-महोत्सव में रोजाना जल, जमीन और वायु की रोमांचक और साहसिक गतिविधियाँ जारी हैं। पर्यटक बड़े उत्साह से इनमें भाग ले रहे हैं। प्रतिदिन सुबह योग शिविर में योगाभ्यास भी किया जा रहा है। रोजाना शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम और लोक-नृत्य की प्रस्तुति हो रही है। दूर-दूर से हनुवंतिया पहुँच रहे पर्यटक क्रूज में सैर, मोटर-बोट, जलपरी में विपुल जल-राशि के भ्रमण, पेरासेलिंग सहित वाटर स्कूटर की साहसिक सवारी भी कर रहे हैं। लगभग 15 किलोमीटर दूर स्थित बोरिया-माल टापू की सैर भी कर रहे हैं। दस दिवसीय जल-महोत्सव हनुवंतिया में आखरी के तीन दिन में पर्यटकों की आवाजाही और भी बढ़ने की संभावना है। पर्यटन विकास निगम द्वारा पिछली 12 फरवरी से प्रारंभ जल-महोत्सव 21 फरवरी, 2016 तक चलेगा।

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शिवराज को  आह्लादकारी लगा हनुवंतिया

कहा जाता रहा है कि आराम हराम है । हमें कर्मठ होने और हमेशा व्यस्त रहने की शिक्षा दी जाती रही है। यह बहुत अच्छी बात है। इससे हम अपने काम को पूरी सफलता से कर पाते हैं। लेकिन यह बात भी उतनी ही सही है कि काम ही काम करते रहने से जीवन उबाऊ और नीरस होने लगता है। इससे हमारी शारीरिक और मानसिक क्षमताओं पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। इससे बचने के लिये हमें समय-समय पर आमोद-प्रमोद भी करते रहना चाहिये। अगर यह मनोरम प्रकृति की गोद में संभव हो, तो इसका कोई जवाब ही नहीं है। इसीलिये हमारे पूर्वजों ने देशाटन और पर्यटन को बहुत अधिक महत्व दिया।अपनी सिंगापुर यात्रा में मेरा 'सेन्टोसा आइलेण्ड' जाना हुआ। वहाँ की प्राकृतिक सुन्दरता ने मुझे मंत्र-मुग्ध कर दिया। उस आइलेण्ड को जिस तरह अदभुत पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया गया है, उससे मुझे प्रेरणा मिली कि मध्यप्रदेश में भी ऐसा कोई स्थल विकसित किया जाये। तत्काल मेरे मन में नर्मदा सागर बाँध के बेकवाटर में उभरे हनुवंतिया का चित्र उभर आया। वहाँ की मनोहारी प्राकृतिक सुषमा, सघन वन प्रांत और सुन्दर दृश्यावलियों को देखते हुए इससे सुन्दर स्थान कोई नहीं हो सकता।संत के हदृय जैसे ‍िनर्मल नर्मदा जल की लहरों ने मुझे बचपन से ही बहुत आकर्षित किया है। माँ नर्मदा की लहरों में अठखेलियाँ करते हुए मेरा बचपन बीता। नर्मदा के तटों पर साधु-संतों के आश्रम, मंदिर और अन्य धार्मिक स्थान युगों-युगों से योगियों, सन्यांसियों, यायावरों और गृहस्थ श्रद्धालुओं को आकर्षित करते रहे हैं। लेकिन इन अनूठे प्राकृतिक स्थल में ऐसा कोई स्थान नहीं है जहाँ लोग आमोद-प्रमोद कर सकें और परिवार के साथ वीकेण्ड मना सकें।भोपाल लौटते ही मैंने पर्यटन विकास निगम के अधिकारियों को अपना विचार बताया। उन्हें यह बहुत अच्छा लगा। देखते ही देखते उन्होंने रात-दिन मेहनत कर इसे यथार्थ में बदल दिया। अब चुनौती यह है कि इस स्थान से अधिक से अधिक लोगों को किस तरह परिचित करवाकर उन्हें आकर्षित किया जाये। भागमभाग भरी जिन्दगी में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जो प्राकृतिक स्थलों पर परिवार और प्रियजनों के साथ कुछ समय बिताना चाहते हैं। इसके लिये हनुवंतिया पर टूरिस्ट कॉम्पलेक्स बनाया गया है जहाँ बहुत अच्छी सुविधाएँ उपलब्ध हैं।पर्यटन में मार्केटिंग का बहुत महत्व है। इसीको देखते हुए हमने हनुवंतिया में क्रूज 'नर्मदा क्वीन' पर मंत्रि-परिषद् की बैठक की। इसमें हमने पर्यटन को बढ़ावा देने के संबंध में अनेक निर्णय लिये। वहीं मैंने टूरिस्ट कॉम्पलेक्स का भी लोकार्पण किया।हनुवंतिया में 12 से 21 फरवरी तक जल-महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इस रंगारंग महोत्सव में पर्यटकों के साथ-साथ टूर और ट्रेवल कम्पनियों को भी आमंत्रित किया गया है। उन्हें इस स्थान पर पर्यटन को बढ़ावा देने की संभावनाओं को देखने का अवसर प्राप्त होगा। जल महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रम, एडवेंचर स्पोर्टस गतिविधियाँ, पतंगबाजी, वॉलीबाल, केम्पफायर, स्टार ग्रेजिंग, साइकिलिंग, पैरा मोटरिंग, पैरा सेलिंग, हॉट एयर बलून, बर्ड वाचिंग जैसी अनेक गतिविधियाँ होंगी।और हाँ, खाने-पीने के शौकीनों के लिये वहाँ फूड जोन भी होगा। जहाँ विशेषकर मालवा और निमाड़ के व्यंजनों का स्वाद चखने को मिलेगा। स्थानीय कला, संस्कृति और शिल्पों का भी अदभुत समागम होगा। समुद्र की तरह विस्तृत नर्मदा जल पर क्रूज शिप में घूमने का आनन्द भी अविस्मरणीय रहेगा।मैं यह बात दावे से कह सकता हूँ कि हनुवंतिया में कुछ समय बिताने से निश्चय ही जीवन में नई ताजगी आयेंगी। जल महोत्सव का आनन्द तो अविस्मरणीय होगा ही। तो फिर इंतजार किस बात का? कीजिये हनुवंतिया जाने की तैयारी।

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हनुवंतिया में बनेगी हवाई पट्टी ,जल महोत्सव शुरू

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पर्यटन के क्षेत्र के सस्टेनेबल विकास हमारी प्राथमिकता है। इसमें पर्यावरण को ध्यान में रखकर काम किया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये हनुवंतिया में हुई मंत्रि-परिषद की बैठक में पर्यटन केबिनेट बनाने और पर्यटन नीति में संशोधन करने के निर्णय लिये गये हैं। महोत्सव में हनुवंतिया में पर्यटकों की सुविधा के लिये हवाई पट्टी बनाने की घोषणा की गई। चौहान आज हनुवंतिया में प्रथम जल-महोत्सव का शुभारंभ कर रहे थे। इस मौके पर केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वैंकया नायडू, प्रदेश के पर्यटन राज्य मंत्री सुरेन्द्र पटवा, सांसद और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान और मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक उपस्थित थे।श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को सभी क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बनाया जायेगा। आज इन्दौर में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की शुरूआत होने जा रही है। उन्होंने प्रदेश के 3 शहर का स्मार्ट सिटी परियोजना के लिये चयन किये जाने पर केन्द्रीय मंत्री श्री नायडू का आभार जताया।श्री नायडू ने कहा कि हनुवंतिया में प्राकृतिक सुंदरता और विपुल जल राशि को देखकर उन्हें आनन्द मिला है। उन्होंने अपेक्षा की कि अगली बार आने पर हनुवंतिया का नया स्वरूप उन्हें देखने को मिलेगा। यहाँ की सुन्दरता अकल्पनीय है, जिसे शब्दों में व्यक्त नहीं किया जा सकता। श्री नायडू ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नवाचार, उनकी खोज और अन्वेषण का ही परिणाम है कि इतना सुन्दर पर्यटन-स्थल विकसित हो सका। उन्होंने प्रदेश की कृषि विकास दर में लगातार वृद्धि और निरंतर चार वर्ष से कृषि कर्मण अवार्ड के लिये प्रदेश का चयन होने पर मुख्यमंत्री श्री चौहान को बधाई दी। उन्होंने श्री चौहान को 'आल इन वन' बताया और कहा कि श्री चौहान के नेतृत्व में प्रदेश देश का अग्रणी राज्य बनेगा।श्री नायडू ने हनुवंतिया टूरिस्ट परिसर का अवलोकन किया। इस मौके पर अटोई कन्वेंशन के अवार्ड विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। बेस्ट एडवेंचर टूरिज्म इंडियन स्टेट इन इनोवेशन इन क्रिएटिंग एडवेंचर डेस्टिनेशन के लिये हनुवंतिया को पुरस्कृत किया गया।महोत्सव में युवाओं को एडवेन्चर टूरिज्म का प्रशिक्षण देने के लिये मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम एवं एडवेन्चर टूर आपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (अटोई) के बीच एमओयू भी हस्ताक्षरित हुआ। अटोई के पदाधिकारी श्री अक्षय कुमार ने हनुवंतिया को देश का नया टूरिज्म डेस्टिनेशन बताया।10 दिवसीय जल-महोत्सव के दौरान हनुवंतिया के पास बने टेंट नगर को आकर्षक ढंग से सजाया गया है। रंग-बिरंगे ध्वज के साथ रोशनी भी की गई है। इसमें 120 स्विस कॉटेज भी बनाये गये हैं। आंतरिक वाहन व्यवस्था के लिये बैटरी चलित गोल्फ कार उपलब्ध है। सर्वसुविधायुक्त मार्गदर्शन कक्ष और सूचना केन्द्र बनाये गये हैं। महोत्सव के प्रारंभ में मंडला जिले से आये लोकनर्तकों ने आकर्षक नृत्य की प्रस्तुति दी। इस मौके पर बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक उपस्थित थे।

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शिवराज के रामराज्य का रामनाम सत्य

 वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी आजाद सिंह डबास ने गुड गवर्नेंस पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब मेरी ही शिकायत पर अठारह साल में कोई कार्रवाई नहीं हुई तो कैसा गुड गवर्नेंस। डबास ने यह बात सिविल सर्विसेज डे पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान यह बात कही। शाहपुरा झील किनारे स्थित प्रशासन अकादमी में सिविल सर्विसेज डे के मौके पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें प्रदेश के आईएएस, आईपीएस और आईपीएस अधिकारियों ने हिस्सा लिया। सुबह साढ़े दस बजे कार्यक्रम की शुरूआत हुई जो दोपहर दो बजे तक चला। अपर मुख्य सचिव एसआर मोहंती ने गुड गवर्नेंस को लेकर प्रिजेंटेशन दिया। कार्यक्रम में सवाल जवाब के दौरान आईएफएस अधिकारी डबास ने कहा कि उन्होंने 18 साल पहले ग्वालियर में अवैध रूप से खनिज उत्खनन को लेकर मुख्य सचिव से लेकर कई जगह शिकायत की थी। आज तक उस शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। जब मुझे ही न्याय नहीं मिला तो कैसा गुड गवर्नेंस है? सिविल सर्विस डे के एक दिन पहले अफसरों ने सिस्टम को कटघरे में खड़ा किया तो किसी ने सुधार को लेकर प्रश्न किए। मुख्य सचिव अंटोनी डिसा और पुलिस महानिदेशक सुरेन्द्र सिंह प्रश्न पूछने में सबसे आगे रहे। अफसरों के हर प्रश्न का उत्तर अपर मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा एसआर मोहंती ने बड़े ही बेबाकी और प्रशासनिक दायरे में रहते हुए दिए। प्रशासन अकादमी में आईएएस, आईपीएस और आईएफएस अफसरों के बीच जैसे ही प्रश्नोत्तर काल शुरू हुआ कि मुख्य सचिव अंटोनी डिसा ने पहला प्रश्न किया कि सीनियर अधिकारी के लिए माइक्रो मैनेजमेंट में गुड आस्पेक्ट कैसे हो सकता है। इसी दौरान पुलिस महानिदेशक सुरेन्द्र सिंह ने सवाल किया कि माइक्रो मैनेजमेंट में एकाउंटेबिलिटी को लेकर कैसे काम किया जा सकता है। सीएस के प्रश्न का उत्तर देते हुए एसीएस मोहंती ने बताया कि इरिगेशन पॉलिसी के लिए एसीएस जलसंसाधन आरएस जुलानिया द्वारा किए गए कार्य माइक्रो मैनेजमेंट का सबसे अच्छा उदाहरण है। डीजी सवाल पर उत्तर मिला कि रिस्पांसबिलिटी फिक्स करने की जरूरत है। सोशल मीडिया आजकल इसमें अहम् रोल अदा कर रहा है। आंख मंूदकर स्थानीय अफसर विश्वास करने की जरूरत नहीं है।   APCCF डबास को CS डिसा की डपट, बोले पर्सनल बातों का नहीं है मंच अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक आजाद सिंह डबास को मुख्य सचिव अंटोनी डिसा और पीसीसीएफ नरेन्द्र कुमार की फटकार भी लगी। डबास को बोलने के बीच ही रोकते हुए उन्हें नसीहत दी गई कि यह मंच पर्सनल बातों के लिए नहीं बल्कि गुड गर्वनेंस पर बोलने के लिए है। डबास ने मंच से 18 साल पुराना एक मामला उठाते हुए कोई कार्रवाई नहीं होने की बात कही थी। वे अपने ही विभाग के अफसरों की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगा रहे थे। दरअसल अपर मुख्य सचिव स्कूल शिक्षा एसआर मोहंती अफसरों के प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे। इसी दौरान एपीससीएफ अजाद सिंह डबास खड़े हुए और प्रश्न दागा कि ग्वालियर वृत्त के वन क्षेत्र में खनिज का अवैध उत्खनन हुआ, मैने शिकायत की, पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। वे विभाग पर कुछ और बोलते इसके पहले मुख्यसचिव ने बीच में ही रोका और बैठ जाने को कहा। डबास फिर भी नहीं माने और बोलने को आगे बढ़े तभी पीसीसीएफ ने भी टोका और पर्सनल बातें अलग से करने की नसीहत दे डाली।   ACS मोहंती का प्रजेंटेशन काबिल-ए-तारीफ सिविल सर्विस डे के मौके पर स्कूल शिक्षा विभाग के एसीएस एसआर मोहंती ने प्रजेंटेशन दिया। उन्होंने कहा कि कौटिल्य, प्रजा की खुशी में अपनी खुशी मानते थे। वे अपनी खुशी को खुशी नहीं मानते थे। हम सिस्टम को डेवलप कैसे कर सकते हैं? पैसे का इस्तेमाल लोगों के लिए कैसे कर सकते हैं? इस तरह की नीति बनाकर मौजूदा समय में काम करने की जरूरत है। गुड गवर्नेंस के पांच पिलर हैं। सिटिजन सेंट्रिंग प्रशासन ही गुड गवर्नेंस में माना जाता है। जीरो टॉलरेंस, लीगल सिस्टम, कांपीटेंट पर्सनल, साउंड पर्सनल मैनेजमेंट, गुड पॉलिसी इसके लिए आवश्यक हैं।   माइक्रो मैनेजमेंट में एकाउंटेबिलिटी पर कैसे होगा काम: DGP सवाल: डीजीपी सुरेन्द्रसिंह-माइक्रो मैनेजमेंट में एकाउंटेबिलिटी को लेकर कैसे काम किया जा सकता है। जवाब: एसीएस मोहंती- रिस्पांसबिलिटी फिक्स करने की जरुरत है। सोशल मीडिया आजकल इसमें रोल अदा कर रहा है। आंख मूंदकर स्थानीय अफसर पर विश्वास करने की जरुरत नहीं है। सवाल: सीएस अंटोनी डिसा- सीनियर अधिकारी के लिए माइक्रो मैनेजमेंट में गुड आस्पेक्ट कैसे हो सकता है। जवाब: एसीएस मोहंती - इरिगेशन पॉलिसी के लिए एसीएस आरएस जुलानिया द्वारा किए गए कार्य माइक्रो मैनेजमेंट का सबसे अच्छा उदाहरण है। सवाल: एडीजी प्रदीप रुनवाल-डायल 100 में फाल्स काल भी आते है इसे रोकने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे है। जवाब: एडीजी अन्वेष मंगलम -85 फीसदी फाल्स काल एमपी में आ रहे है। इसे कम करने के लिए दवाब बनाने की जरुरत अभी नहीं है। देश-प्रदेश में इस तरह की बहुत शिकायत आती है। कई बार मिस कॉल से भी जानकारी मिलती है। कई बार लोग पचास से सौ बार फाल्स कॉल् करते हे। ऐसे लोगों को ब्लैक लिस्ट किया है पर पूरी तरह इग्नोर नहीं किया है। सवाल: डायल 100 के बाद पुलिस कर्मी बीट पर मौजूद नहीं रहते। पुलिस का संवाद घटा है। इसे सुधारने की जरुरत है। जवाब: डीजीपी-सिंहस्थ के चलते फोर्स की दिक्कत आई है। बीट में मूवमेंट कम नहीं होने देंगे।

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