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श्योपुर News


seopur, Cheetah

श्योपुर। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में भारतीय मूल की मादा चीता मुखी ने पांच स्वस्थ शावकों को जन्म दिया है। यह उपलब्धि भारत के चीता पुर्नवास के लिए एक ऐतिहासिक सफलता मानी जा रही है। कूनो प्रबंधन के अनुसार मादा चीता मुखी और उसके सभी शावक पूरी तरह स्वस्थ बताए गए हैं।   यह पहली बार है जब भारत में जन्मी किसी मादा चीता ने देश की धरती पर सफल प्रजनन किया है। लगभग 33 महीने की मुखी अब प्रोजेक्ट चीता की पहली ऐसी मादा बन गई है, जिसने पांच शावकों को जन्म देकर संरक्षण प्रयासों की सफलता को मजबूती दी है।   मुख्यमंत्री ने कहा यह भारत के लिये बड़ी उपलब्धि चीता के मुखी द्वारा जन्में गये शावकों को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर इसे साझा करते हुए लिखा है कि यह उपलब्धि भारत में एक आत्मनिर्भर, स्थिर और आनुवंशिक रूप से विविध चीता जनसंख्या स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। इससे देश के दीर्घकालिक संरक्षण लक्ष्यों को बल मिलेगा और वन्यजीव संरक्षण के क्षेत्र में भारत की वैश्विक छवि मजबूत होगी। सीएम ने कूनो की टीम और वन विभाग को इस महत्वपूर्ण उपलब्धि के लिए बधाई दी।   भारत में चीता की संख्या हुई 32, कूनो राष्ट्रीय उद्यान में अभी 29 चीता भारत में चीतों की कुल संख्या 32 हो गई है, जिसमें से 29 चीते मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में हैं। 3 चीते गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में रखे गए हैं। यह संख्या चीता पुनर्वास परियोजना की स्थिरता को प्रदर्शित करती है। नामीबियाई मादा चीता ज्वाला (सियाया) की संतान मुखी का सफल प्रजनन इस उपलब्धि का केंद्र है। मुखी द्वारा पांच शावकों को जन्म देना न केवल संख्या बढ़ाता है, बल्कि यह भी स्थापित करता है कि भारत में जन्मी चीता यहां के पर्यावरण में सफलतापूर्वक प्रजनन कर सकती है।   तीसरी पीढ़ी लिये अधिक प्रतिकूल रहेगा कूनो का वातावरण कूनो प्रबंधन के अनुसार मुखी द्वारा जन्में गये शावक भारत में चीता की तीसरी पीढी के कहलायेंगे। यह तीसरी पीढ़ी के शावक भारत की धरती पर पैदा हुई मां मुखी की संतान है, जो इन्हें भारतीय वातावरण के साथ बेहतर तालमेल बिठाने में मदद करेगी, क्योंकि वह जन्म के साथ यहां के मौसम से अनुकूलन कर रही है। इनका प्राकृतिक रूप से यहाँ जन्म लेना, चीता प्रोजेक्ट की बढ़ी सफलता है।    

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 MadhyaBharat  20 November 2025

seopur, young man , murdered

श्योपुर। मध्‍य प्रदेश के श्योपुर जिले के मानपुर थाना क्षेत्र में जमीन विवाद के चलते एक व्यक्ति की हत्या का मामला सामने आया है। युवक की मौत विवाद के बाद अस्पताल में आकर हुई है। घटनाक्रम के अनुसार शुक्रवार शाम हुई मारपीट में गंभीर रूप से घायल सुदीप चौहान (49) पुत्र ओंकार सिंह चौहान, निवासी वार्ड क्रमांक 13 महाराणा प्रताप नगर ने जिला अस्पताल में इलाज के दौरान शनिवार को दम तोड़ दिया।   पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, फरियादी ने घायल अवस्था में दुर्गापुरी चौकी पहुंचकर घटना की सूचना दी। इसके बाद पुलिस घायल को मानपुर थाना ले गई और तुरंत जिला अस्पताल भेजा। चिकित्सकों के प्रयासों के बावजूद गंभीर चोटों के कारण युवक की जान नहीं बचाई जा सकी। जमीन से जुड़े पुराने विवाद को लेकर घटित हुई घटना प्रारंभिक जांच में मामला जमीन के विवाद का सामने आया है। बताया गया है कि सुदीप चौहान की क्यारपुरा क्षेत्र में जमीन है, जिसे भत्ते पर दिया हुआ था। जमीन से जुड़े पुराने विवाद और हिसाब-किताब को लेकर गुरुवार शाम लगभग 6 बजे दोनों पक्षों में कहासुनी बढ़ गई। इसी दौरान दिलखुश पुत्र सुरेश मीणा, राजेंद्र पुत्र सुरेश मीणा, सुरेश पुत्र रामनाथ और गप्पू पुत्र जुगराज मीणा, सभी निवासी क्यारपुरा, ने अचानक हमला कर दिया।   फरियादी के अनुसार, आरोपियों ने सुदीप पर तलवार से वार किया था, जो सीधे सिर में लगा और उन्हें गंभीर चोटें आई। पुलिस गिरफ्त से बाहर है आरोपी घटना के बाद सभी आरोपी मौके से फरार हो गए। मानपुर पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। पुलिस टीम घटना स्थल का निरीक्षण कर रही है और आसपास के ग्रामीणों से पूछताछ भी की जा रही है।   मानपुर टीआई, थाना पप्पू यादव का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और साक्ष्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। आरोपियों को तलाश करने टीम भेजी जा चुकी है जल्दी ही गिरफ्तार किए जाएंगे।  

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 MadhyaBharat  15 November 2025

seopur, E-KYC is mandatory, gas consumers

श्योपुर। एलपीजी (तरलीकृत पेट्रोलियम गैस) सिलेंडर कनेक्शनधारी उपभोक्ताओं में से 50 प्रतिशत ने अभी तक ई-केवायसी नहीं कराई है। ऐसे में कई उपभोक्ताओं की जहां सब्सिडी बंद हो चुकी हैं, वहीं आगामी 30 नवंबर के बाद उन्हें गैस रिफलिंग कराने में भी असुविधाओं का सामना करना पड़ सकता है। गैस एजेंसी संचालकों के अनुसार अगले महीने तो जिले के 50 हजार उपभोक्ताओं की गैस रिफिलिंग (सिलेंडर भरवाने) पर भी संकट खड़ा हो सकता है। क्योंकि गैस एजेंसियां बिना ई-केवायसी वाले उपभोक्ताओं की सप्लाई रोकने की तैयारी कर रही है। इसके लिए गैस एजेंसियों द्वारा अपनी अपनी गैस एजेंसियों के माध्यम से उपभोक्ताओं को चेतावनी जारी की जा रही है। पांच साल पुराने उपभोक्ताओं के लिये जरूरी ई-केवायसी श्योपुर शहर में 2 गैस एजेंसियां हैं और दोनों के माध्यम से लगभग 25 हजार उपभोक्ता गैस कनेक्शनधारी हैं। स्थिति ये है कि शहर में भी अभी 50 फीसदी के आसपास उपभोक्ताओं ने ही ई-केवायसी कराई है। यूं तो सभी गैस उपभोक्ताओं को ई-केवायसी करानी है, लेकिन 5 साल से ज्यादा पुराने उपभोक्ताओं के लिये ये सबसे पहले अनिवार्य है। श्योपुर नगर में लगभग सभी उपभोक्ता 5 साल पुराने है, बावजूद इसके यहां भी अभी उपभोक्ता ई-केवायसी कराने में पीछे हैं।   उपभोक्ता घर से भी कर सकते हैंई-केवायसी - सबसे पहले आपको वेबसाइट डब्ल्यूडब्ल्यू डॉट पीएमयूवाय डॉट जीओवी डॉट इन पर जाना होगा। - अब आपको अपनी गैस कंपनी का एप डाउनलोड करना होगा। - इसके बाद आपको आधार फेस आरडी एप डाउनलोड करना होगा। - अब आपको उस एप को ओपन करना है इसके बाद आपको अपना वही नंबर दर्ज करना है जो एलपीजी आईडी में है। - फिर आधार ऑथेंटिकेशन या ई-केवायसी विकल्प चुनें। - अब आधार फेस आरडी ऐप के माध्यम से चेहरे की पहचान पूरी करें।   ई-केवायसी के लाभ - सब्सिडी का लाभ सीधे आपके खाते में भेजा जाएगा। - नकली या गलत उपभोक्ता खातों को हटाने में मदद मिलेगी। - सरकारी योजनाओं का लाभवास्तविक पात्र लाभार्थियों तक पहुंचेगा। - पीएम उज्ज्वला योजना के लाभ के लिए उसकी सब्सिडी उसके बैंक खाते में सीधे भेजी जाएगी। - यह प्रक्रिया बिलकुल फ्री और डिजिटली सुरक्षित है।   श्योपुर गैस सर्विस संचालक, विवेक गोयल का कहना है कि जिले में अभी 50 फीसदी गैस उपभोक्ताओं ने ही ई-केवायसी कराई है। ई केवाईसी अपडेट नहीं होने के बाद अगले महीने से गैस कनेक्शन ब्लॉक हो सकता है। जिले में इंडेन और भारत गैस के माध्यम से कुल 14 गैस एजेंसी संचालित हैं, जिनके अंतर्गत 1 लाख एलपीजी उपभोक्ता हैं, जिसमें से 50 हजार अभी ई-केवायसी से वंचित है। यदि समय रहते ई-केवायसी नहीं कराई तो सब्सिडी बंद होने के साथ ही कनेक्शन भी बंद हो सकता है।  

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 MadhyaBharat  15 November 2025

bhopal,  cheetah cub ,dies in Kuno

भोपाल । मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान में सोमवार देर शाम एक और चीता शावक की मौत हो गई। शाम करीब 6:30 बजे मादा चीता 'ज्वाला' की 20 महीने की शावक मृत पाई गई। पार्क प्रबंधन ने शुरुआती जांच में चीता शावक की मौत की वजह तेंदुए के साथ संघर्ष को बताया है। चीता परियोजना के क्षेत्र संचालक उत्तम शर्मा ने बताया कि सोमवार शाम लगभग 6.30 बजे माता चीता ज्वाला की एक 20 माह की मादा उप-वयस्क चीता जंगल में मृत पाई गई। उसे 21 फरवरी 2025 को मां जवाला और तीन शावकों के साथ जंगल में छोड़ा गया था। मृत मादा उप वयस्क चीता ने उसने अपनी मां को एक महीने से अधिक समय पहले और अपने साथी शावकों को कुछ दिन पहले छोड़ दिया था। उन्होंने बताया कि मृत्यु का प्राथमिक कारण तेंदुए के साथ संघर्ष प्रतीत होता है। स्वतंत्र जीवन जीते हुए यह शावक शिकार या अपने क्षेत्र को लेकर तेंदुए से भिड़ गई होगी। विस्तृत जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ज्ञात होगी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले नामीबिया से लाई गई मादा चीता 'नभा' की भी शिकार के दौरान मौत हो गई थी। ताजा घटना के बाद कूनो में अब कुल 25 चीते हैं, जिनमें 9 वयस्क (6 मादा और 3 नर) और 16 भारत में जन्में चीते शामिल हैं। सभी स्वस्थ हैं और प्राकृतिक माहौल में अच्छी तरह रह रहे हैं। चीता परियोजना प्रबंधन लगातार उनकी निगरानी कर रहा है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को समझने और आगे की रणनीति बनाने के लिए सघन मॉनिटरिंग जारी रहेगी। कूनो राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश के श्योपुर और मुरैना जिलों की सीमा पर स्थित है। यह देश के महत्वपूर्ण वन्यजीव अभयारण्यों में गिना जाता है और विशेष रूप से "चीता पुनर्वास परियोजना" के कारण हाल के वर्षों में अंतरराष्ट्रीय सुर्खियों में रहा है। यहां कई दुर्लभ और विलुप्तप्राय जीव-जंतु भी पाए जाते हैं। इनमें तेंदुआ, भालू, जंगली कुत्ता, लकड़बग्घा, सांभर, नीलगाय और चिंकारा प्रमुख हैं। केन्द्र सरकार ने चीता पुनर्वास परियोजना के तहत नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीते लाकर यहां बसाए थे। इस उद्यान का क्षेत्रफल करीब 748 वर्ग किलोमीटर है और इसे 2018 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला।  

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 MadhyaBharat  16 September 2025

seopur, Female Cheetah Gamini, left Kuno

श्योपुर । मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क से निकलकर दो चीते बुधवार काे कराहल जनपद की ग्राम पंचायत जाखदा के ग्राम हसनपुर पहुंच गए हैं। यहां दाेनाें चीतों ने घर के सामने बंधे बछड़े का शिकार किया। आबादी क्षेत्र में चीताें काे देखकर ग्रामीणों में दहशत फैल गई। कूनो सीसीएफ उत्तम कुमार शर्मा ने बताया कि जिस ग्रामीण के बछड़े का शिकार किया है, उसे मुआवजा दिया जाएगा। इसके साथ ही कूनो की मॉनिटरिंग टीम ने दोनों चीतों को ट्रैक कर गांव से बाहर खदेड़ दिया है।   दरअसल, मादा चीता गामिनी और उसका शावक खेतों से होते हुए बुधवार सुबह करीब सात बजे गांव पहुंच गए। यहां रहने वाले पप्पू पटेलिया के बाड़े में बंधी गायाें में से एक बछड़े पर हमला कर दिया। करीब एक घंटे तक दोनों ने वहीं बैठकर उसे खाया। कुछ लोगों ने दूर से इसका वीडियो भी बनाया। वीडियो में एक चीता अपने शिकार को खाते दिख रहा है। वहीं, दूसरा अठखेलियां करता हुआ दिख रहा है। चीताें काे देखकर ग्रामीणाें में दहशत फैल गई। गांव वालों ने तुरंत वन विभाग को इसकी सूचना दी। इसके बाद टीम मौके पर पहुंचकर निगरानी कर रही है। अधिकारियों ने तत्काल लोकेशन ट्रैक कर उन्हें गांव से बाहर खदेड़ना शुरू किया। फिलहाल, दोनों चीतों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है। उन्हें सुरक्षित तरीके से कूनो सेंचुरी में वापस भेजने का प्रयास किया जा रहा है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि चीतों की मूवमेंट पर नजर रखी जा रही है। दोनों चीतों को सुरक्षित जंगल क्षेत्र में ले जाने की कोशिश की जा रही है। विभाग द्वारा गांव के आसपास के क्षेत्रों में गश्त भी बढ़ाई गई है।    

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 MadhyaBharat  6 August 2025

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श्योपुर । श्योपुर जिले के सोइंकला गांव में मंगलवार दाेपहर काे सीप नदी में नहाने गई तीन बालिकाएं तेज बहाव में बह गईं। मौके पर मौजूद एक ग्रामीण युवक ने दो बालिकाओं काे बचा लिया, जबकि एक लापता हाे गई। सूचना के बाद मौकास्थल पर एसडीआरएफ की टीम सर्च ऑपरेशन चला रही है।   जानकारी के अनुसार घटना मंगलवार सुबह तकरीबन 11 बजे की है। मिनाक्षी और शिवानी और गरिमा तीनों बालिकाएं नदी में नहा रही थीं। इस दाैरान अचानक पैर फिसलने से वे पानी में बहने लगीं। शोर सुनकर एक स्थानीय युवक ने तुरंत नदी में छलांग लगाई। उसने मिनाक्षी और शिवानी को बचा लिया लेकिन गरिमा (13) नदी के तेज बहाव में लापता हो गई। जानकारी लगते ही घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हाे गई। लाेगाें ने तुरंत पुलिस और प्रशासन काे जानकारी दी। सूचना मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है। नदी का बहाव तेज होने से बचाव काम में परेशानी आ रही है। टीम लगातार तलाश में जुटी है। प्रशासन ने आसपास के इलाकों को अलर्ट कर दिया है।  

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 MadhyaBharat  15 July 2025

seopur, 9 people injured, Sheopur-Pali highway

श्योपुर । मध्य प्रदेश के श्याेपुर जिले में शनिवार सुबह एक कार और ऑटाे की टक्कर में नाै लाेग घायल हाे गए। घायलाें में दाे की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलाें काे ईलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। गंभीर होने के कारण दो को जयपुर रेफर किया गया है। फिलहाल पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।   जानकारी अनुसार हादसा श्योपुर-पाली हाईवे पर शनिवार सुबह करीब 10.30 बजे हुआ। यहां रायपुरा गांव के पास एर्टिगा कार और ऑटो की टक्कर हाे गई। ऑटो में भेला गांव के पांच लोग सवार थे। इनमें रामोतार (30), राहुल (32), उनकी पत्नी लक्ष्मी (28) और दो बच्चे सायना (9) और रोहित (7) शामिल हैं। ये सभी श्योपुर जा रहे थे। ऑटो ड्राइवर जीतेंद्र (28) सवारियों को लेकर बालापुर से श्योपुर आ रहा था। वहीं कार में तीन लोग सवार थे। इनमें इनायत (45), तबस्सुम (38) और सानिया (17) शामिल हैं। घायलों में से ऑटो ड्राइवर जीतेंद्र और तबस्सुम की हालत गंभीर होने के कारण दोनों को जयपुर रेफर किया गया है।   हां बताया गया िक राहगीरों और स्थानीय लोगों ने घायलों को बाहर निकाला। उन्होंने एम्बुलेंस और पुलिस को सूचना दी। देहात थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को जिला अस्पताल पहुंचाया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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 MadhyaBharat  24 May 2025

seopur,  Cheetah Jwala, her cubs

श्योपुर । कूनाे नेशनल पार्क की मादा चीता ज्चाला एक बार फिर अपने तीन शावकाें के साथ तफरी करने जंगल की सीमा से बाहर निकली। सोमवार सुबह मादा चीता ज्वाला अपने तीन शावकों के साथ वीरपुर क्षेत्र के सीखेड़ा और मुंडापुरा गांवों के पास पहुंच गई है। यहां उसने गाय का शिकार कर अपनी और अपने शावकों की भूख मिटाई। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियाे भी सामने आया है।   बताया जा रहा है कि चीता ज्वाला अपने शावकों के साथ रविवार रात कूनो नेशनल पार्क से निकली है। करीब दो महीने बाद चीता फैमिली कूनो नेशनल पार्क से बाहर निकली है। पार्क प्रबंधन को जैसे इस बात की खबर लगी, उसने आसपास के ग्रामीण इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया। ग्रामीण रविवार रात से ही सतर्क हैं। वे टॉर्च की रोशनी में चीतों पर नजर रख रहे हैं। ग्रामीणों ने मवेशियों की सुरक्षा के लिए लोगों ने समूह बनाकर रातभर पहरा दिया। साेमवार सुबह चीता फैमिली जब वीरपुर थाने के पास वाली पुलिया पार कर रही थी उस दौरान एक बाइक सवार डर के मारे भागता नजर आया। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियाे भी सामने आया है। कूनो नेशनल पार्क की टीम चीता फैमिली के मूवमेंट पर नजर रखे हुए है।   वन विभाग ने ग्रामीणों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। विभाग ने कहा है कि चीते इंसानों पर हमला नहीं करते हैं। ग्रामीणों से किसी भी गतिविधि की सूचना तुरंत विभाग को देने को कहा गया है। गाैरतलब है कि इससे पहले 23 मार्च को कूनो नेशनल पार्क से बाहर निकले 5 चीतों पर ग्रामीणों ने लाठी-डंडों और पत्थरों से हमला कर दिया था। घटना का वीडियो भी सामने आया था। हालांकि, मौके पर मौजूद वन विभाग की रेस्क्यू टीम ग्रामीणों से चीतों से दूर रहने का कहती रही, लेकिन वे नहीं माने।  

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 MadhyaBharat  12 May 2025

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श्योपुर । श्योपुर जिले में सोमवार को दबंगों ने दलित युवक के शव का अंतिम संस्कार करने से रोक दिया। इसके बाद आक्रओशित परिजनाें और समाज के लाेगाें ने शव को सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया और पत्थरबाजी की। सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन दल बल के साथ माैके पर पहुंचा। विजयपुर एसडीएम अभिषेक मिश्रा भी पहुंचे हैं।   जानकारी के अनुसार मामला लीलदा गांव का है। गांव का जगदीश जाटव बेंगलुरु में प्राइवेट नौकरी करता था। पांच दिन पहले सड़क हादसे में उसकी मौत हो गई थी। सोमवार सुबह करीब 10 बजे शव गांव लाया गया। इसके बाद दोपहर करीब एक बजे शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने लगे। इस दाैरान रावत समाज के लोगों ने आपत्ति जताई। गांव की रावत समाज के लाेगाें का कहना है कि हम अपने खेत में शव नहीं जलाने देंगे। यहां हम फसल उगाते हैं। जाटव समाज के लोग जबरन शव जलाना चाहते हैं। कहीं दूसरी जगह शव जलाएं, तो हमें कोई आपत्ति नहीं है।   वहीं विराेध के बाद मृतक युवक के परिजनाें और ग्रामीणाें ने सड़क पर शव रखकर विवाद शुरू कर दिया। कलेक्टर अर्पित वर्मा का कहना है कि अभी हालात सामान्य नहीं हुए हैं। वहां शांति व्यवस्था बनाने की कोशिश की जा रही है। दलित समाज की महिलाओं का कहना है कि हमारे पास श्मशान की जगह नहीं है। जाटव समाज के श्मशान घाट की जमीन रेलवे में चली गई है। इस कारण उनके पास अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं है। ग्रामीण सुरेश जाटव ने कहा कि पटवारी की ओर से अंतिम संस्कार के लिए जगह दी गई, लेकिन रावत समाज के लोग रोक रहे हैं। जबकि ये सरकारी जमीन है। रावत समाज का कोई भी पट्टा नहीं है। हमें अंतिम संस्कार नहीं करने दिया जा रहा। जब तक जगह नहीं मिलेगी, तब तक चक्काजाम से नहीं हटेंगे। पटवारी और तहसीलदार से भी शिकायत की है। प्रशासन ने आश्वासन दिया कि हमने जगह दे दी है, वहीं पर अंतिम संस्कार करें।    

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 MadhyaBharat  28 April 2025

bhopal, Five leopards , Kuno National Park

भोपाल/श्योपुर । मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में एक माह पहले बाड़े से निकालकर खुले जंगल में छोड़ी गई मादा चीता ज्वाला और उसके चार शावक जंगल की सीमा से बाहर निकल आए। सोमवार सुबह श्योपुर की विजयपुर तहसील के भैरोपुरा गांव में मादा चीता ने एक बछड़े पर हमला कर दिया। बछ़ड़े पर हमला होते देख उसके मालिक और ग्रामीणों ने चीतों पर पत्थर मारना शुरू कर दिया। हालांकि कूनो की टीम ने मौके पर पहुंची और ग्रामीणों से ऐसा नहीं करने को कहा।दरअसल, एक महीने पहले खुले जंगल में छोड़ी गई मादा चीता ज्वाला और उसके चार शावक शनिवार शाम को पहली बार पार्क की सीमा से बाहर आ गए थे। चीते रविवार को दोपहर बाद फिर कूनो के जंगल की ओर लौट गए थे। लेकिन रविवार रात को ये चीते वीरपुर तहसील के ग्राम श्यामपुर के पास देखे गए। वे निर्माणाधीन श्योपुर-ग्वालियर ब्रॉडगेज रेल ट्रैक से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर थे। सोमवार सुबह ये पांचों चीते कूनो सायफन के पास से होते हुए कूनो नदी में पहुंचे। वे निर्माणाधीन रेलवे पुल के नीचे काफी देर तक बैठे रहे। इस दौरान कूनो सायफन से गुजरने वाले राहगीरों की भीड़ चीतों को देखने के लिए जमा हो गई।मादा चीता और शावक एक-एक कर रास्ता पार कर रहे थे, तभी उन्होंने गाय के बछड़े पर हमला कर दिया। मादा चीता और शावकों को भगाने के लिए ग्रामीण लाठी लेकर दौड़े और पत्थर मारना शुरू कर दिए। चीता ज्वाला काफी देर तक बछड़े का गला पकड़े रही। बछ़ड़े पर हमला होते देख उसके मालिक व ग्रामीणों ने चीतों पर पत्थर मारना शुरू कर दिया। लाठी से भी भगाने का प्रयास किया। पास खड़ी कूनो की टीम ने ग्रामीणों को समझाया कि बछड़े का मुआवजा मिल जाता है, चीतों पर हमला न किया जाए। वहीं, पत्थर से हमला करने के बाद मादा चीते ने बछड़े को छोड़ दिया और शावकों के साथ भाग निकली।गौरतलब है कि मादा चीता ज्वाला व शावकों की निगरानी में 15 लोगों का दल निगरानी कर रहा है। जब सोमवार सुबह यह घटना हुई तो एक दल पीछे रह गया था और एक वहीं चीतों के आसपास ही मौजूद था। ग्रामीणों से दल ने बात की और समझाने का प्रयास किया कि आगे से ऐसा न करें।

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 MadhyaBharat  24 March 2025

seopur, Cheetah Agni,Kuno forest

श्योपुर । मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में खुले जंगल में छोड़े गए दो चीतों में एक चीता "अग्नि" श्योपुर शहर की सड़क पर घूमते नजर आया है। मंगलवार-बुधवार की रात एक वाहन सवार राहगीर ने अपने कैमरे से उसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर किया है। वहीं, शहर में लगे कई सीसीटीवी कैमरों में भी अग्नि के सड़क पर घुमते हुए कैद हुआ है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो के अनुसार चीता अग्नि मंगलवार-बुधवार की रात शहर की पुलिस लाइन, कलेक्ट्रेट, स्टेडियम परिसर में देखा गया। स्टेडियम में उसने एक मादा डॉग का शिकार किया है। अभी तक चीता की लोकेशन शेयर करने से इंकार कर रहे चीता प्रबंधन ने भी पुष्ट किया है कि चीता जंगल से काफी दूर घूम रहा है। पिछले चार दिन पहले कूनो नेशनल पार्क से निकलकर शहरी इलाके के पास पहुंचे चीते का शहर की सड़कों पर दौड़ते हुए 6 मिनट का वीडियो सामने आया है। मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात वह शहर के वीर सावरकर स्टेडियम के पास देखा गया। यहां चीते ने एक मादा डॉग का शिकार किया। चीता स्टेडियम, कलेक्ट्रेट और ईको सेंटर होते हुए बावंदा नाले तक पहुंचा है। रात एक बजे का शिवपुरी रोड पर स्थित जैन रेस्टोरेंट व गोयल फोटो कॉपी की दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरे में उसके दौड़ते हुए फुटेज आए हैं। यह चीता अमराल नदी किनारे होते हुए स्टेडियम में घुसा था। कूनो की तरफ जंगल में चला गया कलेक्ट्रेट से आगे से निकलकर कूनो की तरफ जंगल में चला गया है। अधिकारियों के मुताबिक अभी वह गोरस कलमी के बीच भीमलत गांव के पास है। कूनो नेशनल पार्क की चीता ट्रैकिंग टीम इस चीते को ट्रैक कर रही है। इस इलाके से सामान्य और कूनो वन मंडल का बफर जोन का जंगल लगा हुआ है। क्रशर बस्ती में रहने वाले युसूफ खान ने बताया कि स्टेडियम में दो गाड़ियां भी कुछ दूरी से चीतों की निगरानी कर रहीं थी। लोगों ने जब चीतों का वीडियो बनाया तो मोबाइल लेकर वीडियो डिलीट कर दिया। कुछ लोगों का कहना है कि चीता डॉग का शिकार कर उसे खींचकर ले गया। वीडियो सामने आने के बाद स्टेडियम में रहने वाले कर्मचारी दहशत में हैं, हालाकि कूनो प्रबंधन व चीता मित्रों ने पहले भी लोगों को समझा रखा है कि चीते किसी पर हमला नहीं करते, इसलिए डरें नहीं केवल सचेत रहें। नेशनल पार्क के डीएफओ आर थिरूकुरालका कहना है कि दूसरे चीता वायु की लोकेशन मुरैना की ओर है। चीता की निगरानी के लिए उनकी टीमें तैनात है जो 24 घंटे उसे पर निगरानी रखते हैं। टीम में तीन-तीन लोगों की ड्यूटी है, प्रत्येक टीम की ड्यूटी 8 घंटे की है, जरूरत पड़ने पर चीते को ट्रेंकुलाइज के लिए भोपाल स्तर के अधिकारियों के द्वारा निर्णय लिया जाता है।

MadhyaBharat

 MadhyaBharat  25 December 2024

bhopal,   population of cheetahs, Kuno National Park

श्योपुर/भोपाल । मध्य प्रदेश के श्योपुर जिला स्थित कूनो राष्ट्रीय उद्यान से एक खुशखबरी आई है। यहां केन्द्र सरकार द्वारा चीता प्रोजेक्ट के तहत बसाए गए चीतों का कुनबा एक बार फिर बढ़ गया है। दरअसल, दक्षिण अफ्रीकी मादा चीता निर्वा ने कूनो में चार शावकों को जन्म दिया है। इसके बाद यहां चीतों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। इनमें 12 वयस्क और 12 शावक शामिल हैं।   सिंह परियोजना के सीसीएफ उत्तम कुमार शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि दक्षिण अफ्रीका से लाई मादा चीता निर्वा ने गत 22 नवंबर को चार शावकों को जन्म दिया है।   गौरतलब है कि भारत सरकार ने चीता प्रोजेक्ट के तहत कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से 20 चीते लाकर बसाए थे। इनमें से प्रधानमंत्री मोदी ने साल 2022 में अपने जन्मदिन पर नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनों नेशनल पार्क के बाड़ों में रिलीज किया था। इसके बाद 12 चीते दक्षिण अफ्रीका से लाए गए थे। इनमें मादा चीता निर्वा भी शामिल है। साउथ अफ्रीका से लाई गई निर्वा को मई 2023 में पहली बार कूनो के खुले जंगल में छोड़ा गया था। इसके पहले निर्वा को बाड़े में ही दूसरे चीतों के साथ रखा गया था।   मादा चीता निर्वा के पिछले दिनों गर्भवती होने की जानकारी सामने आई थी। इसके बाद से पार्क प्रबंधन ने इस पर निगरानी बढ़ा दी थी। अब निर्वा द्वारा शावकों के जन्म दिए जाने के बाद से चीता प्रोजेक्ट को एक बड़ी सफलता मिली है। चार शावकों के जन्म के बाद अब कूनो नेशनल पार्क में चीतों की संख्या बढ़कर 24 हो गई है। इनमें 12 शावक भी शामिल हैं। इन सभी शावकों का जन्म कूनों में ही हुआ है।   कूनो नेशनल पार्क में लगातार हो रहे चीतों के जन्म के बाद यह ब्रीडिंग सेंटर बन गया है। अब धीरे-धीरे देश में चीतों की संख्या बढ़ती जा रही है। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में विदेश से चीतों को लाकर बसाने के प्रोजेक्ट को मिल रही सफलता के बाद अब मंदसौर के गांधी सागर अभयारण्य में भी इन्हें लाने की तैयारी है। अब यहां भी चीतों को लाकर बसाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए टीम यहां निरीक्षण भी कर चुकी है।

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 MadhyaBharat  25 November 2024

seopur, Ruckus after ,by-election in Vijaypur

श्योपुर । मध्य प्रदेश की विजयपुर और बुधनी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए बुधवार को मतदान संपन्न हो गया। विजयपुर में विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के बाद शुरू हुआ बवाल लगातार जारी है। कथित ताेर पर वाेट नहीं देने पर बीती देर रात दलित बस्ती में दबंगों ने जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान उन्होंने पहले पथराव किया, फिर 4 कच्चे घरों, ट्रांसफार्मर और 4-5 बिजली पोल समेत पशुओं के चारे को आग के हवाले कर दिया। साथ ही दबंगों ने गांव में लगी डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को भी तोड़ दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि ये सब कुछ भाजपा से जुड़े हुए लोगों ने किया है।   बताया जा रहा है कि बुधवार देर रात गोहटा गांव में दबंगों ने दलित बस्ती में दबंगई दिखाई है। करीब 200 दबंगों ने दलित बस्ती पर धावा बोलकर कई घरों में तोड़फोड़ की है। साथ ही झोपड़ी में आग लगा दी है। इसके साथ ही बिजली के पोल को तोड़ दिए हैं। आरोप है कि उपद्रवियों ने ट्रैक्टर से बिजली के खंभे उखाड़ दिए है। घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है। हालांकि घटना से पुलिस साफ इंकार कर रही है। पुलिस का कहना है कि बाजरे की भूसी के ढेर में आग लगी थी। न तो आगजनी हुई और न ही तोडफ़ोड़ की गई। विजयपुर के गोहटा गांव में पथराव और आगजनी की घटना के बाद पुलिस की दो गाड़ियां पहुंची थीं, जो वीडियो में साफ दिखाई दे रही हैं, लेकिन विजयपुर टीआई पप्पू सिंह यादव इस घटना की कोई शिकायत तक नहीं मिलने की बात कह रहे हैं। टीआई पप्पू सिंह यादव का कहना है कि हमारे पास शिकायत आएगी तो कार्रवाई करेंगे। चुनाव का तनाव तो रहता ही है। ऐसी कोई बात नहीं है। बता दें कि बुधवार को वोटिंग के दौरान भी जगह-जगह मारपीट और बूथ कैप्चरिंग की घटनाएं सामने आईं थी।   एसपी बोले- बाजरा की भूसी के ढेर में आग लगी थी श्योपुर एसपी वीरेंद्र जैन का कहना है कि रात में विजयपुर थाना क्षेत्र के गोहटा गांव में दो पक्षों में विवाद की सूचना मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची। गांव में बाजरा की भूसी (बूलार) के ढेर में आग लगाई गई थी, जिसकी राख मिली। इस संबंध में शिकायत नहीं की गई है। किसी को चोट भी नहीं आई है। घर में आगजनी और तोड़फोड़ नहीं हुई है। हालांकि एहतियातन गांव में पुलिस बल तैनात है।    

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 MadhyaBharat  14 November 2024

seopur, Two brothers , lightning

श्योपुर । वीरपुर के भैरोपुरा गांव में रविवार शाम को आकाशीय बिजली गिरने से दो सगे भाइयों की मौत हो गई। 10 वर्षीय योगेश और आठ वर्षीय आशीष पुत्रगण मनीराम रावत कूनो नदी के किनारे अपने मवेशी चरा रहे थे, जब बारिश के दौरान आकाशीय बिजली ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।       घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गई और मृतकों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। योगेश और आशीष की मौत से उनके परिवार और गांव में शोक का माहौल है। पिता मनीराम रावत का रो-रोकर बुरा हाल है। पुलिस ने मर्ग कायम कर इस मामले की जांच शुरू कर दी है।    

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 MadhyaBharat  8 September 2024

Amazing coincidence on Rakshabandhan after 90 years

  मध्यप्रदेश : सावन के अंतिम या पांचवे सोमवार पर 19 अगस्त को सर्वार्थ सिद्धि योग, शोभन योग, रवि योग और श्रावण नक्षत्र का दुर्लभ संयोग बन रहा है। इन सभी योगों को बहुत ही शुभ माना जाता है। ऐसा दुर्लभ संयोग पूरे 90 साल बाद बन रहा है. ज्योतिष पदम् भूषण स्वर्ण पदक प्राप्त ज्योतिषाचार्य डॉ पंडित गणेश शर्मा ने बताया कि वैसे तो सावन का पूरा महीना ही विशेष होता है, लेकिन सावन में पड़ने वाले सोमवार का खास महत्व होता है। खासकर अंतिम सावन सोमवार को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। जो लोग किसी कारण सावन में किसी सोमवार का व्रत नहीं रख पाते, वो अंतिम सावन सोमवार का व्रत जरूर रखते है. इस वर्ष सावन की शुरुआत शिवजी के प्रिय वार सोमवार के दिन से हुई है और इसकी समाप्ति भी सोमवार के दिन ही होगी। यानी सावन माह के पहले दिन पहला सावन सोमवार व्रत रखा गया और अंतिम दिन ही आखिरी सावन सोमवार व्रत रखा जाएगा, जोकि 19 अगस्त को पड़ रहा है। इस दिन सावन पूर्णिमा और रक्षाबंधन भी होगा। सावन के अंतिम या पांचवे सोमवार पर 19 अगस्त 2024 को सर्वार्थ सिद्धि योग, शोभन योग, रवि योग और श्रावण नक्षत्र का दुर्लभ संयोग बन रहा है। इन सभी योगों को बहुत ही शुभ माना जाता है। वहीं सावन के आखिरी दिन ही सोमवार पड़ने से इसकी महत्ता काफी बढ़ जाती है। ऐसा दुर्लभ संयोग पूरे 90 साल बाद बन रहा है, जिसका शुभ प्रभाव कई राशियों पर पड़ेगा। इस बार रक्षाबंधन के दिन चार अद्भुत संयोग बन रहे है. वैदिक पंचांग के अनुसार 19 अगस्त को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा और रक्षाबंधन के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, शोभन योग और श्रवण नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है।  रक्षासूत्र की डोर भाई बहन के रिश्ते को अटूट बना सकती है। इस बार रक्षाबंधन के दिन ग्रहों का ऐसा अद्भुत संयोग बन रहा है। करीब 90 साल बाद रक्षाबंधन के दिन 4 शुभ महासंयोग बन रहे हैं। ग्रह-नक्षत्रो का यह अद्भुत संयोग भाई बहन के रिश्ते को और मजबूत करेगा। इस बार रक्षाबंधन के दिन चार अद्भुत संयोग बन रहे है। वैदिक पंचांग के अनुसार 19 अगस्त को रक्षाबंधन का पर्व मनाया जाएगा और रक्षाबंधन के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, रवि योग, शोभन योग और श्रवण नक्षत्र का महासंयोग बन रहा है। इसके अलावा इस दिन सावन का अंतिम सोमवार भी है। ऐसे में यह दिन बेहद शुभ साबित होगा। रात 8 बजकर 40 मिनट तक रहेगा ये दो योग. 19 अगस्त को सुबह से लेकर रात 8 बजकर 40 मिनट तक सर्वार्थ सिद्धि योग और रवियोग है। सर्वार्थ सिद्धि योग में किए गए सभी कार्यों में सिद्धियां प्राप्त होती है। ऐसे में इस समय में रक्षासूत्र बांधा जाए तो भाइयों पर आने वाली सभी बालाएं दूर होंगी और उन्हें आरोग्य होने का का वरदान भी मिलेगा,परंतु भद्रा रहने के कारण राखी नही बांध सकते हैं. पंडित शर्मा ने बताया कि वैदिक पंचांग के अनुसार 18 अगस्त को रात 2 बजकर 21 मिनट से भद्रा कि शुरूआत हो रही है जो अगले दिन 19 अगस्त को 1 बजकर 32 मिनट तक रहेगा। यह भद्रा पाताल लोक का भद्रा होगा। भद्रा काल में रक्षा सूत्र बांधने शुभ नहीं माना जाता है, ऐसे में 19 अगस्त को दोपहर में 1 बजकर 32 मिनट के बाद रक्षासूत्र बांधा जाएगा.  बाला जी ज्योतिष अनुसंधान केन्द्र के ज्योतिषाचार्य पंडित गणेश शर्मा के अनुसार 19 अगस्त सोमवार को 1.33 दोपहर से शाम 7 बजे तक विशेष मूहर्त 5 घंटे तक रहेगा इसके अलावा 1 बजकर 33 मिनट से लेकर शाम 9 बजकर 25 मिनट तक रक्षासूत्र बांधने का शुभ समय है। इस समय में रक्षासूत्र बांधने से भाइयों को दीर्घायु के आशीर्वाद के साथ ऐश्वर्य और सौभाग्य का वरदान भी मिलेगा. 

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 MadhyaBharat  13 August 2024

gift of Rs 1500 to beloved sisters

मध्यप्रदेश :  लाडली बहना योजना के तहत आज 1500 रुपये की राशि लगभग 1 करोड 29 लाख महिलाओं के खाते में पहुंचेगी. विजयपुर में सिंगल क्लिक के माध्यम से मुख्यमंत्री उनके खाते में राशि ट्रांसफर करेंगे. मध्य प्रदेश की करीब 1.29 करोड़ महिलाओं के चेहरे आज खुशी से खिलने वाले हैं. क्योंकि रक्षाबंधन से पहले ही राखी का तोहफा उन्हें मिलने वाला है. दरअसल, आज लाडली बहन योजना की 15वीं किस्त के 1250 रुपये आने वाले है और सीएम मोहन यादव की तरफ से रक्षाबंधन के शगुन के तौर पर 250 रुपये दिए जा रहे है. यानि लाडली बहनों के खाते में आज 1500 सौ रुपये ट्रांसफर होंगे. लेकिन मुख्यमंत्री द्वारा खातों में पैसा ट्रांसफर करने और अन्य कार्यक्रमों के लिए 230 विधानसभाओं में से विजयपुर को ही क्यों चुना गया ये बड़ा सवाल है. दरअसल, विजयपुर को कार्यक्रम के लिए चुनने के पीछे राजनीतिक वजह बताई जा रही है. विजयपुर में आने वाले दिनों में उपचुनाव होना है. इसके लिए भारतीय जनता पार्टी अभी से तैयारी में जुट गई है. विजयपुर से 6 बार कांग्रेस के बैनर तले विधायक रह चुके रामनिवास रावत ने बीजेपी का दामन थाम लिया है. जिसकी वजह से यहां उपचुनाव होना है. वर्तमान में रामनिवास रावत डॉ. मोहन यादव सरकार में मंत्री है. विजयपुर में लगातार कांग्रेस चुनाव जीतती आई है. यहां पर उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी अपना परचम लहराने के लिए अभी से जमीन तैयार कर रही है. बीजेपी के सह मीडिया प्रभारी सचिन सक्सेना का कहना है कि बीजेपी हमेशा चुनाव के लिए तैयार रहती है. विजयपुर ही नहीं बल्कि प्रदेश के कई स्थानों पर मुख्यमंत्री द्वारा रक्षाबंधन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव 10 अगस्त को टीकमगढ़, श्योपुर जिले के विजयपुर और ग्वालियर दौरे पर है. इस दौरान विजयपुर विधानसभा क्षेत्र से लाडली बहनों के खाते में ₹1500 की राशि ट्रांसफर करेंगे. इस राशि में रक्षाबंधन के उपहार के 250 रूपये और नियमित मिलने वाले 1250 रुपये शामिल है. इसके अलावा मुख्यमंत्री यहां पर विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. मुख्यमंत्री के रक्षाबंधन श्रावण महोत्सव की शुरुआत टीकमगढ़ से होगी. वे टीकमगढ़ के बाद विजयपुर के लिए रवाना होंगे. विजयपुर में स्वंय सहायता समूह का सम्मेलन भी आयोजित किया गया है. जिसमें मुख्यमंत्री यादव शिरकत करेंगे. इसके बाद वे ग्वालियर में आयोजित शीतला सहाय सभा गृह में आयोजित कार्यक्रम हिस्सा लेंगे और इसके बाद भोपाल के लिए रवाना होंगे. मुख्यमंत्री मोहन यादव आज विजयपुर में लाडली बहना योजना के तहत सिंगल क्लिक के माध्यम से प्रदेशभर की लगभग 1 करोड 29 लाख लाडली बहनाओं के बैंक खातों में 1897 करोड की राशि का अंतरण करेंगे. इसके अलावा गैस रीफिल योजना में 52 करोड रूपये से अधिक की राशि के साथ ही सामाजिक सुरक्षा पेंशन के तहत 332 करोड रूपये की सहायता राशि का अंतरण भी किया जाएगा.

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 MadhyaBharat  10 August 2024

seopur, Two minor ,children died

श्योपुर। जिले के ओछापुरा थाना क्षेत्र में मो रोड पर बुधवार सुबह पत्थरों के अवैध खनन से बनी खदान में डूबने से दो नाबालिग बच्चों की मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों के शव कब्जे में पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाए। मृतक दोनों बच्चे चचेरे भाई थे। पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुटी है।   थाना प्रभारी जय सिंह रघुवंशी ने बताया कि ओछापुरा में मो रोड के पास अवैध पत्थर खदान है। बुधवार सुबह करीब नौ बजे यहां 12 वर्षीय धर्मेंद्र अपने चचेरे भाई रामवतार माली (17) के साथ बकरियां चराने के लिए खदान के पास गए थे। जब वे बकरियों को पानी पिलाने लगे तो धर्मेंद्र का पैर फिसल गया। वह खदान में गिर गया और डूबने लगा। चचेरे भाई को डूबता देखकर रामावतार भी खदान में कूद गया। दोनों को ही तैरना नहीं आता था। जब तक लोग वहां पहुंचे, दोनों की मौत हो चुकी थी। ग्रामीणों ने दोनों के शव खदान से निकाले और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मर्ग कायम कर शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।   बताया जा रहा है कि ओछापुरा में पत्थर खदान अवैध रूप से कई साल से संचालित की जा रही है। खनन से यहां बड़ा गड्ढा बन गया है, जिसमें बारिश का पानी भरा है। खदान के चारों तरफ सुरक्षा के लिए फेंसिंग भी नहीं की गई है। इसी वजह से यह हादसा हुआ।  

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 MadhyaBharat  17 July 2024

seopur,Heavy rain, Baroda city

श्योपुर। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में पिछले 24 घंटे घंटे से तेज बारिश हो रही है। इससे जिला मुख्यालय सहित असापास के क्षेत्रों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। शुक्रवार रात को हुई तेज बारिश से बड़ोदा कस्बा टापू बन गया और बाजारों में पानी भर गया है। बड़ोदा कस्बे का संपर्क जिला मुख्यालय सहित अन्य जगहों से कट गया है। बड़ौदा नगर में अब तक 13 इंच से ज्यादा पानी गिर चुका है। घरों, स्कूलों, थाना और अस्पताल में पानी भर चुका है। लोग रात से छतों पर बैठे हुए हैं। एसडीओपी कार्यालय और थाना खाली करना पड़ा। सड़कों पर एक से दो फीट तक पानी बह रहा है। कलेक्टर और एसपी ने हालात का जायजा लिया है। एसडीआरएफ की टीम को बड़ौदा में तैनात है। दरअसल, अंचल में मानसून सक्रिय होने से श्योपुर व शिवपुरी के क्षेत्रों में रात से भारी बारिश हो रही है। बारिश की वजह से श्योपुर का कस्बाई क्षेत्र बड़ोदा टापू में बदल गया है। बाजार से लेकर हर जगह पानी भर गया है और कस्बे में आने जाने के लिए भी लोगों को परेशानी हो रही है। इसके साथ ही जिले का मानपुर कस्बे में सीप नदी का जलस्तर बढ़ने से संपर्क टूट गया है। बड़ोदा के एसडीओपी प्रवीण कुमार अष्ठाना ने बताया कि रातभर पानी बरसा है। इससे पूरे शहर और पानी भर गया है। मेरे ऑफिस और थाने में भी पानी भर गया है। बाजार में भी पानी भर गया है। प्रशासन ने व्यवस्था के निर्देश दिए हैं, उनके हिसाब से यहां व्यवस्थाएं की गई हैं। एसडीआरएफ की टीम तैनात कर दी गई है। साथ ही मानपुर के निचले इलाकों में भी पानी भर गया है। मानपुर कस्बे में सीप नदी का पानी आने से अस्पताल में पानी भर गया। इससे अस्पताल का रास्ता बंद हो गया, एसडीआरएफ टीम ने सेवापुर गांव निवासी महिला सुनीता पत्नी धनराज मीणा को दो अन्य महिला अटेंडरो के साथ रेस्क्यू कराया है। श्योपुर शहर में कदवाल नदी का जलस्तर बढ़ने से गुप्तेश्वर मंदिर डूब गया है। मंदिर में फंसे महंत को रेस्क्यू कर निकाला गया है। एसडीआरएफ की टीम बाढ़ के पानी में फंसे लोगों को घरों से रेस्क्यू कर रही है। इसके लिए सड़कों पर रॉफ्ट चलानी पड़ी। लोगों का आरोप है कि विकास के नाम पर हर साल करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं, लेकिन पानी निकासी के उचित इंतजाम अभी तक नहीं किए गए हैं। इस वजह से हर साल की तरह इस बार भी हालात खराब हुए हैं। बड़ौदा में नदी का पानी पुल और सड़कों के ऊपर से बह रहा है। आवागमन बंद होने से लोग अपने गंतव्य तक नहीं जा पा रहे हैं। बड़ोदा के बाजार में भी साढ़े चार फीट तक पानी भर गया है। इससे दुकानें नहीं खुलीं। दुकानदारों को सामान खाली करने का समय भी नहीं मिला। इस बारे में बड़ौदा एसडीओपी प्रवीण कुमार अष्ठाना का कहना है कि स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं, जरूरत पड़ने पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाएंगे।

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 MadhyaBharat  6 July 2024

seopur,  boat capsized ,children died

श्योपुर। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में मानपुर थाना क्षेत्र के सरोदा गांव में शनिवार शाम को यात्रियों से भरी नाव सीप नदी में पलट कर डूब गई। हादसे के वक्त नाव में 12 लोग सवार थे, जिनमें से तीन बच्चों समेत छह लोगों की मौत हो गई है। उनके शव बरामद कर लिए गए हैं, जबकि दो लोग लापता है। वहीं, चार लोग किसी तरह तैरकर बाहर निकल आए। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है, साथ ही ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर पर मौके पर भेजा है।     जानकारी के अनुसार, हादसा मानपुर थाना क्षेत्र के सरोदा गांव में शनिवार शाम चार बजे हुआ। तेज आंधी के चलते नाव सीप नदी में पलट गई और पानी गहरा होने के कारण नदी में डूब गई। नाव में सवार लोग बडौदा के विजरपुर के रहने वाले थे। हादसे की सूचना मिलते ही वहां लोगों की भीड़ लग गई। लोगों की सूचना पर पुलिस, प्रशासन और एसडीईआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। शाम तक रेस्क्यू टीम ने छह लोगों के शव बरामद कर लिए हैं, जिनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं।     मृतकों की पहचान परशुराम (25) पुत्र सूरजमल, आरती (16) पुत्री कान्हाराम, लाली (15) पुत्री रामवतार, भूपेंद्र (4) पुत्र रामअवतार, श्याम (10) पुत्र परशुराम, परवंता पत्नी परशुराम माली के रूप में हुई है। अभी दो लोग लापता है, रेस्क्यू चलाकर उनकी तलाश की जा रही है।   मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नाव हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स के माध्यम से कहा कि रामेश्वर घाट पर नाव पलटने का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। हादसे के बाद राहत एवं बचाव कार्य तीव्र गति से जारी है। कलेक्टर और एसपी मौके पर पहुंच गए हैं। वहीं मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर को भी पहुंचने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बाबा महाकाल से सभी के सकुशल होने की प्रार्थन की है।

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 MadhyaBharat  1 June 2024

seopur, Tractor-trolley ,hits bike

श्योपुर। शहर में रेत, भूसे से भरी ट्रैक्टर ट्रॉली मौत की रफ्तार से बेखौफ शहर की सड़कों पर दौड़ रही हैं। इससे आए दिन हादसे भी हो रहे हैं, बावजूद परिवहन विभाग की नींद नहीं टूट रही हैं। बीते 15 दिनों में पांच लोगों की मौत ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के टक्कर मारने से हो गई। ऐसा दर्दनाक हादसा शुक्रवार की दोपहर वीरपुर में हुआ, जहां अवैध रेत से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली ने बाइक में टक्कर मार दी, जिससे बाइक सवार 8 वर्षीय मासूम बालक सहित दो लोगों की मौत हो गई। वहीं दो महिलाए गंभीर रूप से घायल हो गई, जिन्हें इलाज के लिए रेफर किया गया। हादसे में जिन लोगों की मौत हुई वह आपस में चाचा-भतीजे हैं। घटना के बाद आक्रोशित लोगों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली में आग लगा दी, वहीं शवों को एमएस रोड रखकर चार घंटे तक चक्काजाम लगा दिया। विवाद को बढ़ता देख चार थानों की पुलिस मौके पर बुलाई गई वहीं जिलाधीश लोकेश कुमार जांगिड़, पुलिस अधीक्षक अभिषेक आंनद भी मौके पर पहुंच गए। जानकारी के अनुसार शुक्रवार की दोपहर चंबल नदी से एक ट्रैक्टर-ट्रॉली रेत भरकर वीरपुर की तरफ जा रही थी। ट्रैक्टर-ट्रॉली इतनी तेज रफ्तार में थी सामने से आ रही बाइक में टक्कर मार दी। हादसे में बाइक पर सवार 8 वर्षीय अभिषेक और उसके 22 वर्षीय चाचा जितेन्द्र उर्फ जीतू केवट की मौत हो गई। वहीं 30 वर्षीय सिया बाई पत्नी जितेंद्र केवट, 19 वर्षीय कुसुम पुत्री महेश केवट गंभीर रूप से घायल हो गई, जिन्हें उपचार के लिए विजयपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से उनकी गंभीर हालत को देखते हुए मुरैना रेफर कर दिया है, जहां उनकी भी हालत नाजुक बताई जा रही है। हादसे के बाद चालक मौके से फरार हो गया। पुलिस ने मामल दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।   चार घंटे शव रखकर लगाया जाम, ट्रैक्टर-ट्रॉली में लगाई आग: ट्रैक्टर-ट्रॉली की टक्कर से जिन लोगों की मौत हुई उससे परिजन व लोग आक्रोशित हो गए। आक्रोशित लोगों ने शव को हाइवे पर चक्काजाम कर दिया। 4 बजे से शुरू हुआ चक्काजाम शाम 7 बजे तक चला। गुस्साएं लोगों ने ट्रैक्टर-ट्रॉली में आग लाग दी, जिससे ट्रैक्टर-ट्रॉली खाक हो गए। चक्काजाम से हाइवे के दोनों तरफ वाहनों की लंबी लाइन लग गई। जिलाधीश, पुलिस अधीक्षक के आश्वासन के बाद भीड़ ने जाम हटाया। इस दौरान चार थानों की पुलिस, तहसीलदार सिद्धार्थ गौतम, नायब तहसीलदार सुमेर प्रजापति एवं विजयपुर एसडीओपी राजेश तिवारी मौके पर पहुंचे।   फायर बिग्रेड को बैरंग लौटाया: ट्रैक्टर में आग लगने की घटना के बाद प्रशासन ने आग बुझाने के लिए फायर बिग्रेड बुलाई, लेकिन भीड़ ने आग नहीं बुझाने दी। लोगों ने काफी समझाया, लेकिन लोग माने नहीं। ऐसी स्थिति में फायर बिग्रेड को बेरंग ही वापस लौटना पड़ा। लोगों ने एक युवक की कार के शीशे पत्थरबाजी करके तोड़ दिए हैं।

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 MadhyaBharat  29 March 2024

seopur, Namibian Cheetah Jwala, Madhya Pradesh

नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया की चीता ज्वाला ने तीन नहीं चार शावकों को जन्म दिया है। यह जानकारी केंद्रीय पर्यावरणमंत्री भूपेंद्र यादव ने आज एक्स हैंडल पर साझा की है। कल उन्होंने कहा था कि ज्वाला ने तीन शावक जन्मे हैं।   केंद्रीयमंत्री यादव ने आज एक्स हैंडल पर लिखा है, ''जैसे ही अग्रिम पंक्ति के वन्यजीव योद्धा ज्वाला के करीब पहुंचने में कामयाब रहे, उन्होंने पाया कि उसने तीन नहीं, बल्कि चार शावकों को जन्म दिया है। इससे हमारा आनंद कई गुना बढ़ गया है। सभी को बधाई। हम प्रार्थना करते हैं कि शावक भारत में अपने घर में फलें-फूलें और समृद्ध हों।'' उल्लेखनीय है कि कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया से दो चरणों में 20 चीता लाए गए थे। कूनो राष्ट्रीय उद्यान (कूनो नेशनल पार्क) संरक्षित क्षेत्र है। इसकी स्थापना 1981 को वन्य अभयारण्य के रूप में की गई थी। यह राज्य के श्योपुर और मुरैना जिलों पर विस्तारित है।

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 MadhyaBharat  24 January 2024

koono national park mein ek aur cheeteh ki maut

कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों में से एक फीमेल चीते दक्षा की मौत हो गई।दक्षा को इसी साल लाया गया था। मुख्य वन्य संरक्षक जेएस चौहान ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि मेल चीते को दक्षा के बाड़े में मेटिंग के लिए भेजा गया था। मेटिंग के दौरान ही दोनों में हिंसक इंटरैक्शन हो गया। मेल चीते ने पंजा मारकर दक्षा को घायल कर दिया था।कूनो नेशनल पार्क की मॉनिटरिंग टीम को दक्षा घायल हालत में मंगलवार सुबह मिली थी। उसे इलाज के लिए ले जाया गया। दोपहर करीब 12 बजे उसकी मौत हो गई। पिछले डेढ़ महीने में कूनो नेशनल पार्क में 3 चीतों की मौत हो चुकी है। यहां अब 17 चीते ही बचे हैं।दक्षा को एक नंबर बाडे़ में रखा गया था। पिछले दिनों कूनो में हुई चीता टास्क फोर्स के अधिकारियों की मीटिंग में 7 नंबर बाड़े में मौजूद दक्षिण अफ्रीका से लाए गए मेल चीते कोयलिशन, अग्नि और वायु को फीमेल चीता से मिलाने का निर्णय लिया गया था। 7 और 1 नंबर बाड़े के बीच की जाली को हटाकर उन्हें एक साथ कर दिया गया था।  

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 MadhyaBharat  10 May 2023

bhopal,  leopard died , Kuno

भोपाल। मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में स्थित कूनो नेशनल पार्क में एक और चीते की मौत हो गई। दक्षिण अफ्रीका से लाए गए नर चीता उदय ने यहां बीमार पड़ने के बाद रविवार शाम इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मौत के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। मध्यप्रदेश के मुख्य वन संरक्षक जेएस चौहान ने चीता उदय की मौत की पुष्टि की है। इसके पहले 27 मार्च को नामीबिया से लाई गई मादा चीता साशा की किडनी की बीमारी से मौत हो चुकी है। कूनो में अब 18 चीते और चार शावक बचे हैं। दरअसल, नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों को कूनो राष्ट्रीय उद्यान में रखा गया था। यहां दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों में से एक नर चीते की रविवार शाम मौत हो गई। हाल ही में इसका नाम "उदय" रखा गया था। कूनो प्रबंधन के अनुसार सुबह चीता सुस्त देखा गया। स्वास्थ्य परीक्षण में बीमार मिलने के बाद उसे तुरंत उपचार भी शुरू कर दिया गया, परंतु शाम चार बजे उसने दम तोड़ दिया। चीते की मौत का स्पष्ट कारण अभी पता नहीं चल पाया है। पोस्टमार्टम के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा। रविवार देर शाम राष्ट्रीय उद्यान वन विहार द्वारा जारी किए गए बयान के अनुसार रविवार सुबह नौ बजे चीते की दैनिक निगरानी के लिए दल द्वारा बाड़ा नंबर दो में मौजूद नर चीता उदय को सर झुकाए सुस्त अवस्था में बैठा पाया गया। करीब जाने पर वह लड़खड़ा कर एवं गर्दन झुका कर चलता मिला। हालांकि, एक दिन पहले वह स्वस्थ पूरी तरह था। उसकी शिथिलता की सूचना वायरलेस द्वारा तत्काल अन्य बाड़ों में चीता की निगरानी कर रहे वन्यप्राणी चिकित्सकों को दी गई। चिकित्सक दल ने तत्काल उसकी जांच की और बीमार घोषित किया। मौके पर मौजूद वन्यप्राणी चिकित्सकों एवं चीता कंजरवेशन फंड के चीता विशेषज्ञ ने उसे ट्रेंकुलाइज (बेहोश) करने की आवश्यकता महसूस की। मुख्य वन संरक्षक व प्रधान मुख्य वन संरक्षक से परामर्श व स्वीकृति के बाद 11 बजे उसे बेहोश कर मौके पर ही उपचार शुरू किया गया। उपचार के दौरान ही शाम लगभग चार बजे उसकी मौत हो गई। कूनो में किडनी की बीमारी से चीता साशा की मौत के मामले में कूनो प्रबंधन सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने दावा किया था कि भारत लाए जाने के पहले ही वह बीमारी से ग्रसित थी। तब अधिकारियों ने अन्य सभी चीतों के पूरी तरह स्वस्थ होने का दावा किया था। मगर, एक और चीते की मौत ने अधिकारियों के दावे पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बता दें कि चीता पुनर्स्थापना प्रोजेक्ट के तहत 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से आठ और 18 फरवरी 2023 को दक्षिण अफ्रीका 12 चीते लाए गए थे, जिनमें से दो की मौत हो चुकी है। हालांकि, इस दौरान सियाया मादा चीता ने चार शावकों को जन्म भी दिया है। केंद्रीय वन मंत्रालय ने 20 अप्रैल को भी दी थी चीते के स्वस्थ होने की जानकारी   दक्षिण अफ्रीका से आए उदय चीते की मौत से स्वास्थ्य पर निगरानी रख रहा दल, इसलिए भी सवालों के घेरे में आया गया है, क्योंकि चीतों के नामकरण के दिन 20 अप्रैल को केद्रीय वन मंत्रालय ने बयान जारी कर सभी 19 चीतों और चार शावकों के स्वस्थ होने की जानकारी दी थी। 18 फरवरी को दक्षिण अफ्रीका से जब 12 चीतों को कूनो नेशनल पार्क में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रिलीज किया था तब कूनो में इनका कुनबा 20 तक जा पहुंचा था। दो माह की क्वारंटाइन अवधि पूरी होने के बाद 17 व 19 अप्रैल को इन सभी चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा गया था। उस समय भी इनकी स्वास्थ्य जांच हुई। अब प्रधान मुख्य वन्य सरंक्षक जेएस चौहान का कहना है कि सुबह 11 बजे की जांच में ही चीते को अस्वस्थ पाया गया और शाम होते-होते उसे बचाया नहीं जा सका। सोमवार को जबलपुर वेटनरी यूनिर्विसिटी के डाक्टर व भोपाल के वन्यजीव विशेषज्ञ डाक्टर की टीम कूनो पहुंचकर पोस्टमार्टम करेगी तब मौत के कारणों का पता चल सकेगा। बताया गया है कि उदय पूरी तरह स्वस्थ्य था लेकिन अचानक बीमार हो गया। आंशका ये जताई जा रही है कि उसे किसी जरहीले कीड़े ने काटा था, जिस वजह से उसकी मौत हुई है। लेकिन मौत कैसे हुई इसकी पुष्टि पीएम रिपोर्ट आने के बाद होगी। जहरीले कीड़े काटने को लेकर अधिकारियों द्वारा साफ इनकार किया जा रहा है।

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 MadhyaBharat  24 April 2023

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श्योपुर/भोपाल। मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान से बुधवार को एक खुशखबरी सामने आई है। यहां नामीबिया से लाई गई मादा चीता सियाया ने चार शावकों को जन्म दिया है। केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने चीतों का फोटो और वीडियो ट्विटर पर शेयर किया है। उन्होंने इसके लिए प्रोजेक्ट चीता की पूरी टीम को भी बधाई दी है। भूपेंद्र यादव ने शावकों की फोटो और वीडियो ट्विटर पर साझा करते हुए लिखा है कि बधाई हो अमृत काल के दौरान हमारे वन्य जीव संरक्षण के इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना घटी है। यह बताते हुए हर्ष हो रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में 17 सितंबर को भारत लाए गए चीतों में से एक ने चार शावकों को जन्म दिया है। कूनो उद्यान के डीएफओ पीके वर्मा ने बताया कि कूनो के बाड़ा नंबर चार और पांच जुड़े हुए हैं। पांच नंबर बाड़े में तीन साल की सियाया थी। इस बाड़े में सियाया के साथ एक अन्य मादा चीता को रखा गया था, जबकि चार नंबर बाड़े में नर चीता फ्रेडी और आल्टन को रखा गया था। इन दोनों नर चीतों को बाडे़ में छोड़ा गया था। संभावना है कि एल्डन या फ्रेडी से मेटिंग के बाद सियाया मां बनी है। सियाया ने दो से तीन दिन पहले चार शावकों को जन्म दिया है। हालाकि कूनो प्रबंधन को बुधवार सुबह ही पता लगा है। माना जा रहा है इन शावकों का जन्म 24 मार्च को जन्म हुआ है। माना जा रहा है कि सियाया के प्रेग्नेंट होने की जानकारी 20 दिन पहले ही कूनो उद्यान प्रबंधन को मिली थी। तभी से उसे विशेष निगरानी में रखा गया था।     उल्लेखनीय है कि पिछले साल 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो उद्यान में छोड़ा था, जिन्हें 50 दिन छोटे बाड़ों में क्वारेंटाइन रखने के बाद बड़े बाड़े में शिफ्ट कर दिया गया। इसके बाद विगत फरवरी में ही दक्षिण अफ्रीका से 12 चीतों की दूसरी खेप कूनो लाई गई। इन्हें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने यहां क्वारेंटाइन बाड़ों में रिलीज किया था। इसके बाद यहां चीतों की कुल संख्या 20 हो गई थी, लेकिन दो दिन पहले मादा चीता साशा की मौत के बाद यह संख्या घटकर 19 रह गई थी। चार शावकों के जन्म के बाद यहां चीतों की संख्या 23 हो गई है।

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 MadhyaBharat  29 March 2023

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श्योपुर/भोपाल। दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीते शनिवार को ग्वालियर होते हुए कूनो नेशनल पार्क पहुंच गए। उन्हें वायु सेना के विशेष विमान सी-17 ग्लोब मास्टर से ग्वालियर एयरपोर्ट लाया गया और यहां से वायुसेना के तीन चिनूक हेलीकाप्टर से उन्हें कूनो नेशनल पार्क ले जाया गया। यहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा।   चीता परियोजना प्रमुख एसपी यादव ने बताया कि शुक्रवार रात 8.30 बजे 12 चीतों ने दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग एयरपोर्ट से वायु सेना के सी-17 ग्लोब मास्टर ने उड़ान भरी थी और यह विमान शनिवार पूर्वाह्न करीब 11 बजे ग्वालियर के राजमाता सिंधिया एयरपोर्ट पहुंचा। इसके बाद यहां से तीन चिनूक हेलीकाप्टर से चीतों को लेकर कूनों नेशनल पार्क लाया गया। यहां पहले मुख्यमंत्री चौहान ने एक चीते को बाड़े में छोड़ा। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने भी चीता छोड़ा। इसके बाद वन विभाग के अधिकारियों ने भी एक के बाद एक चीतों को बाड़े में छोड़ा। इन 12 चीतों में सात नर और पांच मादा हैं।   चीतों को बाड़े में निर्धारित समय से करीब एक घंटे की देरी से छोड़ा गया। इसके पीछे ग्लोबमास्टर का ग्वालियर एयरबेस पर कुछ देरी से आना था। इसलिए कूनो पहुंचने में भी चीतों को देरी हुई। बताया जा रहा है कि अभी इस बाड़े में 12 चीते क्वारंटीन रहेंगे। इसके बाद उन्हें इससे बड़े बाड़े में छोड़ा जाएगा। करीब डेढ़ महीने बाद चीतों को बड़े बाड़े में छोड़ा जाएगा। अफ्रीका से आए सभी 12 चीतों पर अभी विशेष नजर रखी जाएगी। उनकी हर गतिविधि को नोट किया जाएगा।     गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 सितंबर 2022 को नामीबिया से लाए गए आठ चीतों को कूनो नेशनल पार्क में छोड़ा था। अब दक्षिण अफ्रीका से 12 चीते आने के बाद कूनो में चीतों की संख्या 20 हो गई है। यानी चीतों का कुनबा बढ़ गया है। सही मायने में अब प्रदेश चीता स्टेट बन गया है।   चीतों को देखने के लिए स्थानीय और बाहरी लोग कूनो नेशनल पार्क के गेट पर एकत्रित हुए, लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। इससे लोग खासे निराश नजर आए। प्रबंधन ने लोगों के प्रवेश पर सुरक्षा कारणों से रोक लगाई है। कुछ दिन बाद कूनो नेशनल पार्क आम सैलानियों के लिए खोला जाएगा। तब सभी चीतों को देख सकेंगे।

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 MadhyaBharat  18 February 2023

पेरोल मिलने आए आरोपी ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी

श्योपुर जिले में एक महिला की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। दरअसल, हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा काट रहा एक युवक पैरोल पर छुटने के बाद ससुराल पहुंचा था। जहां उसने पत्नी को अपने साथ चलने के लिए कहा। जब उसने मना कर दिया तो पास पड़ी एक कुल्हाड़ी उठाई और ताबड़तोड़ वार कर दिए। इससे महिला की मौत पर ही मौत हो गई। फिलहाल आरोपी फरार है और मानपुर पुलिस उसकी जांच में जुटी है।दरअसल, हत्या के मामले में जेल में बंद ​रूपनगर निवासी रामवीर पुत्र शंभू गुर्जर को 9 फरवरी को पैरोल मिली थी। इसके बाद वह 11 फरवरी को अपनी ससुराल मानपुर थाना क्षेत्र के फूलदा गांव के बाहर वाले टपरा पर पहुंचा। जहां रात भर रूकने के बाद रविवार को सुबह उसने खाना बना रही पत्नी लक्ष्मी उर्फ लच्छो गुर्जर से अपने साथ रूपनगर चलने के लिए कहा। लेकिन, महिला ने मना कर दिया। इसके बाद रामवीर ने तैश में आकर पास पड़ी कुल्हाड़ी से ताबाड़तोड़ वार कर दिए। यह देख पास खड़ी 8 साल की बच्ची परिजनों को बुलाने दौड़ी। परिजन आए तब तक महिला की मौत हो चुकी थी और आराेपी फरार हो गया।    

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 MadhyaBharat  12 February 2023

भारत में चीतों का पुनर्स्थापन सदी की वाइल्ड लाईफ की सबसे बड़ी घटना – मुख्यमंत्री चौहान

  सीएम ने कूनो-पालपुर में चीतों के पुनर्स्थापन के लिए प्रधानमंत्री मोदी का माना आभार   मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश को चीतों की सौगात देने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का प्रदेशवासियों की ओर से आभार माना है। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि भारत में चीतों की पुनर्स्थापन के लिए मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान को चुनना प्रदेश के लिए बड़ी उपलब्धि है। भारत में वन्य प्राणी चीता समाप्त हो गया था। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में चीते को फिर से पुनर्स्थापित करने का ऐतिहासिक काम हो रहा है। यह सदी की वाइल्ड लाईफ की सबसे बड़ी घटना है। इससे प्रदेश में विशेष कर चंबल अंचल में पर्यटन गतिविधियाँ तेजी से बढ़ेंगी। मुख्यमंत्री चौहान ने निवास से मीडिया के लिए जारी संदेश में यह बात कही।मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि आज महिला स्व-सहायता समूहों का सम्मेलन भी कराहल में आयोजित किया गया है। सम्मेलन में एक लाख बहनें प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित होंगी। साथ ही अलग-अलग स्थानों पर 42 लाख बहनें भी ग्राम केन्द्र और संकुल केन्द्र से जुड़ेंगी। प्रदेश की सभी पंचायतों और वार्डों से भी प्रदेशवासी प्रधानमंत्री मोदी को सुनेंगे।

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 MadhyaBharat  17 September 2022

प्रधानमंत्री के जन्मदिवस पर मानवता सेवा, संकल्प के हुए विभिन्न कार्यक्रम

  राज्यपाल पटेल ने स्वास्थ्य परीक्षण, रक्तदान शिविर लगवाये   प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के जन्मदिवस पर राजभवन में नि:शुल्क स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया गया। शिविर का आयोजन राज्यपाल मंगुभाई पटेल के निर्देश पर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान भोपाल के द्वारा किया गया था। शिविर में मेडिसिन, स्त्री रोग विशेषज्ञ, शिशु रोग विशेषज्ञ, दंत रोग विशेषज्ञ और सिकल सेल एनीमिया रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा 165 व्यक्तियों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने प्रधानमंत्री जी के जन्मदिवस के अवसर पर समाज में पीड़ित मानवता के सेवा संकल्प की मजबूती और प्रेरणा के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करवाया है। भारतीय रेडक्रास सोसायटी की राज्य, विभिन्न जिला एवं उप शाखाओं में रक्तदान स्वास्थ्य शिविर लगाए गए हैं। राज्यपाल श्री पटेल द्वारा अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में उपचाराधीन सात रोगियों को 4 लाख 72 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। इसी क्रम में राजभवन के सांदीपनि सभागार में आयोजित स्वास्थ्य परीक्षण शिविर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान भोपाल के स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. पुष्पलता, सिकल सेल एनीमिया रोग विशेषज्ञ डॉ. सचिन बंसल, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. शिखा मलिक, डॉ. अनीशा रोसिलिन अब्राहम, डॉ. राजकुमार, दंत रोग विशेषज्ञ डॉ. अंशुल राय और मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. रजनीश जोशी के द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। शिविर के लाभार्थियों में 100 पुरुष और 65 महिलाएं शामिल हैं। स्वास्थ्य परीक्षण शिविर व्यवस्था का संचालन एवं समन्वय राजभवन के मेडिकल ऑफिसर बी.के. श्रीवास्तव द्वारा किया गया।

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 MadhyaBharat  17 September 2022

प्रकृति और पर्यावरण के संरक्षण में सुरक्षित है हमारा भविष्य : प्रधानमंत्री मोदी

  भारत की धरती पर चीतों की वापसी से जुड़ी जैव विविधता की टूटी कड़ी   चीतों को यहाँ के माहौल में ढलने का देना होगा समय प्रधानमंत्री ने चीता मित्रों से चीता संरक्षण विषय पर की बातचीत प्रधानमंत्री मोदी ने कूनो नेशनल पार्क में छोड़े अफ्रीकन चीते    प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मध्यप्रदेश के श्योपुर जिले में नेशनल पार्क कूनो में अफीक्रा के नामीबिया से लाये गये चीतों को छोड़ कर देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत में चीतों की वापसी से अब जैव विविधता की टूटी कड़ी पुन: जुड़ गई है। भारत की प्रकृति प्रेमी चेतना भी पूरी शक्ति से जाग्रत हो गई है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने राष्ट्रीय अभ्यारण्य में चीतों को छोड़ कर देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएँ दीं।प्रधानमंत्री  मोदी ने आज दुनिया की पहली बड़े जंगली मांसाहारी जीव की अंतर-महाद्वीपीय स्थानांतरण परियोजना का चीता प्रोजेक्ट के अंतर्गत शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज सौभाग्य से हमें दशकों पहले जैव-विविधता की टूटी और विलुप्त कड़ी को जोड़ने का फिर से मौका मिला है।  आज भारत की धरती पर चीता लौट आया है। आजादी के अमृत महोत्सव में देश नई ऊर्जा के साथ चीतों के पुनर्वास के लिए जुट गया है। अमृत में तो वो सामर्थ्य होता है, जो मृत को भी पुनर्जीवित कर देता है। मुझे खुशी है कि आजादी के अमृतकाल में कर्त्तव्य और विश्वास का ये अमृत हमारी विरासत को, हमारी धरोहरों को  और अब चीतों को भी भारत की धरती पर पुनर्जीवित कर रहा है।   चीतों को यहाँ के वातावरण में ढलने के लिये देना होगा समय   प्रधानमंत्री  मोदी ने कहा कि प्रकृति और पर्यावरण के सरंक्षण में ही हमारा भविष्य सुरक्षित है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि चीतों को यहाँ के वातावरण में ढ़लने के लिये समय देना है। तब तक हमें धैर्य रखना होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने साथ मध्यप्रदेश के राज्यपाल  मंगुभाई पटेल मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान, केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री  नरेन्द्र सिंह तोमर, केन्द्रीय वन मंत्री  भूपेन्द्र सिंह यादव, केन्द्रीय नागरिक उड्यन एवं इस्पाल मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अश्विनी चौबे, प्रदेश के वन मंत्री डॉ. कुंवर विजय शाह की गरिमामयी मौजूदगी में लीवर घुमाकर चीतों को छोड़ा गया। मुक्त होते ही चीते सुरक्षा के लिहाज से तैयार किये गये बाड़े में विचरण करने लगे। अंतर्राष्ट्रीय गाइड लाइन के अनुसार क्वारेंटाइन पीरियड खत्म होने के बाद उन्हें जंगल स्वच्छंद विचरण के लिये आजाद किया जायेगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देशवासियों से आग्रह करते हुए कहा कि कूनो नेशनल पार्क में छोड़े गए चीतों को देखने के लिए देशवासियों को कुछ महीने का धैर्य पूर्वक इंतजार करना होगा। चीते हमारे मेहमान बनकर आए हैं, इस क्षेत्र से अनजान हैं। कूनो नेशनल पार्क को ये चीते अपना घर बना पाएँ,  इसके लिए हमें इन चीतों को कुछ महीने का समय देना होगा। अंतर्राष्ट्रीय गाइडलाइन्स का पालन करते हुए कूनो राष्ट्रीय उद्यान में इन चीतों को बसाने के पूरे प्रबंध किये गये हैं। वर्ष 1947 में भारत में सिर्फ 3 चीते शेष थे। शिकार हो जाने से उनका अस्तित्व खत्म हो गया और 1952 में भारत में चीतों को विलुप्त घोषित कर दिया गया। तबसे अब तक देश में फिर से चीतों के पुनर्वास के कोई सार्थक प्रयास नहीं हुए थे। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि भारत की धरती पर चीतों के पुनर्वास के लिये नामीबिया, साउथ अफ्रीका सहित भारत के वैज्ञानिकों और विषय-विशेषज्ञों के शोध के बाद तैयार विस्तृत चीता एक्शन प्लान को परिणाम मूलक बनाया गया।   ईको सिस्टम पुनर्जीवित होगा   प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विकास और समृद्धि के लिये प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण भी जरूरी है। इसी से हमारा भविष्य भी सुरक्षित होता है। दुनिया जब प्रकृति और पर्यावरण की ओर देखती है तो सस्टेनेबल डेवलपमेंट की बात करती है। हमारे लिये प्रकृति, पर्यावरण, पशु-पक्षी सिर्फ सस्टेनेबिलिटी और सिक्युरिटी न होकर सेन्सीबिलिटी और स्प्रिच्युलिटी के आधार भी है। आज सौभाग्य से हमारे सामने एक ऐसा ही क्षण है। उन्होंने कहा कि कूनो नेशनल पार्क में जब चीते फिर से दौड़ेंगे तो मैदानी ईको-सिस्टम फिर से पुनर्जीवित होगा, जैव विविधता बढ़ेगी, ईको-टूरिज्म बढ़ेगा, विकास की नई संभावनाएँ जन्म लेंगी और क्षेत्रवासियों के लिये रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।   गत 8 वर्ष में जुड़े 250 नये संरक्षित वन क्षेत्र   प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज 21वीं सदी का भारत, पूरी दुनिया को संदेश दे रहा है कि ईकॉनॉमी और ईकॉलॉजी परस्पर विरोधाभासी नहीं है। वर्ष 2014 के बाद देश में करीब ढाई सौ नए संरक्षित क्षेत्र जोड़े गए हैं। वन क्षेत्र का निरंतर विस्तार हो रहा है। पर्यावरण की रक्षा के साथ ही, देश की प्रगति भी हो सकती है, ये भारत ने दुनिया को करके दिखाया है। आज हम विश्व की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि हमारे यहाँ एशियाई शेरों की संख्या में भी वृद्धि हुई है। गुजरात देश में एशियाई शेरों का बड़ा क्षेत्र बनकर उभरा है। देश में टाइगर की संख्या को दोगुना करने का लक्ष्य हमने तय समय से पहले हासिल किया है। असम में आज एक सींग वाले गैंडो की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है, जिनका एक समय अस्तित्व खतरे में आ गया था। हाथियों की संख्या भी बढ़ कर पिछले वर्षों में 30 हजार से ज्यादा हो गई है। आज देश में 75 वेटलेंडस को रामसर साइट्स के रूप में घोषित किया गया है, जिनमें 26 साइट्स पिछले 4 वर्ष में ही जोड़ी गई हैं। देश के इन प्रयासों का प्रभाव आने वाली सदियों तक दिखेगा और प्रगति के नए पथ प्रशस्त करेगा।   फोटोग्राफी और चीता मित्रों से किया संवाद   प्रधानमंत्री  मोदी ने भारत भूमि पर 70 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद पुर्नस्थापित किये जाने वाले चीतों की मुक्ति के एतिहासिक पलों को अपने कैमरे से कैद किया। प्रधानमंत्री मोदी ने चीतों की सुरक्षा के लिये तैनात किये गये चीता मित्रों से संवाद भी किया। चीतों की सुरक्षा के लिये आसपास के 10 गाँव के 457 चीता मित्र तैनात किये गये हैं।

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 MadhyaBharat  17 September 2022

8 चीतों को लेकर प्रदेशभर में लोग उत्साहित

शिवराज :अब मध्यप्रदेश चीता स्टेट भी होने वाला है अफ्रीका से चीते आने को लेकर देश में लोग काफी उत्साहित है।  1948 के बाद एक बार फिर भारत में चीते दिखेंगे।  एक समय था जब भारत  पाले जाते थे।  लेकिन समय के साथ राजाओं महाराजाओं  , मुगलों और फिर अंग्रेजों ने चीतों को समाप्त करने में अहम् भूमिका निभाई।  अब एक बार फिर पीएम मोदी के प्रयासों से नामीबिया से 8 चीते भारत लाए जा रहे हैं। जिसको लेकर प्रदेश के तमाम लोगों को  उस पल का इंतजार है, जब प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी श्‍योपुर के कूनो पालपुर नेशनल पार्क में नामीबिया से लाए जा रहे चीतों को पिंजरों से छोड़ेंगे।  प्रदेश की भूमि पर एक बार फिर चीते अपनी शानदार तेज रफ्तार के साथ पर्यटकों को मोहित करते नजर आएंगे। चीते आने पर मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी काफी उत्साहित और खुश हैं।  चीता परियोजना के लिए प्रदेश के कूनो नेशनल पार्क का चयन किए जाने को लेकर एक बार फिर पीएम मोदी का आभार व्‍यक्‍त किया है।  इस दौरान सीएम शिवराज ने कहा, 'मैं हमारे प्रदेश का सौभाग्य मानता हूं। हम टाइगर स्टेट तो है ही, लेपर्ड स्टेट भी हैं, अब मध्यप्रदेश चीता स्टेट भी होने वाला है। इसके लिए मैं प्रधानमंत्री जी और भारत सरकार को धन्यवाद देता हूं। यहां वाइल्ड लाइफ पनपेगी और कई गांव हटाए थे ताकि वह सुरक्षित सेंचुरी बने। जहां चीते आएं और बाकी तरह की वाइल्ड लाइफ भी वहां रहे। अब वह सपना साकार हो रहा है संकल्प पूरा हो रहा है। नामीबिया से चीते आ रहें है चीते आना यह असाधारण घटना है। असाधारण इसलिए क्‍योंकि लगभग 1952 के आस -पास हमारे देश में चीतों का अस्तित्व समाप्त हो गया। अब दूसरे महाद्वीप से चीते लाकर उनको यहां पुनर्स्थापित कर रहे हैं। शायद यह इस सदी की सबसे बड़ी घटना है दूसरा महाद्वीप से चीजों को लाकर हम बसाएंगे। कोशिश यह करेंगे कि स्वाभाविक रूप से चीते का परिवार बढ़ता रहे।' मैं मध्यप्रदेश का सौभाग्य मानता हूं कि हम टाइगर स्टेट थे, लेपर्ड स्टेट हैं और अब चीता स्टेट भी होने वाले हैं। उन्होंने कहा  चीता आना, एक विलुप्त होती हुई प्रजाति को फिर से पुनर्स्थापित करने का काम तो है ही, लेकिन यह पर्यावरण का संतुलन भी बनाएंगे। वाइल्ड लाइफ समृद्ध होगी। केवल इतना ही नहीं, श्योपुर जिले और उसके आस-पास रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। 

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 MadhyaBharat  16 September 2022

कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता प्रतिस्थापना, राष्ट्रीय महत्व का कार्य

  मुख्यमंत्री ने की प्रधानमंत्री मोदी की श्योपुर जिले की यात्रा की तैयारियों पर चर्चा   मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में नामीबिया से चीते लाकर उन्हें बसाने का कार्य निर्धारित मानकों के अनुसार किया जा रहा है। यह राष्ट्रीय महत्व का कार्य है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में इस कार्य का शुभारंभ 17 सितम्बर को करेंगे। इस कार्यक्रम को पूरी गरिमा और उत्साह के साथ सम्पन्न करने के लिए सभी आवश्यक तैयारियाँ पूरी की जाएँ। मुख्यमंत्री  चौहान आज निवास पर प्रधानमंत्री जी के 17 सितम्बर को श्योपुर जिले के भ्रमण के संबंध में की जा रही तैयारियों की जानकारी ले रहे थे। बताया गया कि श्योपुर जिले के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता प्रबंधन की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रचलित तकनीक के अनुसार बसाने का कार्य किया जाएगा।   कार्यक्रम की रूपरेखा पर हुआ विमर्श   मुख्यमंत्री  चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी की यात्रा की तैयारियों से जुड़े सभी पहलुओं की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की यात्रा में मुख्य रूप से कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीतों के प्रवेश करवाने और कराहल में स्व-सहायता समूह की बहनों के सम्मेलन का कार्यक्रम निर्धारित है। इस मौके पर विकास प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी। मध्यप्रदेश के जिलों में ओडीओपी में किए जा रहे कार्यों की प्रस्तुति भी शामिल रहेगी। मुख्य रूप से मुरैना जिले में सरसों तेल, शिवपुरी जिले में मूंगफली तेल, चंदेरी में तैयार अंगवस्त्र, शिवपुरी में बनाए गए जैकेट, डिण्डौरी की गोंडी चित्रकला और‍मिलेट उत्पाद की गतिविधियों एवं इनके उत्पादन और निर्माण आदि से जुड़े कार्यों की जानकारी प्रधानमंत्री जी को दी जाएगी।   प्रदेश में संचालित होंगी कल्याणकारी गतिविधियाँ   मुख्यमंत्री  चौहान ने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री जी के जन्म-दिवस 17 सितम्बर पर श्योपुर में दो प्रमुख कार्यक्रमों में प्रधानमंत्री मोदी शामिल हो रहे हैं। शेष जिलों में विभिन्न विभाग जन-कल्याणकारी गतिविधि कर इस अवसर को प्रसन्नता व्यक्त करने का माध्यम बनाएँ। प्रदेश में 17 सितम्बर से 31 अक्टूबर तक हितग्राहियों को योजनाओं से लाभान्वित करने का अभियान चलाने के निर्देश भी दिए गए हैं। मुख्यमंत्री  चौहान ने कहा कि विभागों के सेवा कार्यों का लाभ आम जनता को मिले, इसके लिए कार्यक्रमों का स्वरूप निर्धारित कर क्रियान्वयन किया जाए। प्रधानमंत्री जी के जन्म-दिवस से प्रारंभ हो रहे अभियान के लिए विभागों के अधिकारी और मैदानी अमले को दायित्व दिए जाएँ।   सर्वेक्षण में चीतों के लिये कूनो पाया गया सबसे अनुकूल   जानकारी दी गई कि वर्ष 1952 में भारत में चीता विलुप्त घोषित किया गया था। वर्ष 2009 में चीता पुनर्स्थापना के लिए केन्द्र और राज्य सरकार के साथ अंतर्राष्ट्रीय चीता विशेषज्ञों की चर्चा हुई। वर्ष 2010 में भारतीय वन्य जीव संस्थान (वाईल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट) ने भारत में चीता पुनर्स्थापना के लिए संभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण किया, जिसमें 10 स्थलों में कूनो अभ्यारण्य जो वर्तमान में कूनो राष्ट्रीय उद्यान है, सर्वाधिक उपयुक्त पाया गया। भारत में विलुप्ति की कगार पर पहुँचे चीतों की प्रतिस्थापना के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल और गाइडलाइन के अनुसार कार्य होगा। परियोजना के एकीकृत प्रबंधन में कूनो के राष्ट्रीय उद्यान के 750 वर्ग किलोमीटर में लगभग दो दर्जन चीतों के रहवास के लिए उपयुक्तता है। इसके अतिरिक्त करीब 3 हजार वर्ग किलोमीटर वन क्षेत्र दो जिलों श्योपुर और शिवपुरी में चीतों के स्वंच्छद वितरण के लिए उपयुक्त हैं। प्रधानमंत्री श्री मोदी दो बाड़ों में चीते विमुक्त करेंगे। पहले बाड़े में दो नर चीते छोड़े जाएंगे। दूसरे बाड़े में एक मादा चीता को छोड़ा जाएगा। वन विभाग के अधिकारियों के दल ने नामीबिया की चीता प्रबंधन तकनीक का प्रशिक्षण प्राप्त किया है।   चीतों की बसाहट के लिए कूनो में हुई तैयारियाँ   कूनो राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र से लगे हुए गाँव में पशुओं के टीकाकरण का कार्य पूरा किया जा चुका है। क्षेत्र के समस्त गाँव में जागरूकता शिविर लगाए गए हैं। यहाँ चीतों के रहवास के लिए अनुकूल परिस्थितियों का विकास किया गया है। पानी की व्यवस्था के साथ आवश्यक सिविल कार्य भी पूरे किए गए हैं। कूनो में वन्य-प्राणियों का घनत्व बढ़ाने के लिए नरसिंहगढ़ से चीतल लाकर छोड़े गए हैं। विशेषज्ञों के अनुसार क्षेत्र में शिकार का घनत्व चीतों के लिए पर्याप्त है। नर चीते दो या दो से अधिक के समूह में साथ रहते हैं। सबसे पहले चीतों को दो-तीन सप्ताह के लिए छोटे-छोटे पृथक बाड़ों में रखा जाएगा। एक माह के बाद इन्हें बड़े बाड़ों में स्थानांतरित किया जाएगा। विशेषज्ञों द्वारा बड़े बाडों में चीतों के अनुकूलन संबंधी आंकलन के बाद पहले नर चीतों को और उसके पश्चात मादा चीतों को खुले जंगल में छोड़ा जाएगा। इस संबंध में आवश्यक प्रोटोकॉल के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।   स्व-सहायता समूहों की बहनों का सम्मेलन   मुख्यमंत्री चौहान ने श्योपुर जिले के कराहल में म.प्र. राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन से जुड़ी स्व-सहायता समूह की बहनों के उन्मुखीकरण और सह सम्मेलन की तैयारियों की भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि इसमें हिस्सा ले रही बहनों के लिए आवश्यक व्यवस्थाएँ सुनिश्चित की जाएँ। प्रदेश में 3 लाख 86 हजार स्व-सहायता समूह कार्य कर रहे हैं, इनसे 43 लाख से अधिक परिवार जुड़े हैं। समूहों द्वारा सब्जी उत्पादन, दुग्ध उत्पादन, अगरबत्ती, हैण्डवॉश, साबुन निर्माण, कृषि और पशुपालन आधारित आजीविका गतिविधियाँ, आजीविका पोषण वाटिका के संचालन के कार्य किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री  मोदी समूह की सदस्य बहनों की उद्यमशीलता की जानकारी प्राप्त करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान ने सम्मेलन के लिए आवश्यक प्रबंध पूर्ण करने के निर्देश दिए।

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 MadhyaBharat  9 September 2022

पीएम मोदी करेंगे चीता परियोजना का शुभारंभ

प्रदेश को चीता परियोजना की सौगात देंगे पीएम    प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 17 सितम्बर को जन्मदिन मनाया जायेगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने जन्म दिन के दिन  श्योपुर में चीता परियोजना का शुभारंभ करेंगे।  मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कैबिनेट बैठक से पहले मंत्रियों से औपचारिक चर्चा में यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि अपने जन्मदिवस पर प्रधानमंत्री मध्य प्रदेश में रहेंगे और प्रदेश को चीता परियोजना की सौगात देंगे।आपको बता दें  कूनो पालपुर पार्क में करीब 20 दिन से चल रही तैयारियों को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा था कि प्रधानमंत्री परियोजना का शुभारंभ कर सकते हैं।  पार्क से 15 किमी दूर कराहल में महिला स्व-सहायता समूह के कार्यकर्ताओं का सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।  जिसे प्रधानमंत्री मोदी संबोधित करेंगे। बताया जा रहा है कि  नामीबिया से आठ चीता श्योपुर पहुंच जाएंगे। जिन्हें प्रधानमंत्री पार्क में स्थित विशेष बाड़े में छोड़ेंगे। प्रधानमंत्री के आने की तैयारियां शुरू कर दी गई है।  हेलीपैड की व्यवस्था बनाई जा रही है।   

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 MadhyaBharat  6 September 2022

जनपद पंचायत में कई जिलों से कांग्रेस की शिकायत

  बीजेपी पर कोंग्रेस ने सदस्यों उठाने का आरोप  मध्यप्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में कई नए मोड़ आ रहे हैं।  कहीं बीजेपी तो कहीं कांग्रेस का कब्ज़ा हो रहा है।सीहोर जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर भोपाल में बवाल हुआ। सीहोर के जिला पंचायत सदस्यों को भोपाल की खजूरी पुलिस उठाकर थाने ले आई। जानकारी लगने पर बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता थाने पहुंच गए। कांग्रेसियों का आरोप है कि उनके ऊपर भाजपा में शामिल होने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। वहीं इस बीच  मुरैना में कांग्रेस ने पुलिस पर कांग्रेस समर्थित जिला पंचायत सदस्यों को उठाने का आरोप लगाया है। जिसको लेकर कांग्रेसियों ने एसपी ऑफिस का घेराव करते हुए नारेबाजी की। यही हाल जबलपुर और सीहोर का भी है। आपको बता दें गुरुवार रात कांग्रेस के पूर्व मंत्री रामनिवास रावत, विधायक राकेश मावई, अजब सिंह कुशवाह, रविन्द्र सिंह तोमर, सतीश सिकरवार, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अशोक सिंह समेत करीब 100 कांग्रेसी एसपी ऑफिस पहुंच गए। वे यहां धरने पर बैठ गए। आरोप है कि जौरा, बागचीनी व कैलारस पुलिस ने उनके दो जिला पंचायत सदस्यों को किडनैप कर लिया है। यह काम केन्द्रीय मंत्री के इशारे पर किया गया है, जिससे वे जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में मतदान न कर सकें। इसके बाद सभी नेताओं को गिरफ्तार कर पुलिस वैन से सिविल लाइन लाकर नजरबंद किया गया।  श्योपुर  की बात करें तो 11 में से 6 सदस्य कांग्रेस और 5 भाजपा के हैं। कांग्रेस के 6 सदस्यों में से एक वार्ड 7 से चयनित सदस्य संदीप शाक्य को  कैलारस पुलिस ने उसके मामा के घर से उठा लिया। इसके बाद गुरुवार को दूसरे सदस्य वार्ड 4 के गिरधारी लाल बैरवा व वार्ड-1 के सुरेश कुमार लालावत को भी पुलिस ने उठा लिया। जबलपुर में कांग्रेस के विधायकों और पार्टी पदाधिकारियों ने भाजपा नेताओं पर जिला पंचायत सदस्य हीराबाई साहू के पति रामेश्वर साहू के अपहरण का आरोप लगाया है। कांग्रेस विधायकों ने ओमती थाने पहुंचकर विरोध जताया। कांग्रेस का कहना था कि चुनाव जीतने के लिए भाजपा नेता, पुलिस की मिलीभगत से राजनीति कर रहे हैं। 

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 MadhyaBharat  29 July 2022

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श्योपुर। शहर कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत कालीतलाई के जंगल में गत दिनों तीन लोगों ने एक नाबालिग किशोरी के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस ने तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। रविवार को जिला प्रशासन की टीम ने उनके घरों को बुलडोजर चलाकर तोड़ने की कार्रवाई की। दोपहर 12.45 बजे बुलडोजर लोकर आरोपितों के घर पहुंची और तीनों के मकानों को ध्वस्त कर दिया।   कोतवाली थाना पुलिस के अनुसार, 15 वर्षीय नाबालिग ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि वह गुरुवार की वह सुबह अपने गांव बरगवां से ढेंगदा में रिश्तेदार के यहां आ रही थी। इसी बीच रास्ते में उसका दोस्त मिल गया। जिसके साथ वह काली तलाई के जंगल में घूमने के लिए चली गई थी, तभी वहां पहुंचे बालापुरा में रहने वाले तीन आरोपित मोहसीन, रियाज और शहनवाज ने जोर जबरदस्ती करना शुरू कर दी। इससे घबराकर उसका दोस्त भाग गया। इसके बाद तीनों ने मिलकर उसके साथ बारी-बारी से दुष्कर्म किया और फरार हो गए। मामले में पुलिस ने नाबालिग की रिपोर्ट पर उक्त तीनों आरोपितों के खिलाफ दुष्कर्म पाक्सो एक्ट सहित एससीएसटी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया। इसके बाद पुलिस ने आरोपितों के ठिकानों पर दबिश देना शुरू कर दिया और उसी रात तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। शनिवार को पुलिस ने उनको न्यायालय में पेश किया, जहां से जेल भेज दिया। इसके बाद रविवार को जिला प्रशासन ने तीनों आरोपितों के घरों पर बुलडोजर चलाकर जमींदोज कर दिया।

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 MadhyaBharat  20 March 2022

 JAAN JOKHIM

श्योपुर से राजस्थान का संपर्क कटा    ग्वालियर -चंबल इलाके में भी बारिश के कारण कई इलाकों में लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है   शिवपुरी जिले में सिंध नदी उफान पर है जहाँ जान जोखिम में डाल कर लोग पुल पार कर रहे हैं  श्योपुर जिले  में भी भारी बारिश के कारण जान जीवन अस्तव्यस्त हो गया है  मध्यप्रदेश से राजस्थान का सड़क संपर्क कट गया है   शिवपुरी  गुना सहित आसपास के क्षेत्रों में बीते 24 घंटे से जारी मूसलाधार बारिश के चलते सिंध नदी उफान पर है और शुक्रवार दे  सिंध में अचानक पानी तेजी से बढ़ता चला गया  हालात यह हुए कि शाम होते-होते खतौरा-अशोकनगर स्टेट हाइवे पर मौजूद पचावली पुल के ऊपर करीब दो फीट सिंध का पानी बहने लगा  करीब 10 मीटर ऊंचे होने के बावजूद इस पुराने जर्जर पुल पर सिंध के तेज बहाव के बीच लोग जान की कीमत पर पैदल, बाइक, कार, बस, ट्रक व ऑटो से इसे पार करते नजर आए  सिंध में उफान के कारण उससे जुड़ने वाली कोलारस की गुंजारी नदी में भी उफान आ गया जिसमें शाम को एक युवक फस गया   पानी में फंसे युवक का नाम कल्लू जाटव  है जो लकवे की दवाई लेने के लिए कोलारस इलाके में आया था और एक स्थान पर जहां सिंध नदी और गुंजारी नदी मिलती है वहां अचानक पानी बढ़ने से वह पानी में फस गया   हालांकि कुछ जगह रिमझिम बारिश का सिलसिला जारी है   बारिश के चलते पार्वती नदी सहित जिले भर के नदी नाले उफान पर है  खातौली के पास पार्वती नदी पर बना हुआ पुल पानी मे डूबा हुआ है  इसके चलते मध्य प्रदेश का राजस्थान के कोटा और खातौली से संपर्क टूटा हुआ है   वहीं सोइकलां के पास हाइवे पर बना हुआ रपटा और गिरधरपुर और ढोढर के बीच रेलवे ट्रैक का पुल भी नदी नालों ने डुबा रखा है, जिससे श्योपुर से सवाईमाधोपुर की तरफ आने-जाने वाले वाहनों के पहिए सोइकलां के पास थमे हुए हैं  गिरधरपुर और ढोढर के पास रेलवे ट्रैक का पुल डूब जाने और पटरियों के नीचे से गिट्टी बह जाने की वजह से शनिवार को नेरोगेज भी अपने गंतव्य के लिए रवाना नही हो सकी है  इस वजह से यात्रियो को परेशानी उठाकर अपनी यात्राएं रद्द करनी पड़ी है  इस इलाके की कई  बस्तियों के घरों में पानी भर गया है                                

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 MadhyaBharat  27 July 2019

 अरविंद जैन

  एमपी के श्योपुर में महिला एवं बाल विकास विभाग के लेखाधिकारी अरविंद जैन के घर गुरुवार अल सुबह साढ़े पांच बजे लोकायु्क्त पुलिस ने छापामार कार्रवाई की। अरविंद जैन वर्तमान में नरसिंगढ़ परियोजना में पदस्थ हैं और करीब 6 महीने पहले ही उसका ट्रांसफर हुआ। इसके पहले वे 15 साल से श्योपुर जिले में ही पदस्थ थे। इस दौरान उनके खिलाफ कई शिकायतें आईं, जिसमें रिश्वत लेकर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की भी शिकायत थी। 2013 में उनके खिलाफ इसी तरह की एक शिकायत आई थी, जिस पर लोकायुक्त पुलिस ने उनके खिलाफ इन्वेट्री जांच शुरू की। जांच में उनके पास सरकारी आय से करीब 60 प्रतिशत ज्यादा संपत्ति मिली है। कार्रवाई में जैन के घर से एक कार, दो टू व्हीलर, 10 लाख रुपए की बीमा पॉलिसी, 19 तोला सोना, 500 ग्राम चांदी के गहने। बेटी को एमबीबीएस की पढ़ाई करवाने के लिए खर्च हुए 22 लाख रुपए के दस्तावेज भी मिले। लोकायुक्त टीम की कार्रवाई जारी है। अरविंद जैन के घर कार्रवाई करने वाली टीम में लोकायुक्त निरीक्षक अतुल सिंह, मनीष शर्मा, राजीव गुप्ता, रविंद्र सिंह के अलावा 10 कर्मचारी भी शामिल हैं। टीम अपने साथ एक डॉक्टर को भी लाई थी। इस जांच में सरकार से अधिकारी या कर्मचारी को मिले अब तक के वेतन और उसकी संपत्ति का अनुपात किया जाता है। अगर संपत्ति सैलरी से ज्यादा पाई जाती है तो उसके लिए आय के स्त्रोत की जानकारी देनी पड़ती है।  

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 MadhyaBharat  13 July 2017

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में सभी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध होना चाहिए। श्योपुर जिले के ढोढर से श्योपुर जिला मुख्यालय तक किये रोड शो के दौरान ग्रामीणों से प्राप्त आवेदनों का शत-प्रतिशत निराकरण सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज श्योपुर जिला मुख्यालय में बैठक को सबोधित कर रहे थे। बैठक में महिला-बाल विकास राज्य मंत्री एवं जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती ललिता यादव, सांसद श्री अनूप मिश्रा, विधायक श्री दुर्गालाल विजय, कमिश्नर, कलेक्टर, जिला पंचायत सीईओ के अलावा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।  श्री शिवराज सिहं चौहान ने कहा कि रोड शो के दौरान सामुदायिक और व्यक्तिगत आवेदनों को मिलाकर कुल 909 आवेदन-पत्र प्राप्त हुए हैं। इनका शत प्रतिशत निराकरण कर मुख्यमंत्री सचिवालय को रिपोर्ट प्रस्तुत की जाये। उन्होंने कहा कि शुद्ध पेयजल की समस्या अभी भी है। हेंडपंप लगाने, टंकी निर्माण जैसी बुनियादी कमियाँ पाई गई हैं, जिनका तत्काल निराकरण सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने कहा कि शहरी एवं ग्रामीण अंचल में बिजली मिलनी चाहिए तथा लाइनों और ट्रांसफार्मरों की व्यवस्था के इंतजाम हों। उन्होंने राजीव गांधी विद्युतीकरण योजना के कार्यों का भौतिक सत्यापन करवाने के निर्देश दिये। साथ ही दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण विद्युतीकरण योजना का समस्त सर्वे एक माह के अन्दर करवाने को कहा।  मुख्यमंत्री ने कहा कि शासन की योजनाओं का जमीनी स्तर पर लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि का चिन्हांकन किया जाये। एक्सप्रेस-वे से चंबल क्षेत्र में विकास का मार्ग प्रशस्त होगा, साथ ही क्षेत्रवासियों को आवागमन की सुविधा होगी। लम्बे समय से चल रहे मुजरी बांध के सर्वे का कार्य एक माह में पूरा करवाया जावे। उपभोक्ताओं को राशन की दुकान से नियमित खाद्यान्न मिले। शौचालय-निर्माण, बीपीएल में नाम जोड़ने, दिव्यांग एवं आवास योजनाओं का लाभ सभी पात्रता रखने वाले हितग्राहियों को निरंतर जारी रखा जाये। उन्होंने कहा कि एससी-एसटी के व्यक्तियों की जमीन पर यदि प्रभावी व्यक्तियों का कब्जा है, तो उसे तत्काल हटाकर दोषियों के विरूद्ध कार्यवाही की जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि निचले स्तर पर भ्रष्टाचार मिटाने के हर संभव प्रयास होना चाहिए। फिर भी अगर शिकायत मिलती है तो समझा जायेगा कि इसमें उपर के अधिकारी भी लिप्त है। ऐसे अधिकारी-कर्मचारियों  को बख्शा नहीं जायेगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण विकास की सभी योजनाओं का लाभ आम लोगों को देने की दिशा में कार्यवाही अनवरत जारी रखी जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एनआरएलएम में गठित स्व-सहायता समूहों को और सशक्त बनाया जाये। कलेक्टर द्वारा इस योजना में 25 लाख रूपये के भेजे गये प्रस्ताव को मुख्यमंत्री द्वारा स्वीकृत कर राशि भिजवाने के निर्देश दिये गये। उन्होंने कहा कि महिलाओं को बढ़ावा देने की दिशा में हर संभव उपाय किये जाये। साथ ही उन्हें योजनाओं का लाभ देने की दिशा में निरंतर पहल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने की दिशा में आवश्यक उपाय सुनिश्चित किये जाये। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सकारात्मक सोच के साथ हर व्यक्ति को लाभ दिलवाने की कार्यवाही जारी रखें। बैठक के बाद उन्होंने जन-प्रतिनिधियों तथा ग्रामीणों से  जिले में चल रही विकास गतिविधियों पर भी चर्चा की।  मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जिले के ढोढर, बगदिया, गांधीनगर, माकड़ौद, पदमपुरा, काशीपुर, धीरौली, मानपुर, जैनी, टेकना, चोपना, जावदेश्वर, बगडुआ, सोईकलां, रायपुरा, सलापुरा सहित दो दर्जन से अधिक ग्राम एवं मजरों-टोलों में रोड शो के बाद श्योपुर में स्थानीय जन-प्रतिनिधियों से भी चर्चा की।

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 MadhyaBharat  27 June 2017

kisan bajar

किसानों को आर्थिक सुरक्षा देने 1000 करोड़ का कोष स्थापित होगा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने  श्योपुर विकासखण्ड के गाँव में देर रात तक रोड शो किया। इस दौरान उन्होंने दो दर्जन से अधिक गाँव में किसानों और ग्रामीणों से संवाद कर शासकीय योजनाओं की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 378 स्थान पर किसान बाजार बनाये जायेंगे। इन बाजारों में उपभोक्ता किसानों की उपज को सीधे खरीद सकेंगे। इस व्यवस्था से किसानों को उनकी उपज का बगैर बिचौलियों की भागीदारी के उचित मूल्य सकेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में किसानों को आर्थिक सुरक्षा देने के लिये 1000 करोड़ रूपये की राशि से कोष स्थापित किया जायेगा। इस कोष के माध्यम से बाजार में औसत मूल्य तथा समर्थन पर बीज के अंतर की राशि सीधे किसानों के खातों में जमा कराई जायेगी। उन्होंने कहा कि इसके लिये जिलेवार कार्ययोजना बनाई जायेगी, जिसमें किसानवार डाटा एकत्रित रहेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्राम बगदिया एवं बगदरी में किसानों द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में कहा कि ढोढर कृषि उपज मण्डी को किसान बाजार वाले स्थान में शामिल किया जायेगा। इस अवसर पर सिक्ख किसानों द्वारा मुख्यमंत्री को चाँदी का मुकुट पहनाकर सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने ग्राम बगदिया में हाईस्कूल खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि जिन किसानों को पूर्व में शासकीय भूमि के पटटे प्रदाय किये गये उन्हें भू-स्वामी के रूप में दर्ज करने के लिये राजस्व विभाग के माध्यम से परीक्षण कराया जायेगा। उन्होंने ग्राम ढोढर एवं मानपुर में बैंक शाखाएँ खोलने के लिये भी आश्वस्त किया। मुख्यमंत्री  चौहान ने बगदिया सहराने में सहरिया परिवारों से उनकी समस्याएँ सुनकर गाँव में पेयजल के लिये स्पाट सोर्स लगाने, गुर्जर बस्ती में गाँव को राजस्व ग्राम घोषित करने तथा बस्ती में प्राथमिक विद्यालय खोलने के निर्देश दिये। ग्राम माकडोद में टयूबबेल लगाकर पानी की टंकी से पेयजल व्यवस्था और एक किलोमीटर सड़क बनाने का प्राक्कलन तैयार करने, दिव्यांग दिनेश को सामाजिक सुरक्षा पेंशन स्वीकृत करने के निर्देश दिये। ग्राम धीरोली में ओड राजपूत समाज के श्योपुर में बनने वाले छात्रावास भवन के लिये 5 लाख रूपये देने, ग्राम धीरोली में पूर्व से स्वीकृत विद्युत सब स्टेशन का कार्य प्रारंभ करने, चंबल नहर से माइनर शाखा निकालने का परीक्षण कराने और सांसद निधि से यात्री प्रतिक्षालय बनाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मानपुर में रोड शो के दौरान लौहपीटा परिवारों से भेंट कर उन्हें प्रदाय किये गये आवास भू-अधिकार पत्र के प्रदाय के बाद आवास निर्माण की कार्रवाई के निर्देश जिला प्रशासन को दिये। उन्होंने कहा कि ऐसे परिवारों की सूची तैयार करने के निर्देश दिये गये हैं जिनके पास आवास बनाने के लिये जमीन नहीं है। ऐसे परिवारों को राज्य सरकार भू अधिकार पत्र देगी। मुख्यमंत्री ने मानपुर में पंचायत भवन तथा हायर सेकेण्डरी स्कूल में अतिरिक्त कक्षों के निर्माण कराये जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने ग्राम जैनी में राशन कार्डों की जाँच कराने और क्षेत्रपाल बाबा मंदिर का सुदृढ़ीकरण कराने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने ग्राम पदमपुरा में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना से लाभांवित सहरिया आदिवासी श्री प्रभु आदिवासी के आवास का निरीक्षण कर प्रशंसा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ग्राम काशीपुर, टेकना, चोपना, बगडुआ, सोईकला, रायपुरा, सलापुरा सहित अन्य गाँवों में देर रात तक रोड शो किया। रोड शो के दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्री एवं सीहोर जिले की प्रभारी मंत्री श्रीमती ललिता यादव, सांसद श्री अनूप मिश्रा, विधायकगण, जिले की पंचायत रात संस्थाओं के पदाधिकारी और प्रशासनिक अधिकारी साथ थे।

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 MadhyaBharat  26 June 2017

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