मुरैना। प्रसिद्ध धार्मिक स्थल करोली माता के दर्शन के लिए पैदल जा रहे 17 श्रद्धालु चंबल नदी में डूब गए। स्थानीय ग्रामीण व गोताखोरों की सहायता से 10 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। दिन भर चली तलाश के दौरान एक महिला एवं एक पुरुष सहित दो श्रद्धालुओं के शव मिल गए हैं, जबकि पांच लोगों की तलाश सुबह से लगातार की जा रही है।
घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासन व पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी सहित जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंच कर पीडि़तों को ढांढ़स बंधा रहे हैं। यह सभी श्रद्धालु शिवपुरी जिले के कोलारस तहसील क्षेत्रांतर्गत छिलावद गांव के निवासी हैं। घटना का कारण पैदल नदी पार करते समय संतुलन बिगडऩा और गहरे पानी में जाना माना जा रहा है।
मुरैना जिले के टेंटरा थाना क्षेत्रांतर्गत राईडी-राधेन गांव के चंबल घाट पर शनिवार को सुबह एक बड़ी घटना हो गई। इस घाट से मध्यप्रदेश से राजस्थान के लिए लोग पैदल चंबल नदी पार करते हैं। वर्तमान में 22 मार्च से प्रारंभ होने वाले नवरात्र महोत्सव का धार्मिक लाभ लेने के लिए मुरैना, श्योपुर, शिवपुरी, ग्वालियर के हजारों श्रद्धालु पैदल नदी पार करते हैं। यह सभी श्रद्धालु राजस्थान के करोली माता मंदिर पर गुड़ी पड़वा के दिन दर्शन लाभ लेने के लिए अपने घर से मंदिर तक पैदल यात्रा करते हैं।
शनिवार को सुबह नदी पार करने के लिए 17 लोगों का समूह एक-दूसरे का हाथ पकड़कर पानी से गुजर रहा था। इसी बीच कुछ लोग गहरे पानी में चले गए। डूब रहे लोगों की चीख-पुकार सुनकर नदी किनारे बैठे श्रद्धालु एवं स्थानीय गोताखोर नदी में कूद पड़े। जिन्होंने डूब रहे 10 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया। इनमें से गोताखोरों ने आठ श्रद्धालुओं को मडराइल राजस्थान और दो श्रद्धालुओं को मुरैना के घाट पर सुरक्षित पहुंचाया। इनमें से सात लोगों का कुछ पता नहीं चल सका। एसडीआरएफ और स्थानीय गोताखोर लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं।
सूचना मिलने पर जिला प्रशासन के अधिकारी एवं पुलिस मौके पर पहुंची। नदी में लापता श्रद्धालुओं की तलाश के लिए एनडीआरएफ का दल मौके पर देर शाम को पहुंच गया। तलाशी अभियान के दौरान गोताखोर नदी से देवकी नंदन कुशवाह पुत्र हीरा कुशवाह उम्र 60 वर्ष निवासी छिलावद तहसील कोलारस जिला शिवपुरी एवं कल्लो पत्नी श्याम कुशवाह का शव निकाल सके जबकि रुक्मणी पत्नी दीपक कुशवाह 25 साल, लवकुश कुशवाह पुत्र थानसिंह कुशवाह 17 साल, बृजमोहन पुत्र पप्पू कुशवाह 17 साल, रश्मि पत्नी सुनील कुशवाह 22 साल, अलोप पत्नी देवकीनंदन कुशवाह 58 साल निवासी छिलावद की तलाश जारी है।
इन दस लोगों को बचाया: जो लोग चंबल नदी में डूबने से बचा लिए गए हैं उनमें राकेश पुत्र मुरारी, सुनील पुत्र राजदेव, दीपक पुत्र देवकीनंदन, संतरा पत्नी सेवक, रामश्री पत्नी बचनलाल, सम्पति पत्नी राकेश सभी कुशवाह निवासी ग्राम छिलावत थाना तेंदुआ जिला शिवपुरी हैं। वहीं तीन लोगों को राजस्थान सीमा पर बचाया गया है जिनमें धनीराम पुत्र खेरा कुशवाह, चौंऊ पुत्र ठकुरी कुशवाह, जानकी पुत्र हक्के कुशवाह शामिल हैं।
पुलिस व प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे: शनिवार को सुबह चंबल नदी पर हुए दर्दनाक हादसे की सूचना मिलते ही जिले के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे। अधिकारियों ने बचाव कार्य प्रारंभ कराया। मौके पर संभागायुक्त दीपक सिंह, जिलाधीश अंकित अस्थाना, डीआईजी चंबल सुशांत सक्सेना, पुलिस अधीक्षक आशुतोष बागरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रायसिंह नरवरिया, सबलगढ़ एसडीएम मेघा तिवारी, एसडीओपी गुरबचन सिंह सहित अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद थे।