मुरैना । मुरैना शहर के विक्रम नगर इलाके में एक सेवानिवृत्त फौजी ने अपनी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या करने के बाद उसने अपने दोनों नाबालिग पुत्रों को भी मारने का प्रयास किया, लेकिन पुत्र किसी तरह धक्का देकर भाग गए। इसके बाद सेवानिवृत्त फौजी ने खुद को भी गोली से उड़ा दिया। सूचना मिलने पर सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पति-पत्नी के शव जप्त कर उन्हें पीएम हेतु भिजवाया। उधर इस घटना से अभी पर्दा नहीं उठ सका है। पुलिस जांच कर रही है। बताया जाता है कि देवेन्द्र कंषाना पुत्र बलवीर सिंह कंषाना उम्र 45 साल अपनी पत्नी माधुरी एवं दो बेटों गौरव व सौरभ के साथ विक्रम नगर मुहल्ले में रहता था। देवेन्द्र फौज में था जो कि सेवानिवृत्त होने के बाद अब यहां रह रहा था। वह भारतीय सेना से पांच पहले ही सेवानिवृत्त होने के बाद धौलपुर में एक वैयर हाउस पर गार्ड की नौकरी करता था। मंगलवार सुबह पांच बजे के करीब देेवेन्द्र और उसकी पत्नी माधुरी के बीच किसी बात पर विवाद हो गया। विवाद ने इतना तूल पकड़ लिया कि देेवेन्द्र ने अलमारी में रखी अपनी लायसेंसी पिस्टल निकाली और माधुरी के माथे से सटाकर गोली मार दी। गोली लगते ही माधुरी वहीं ढेर हो गई। इसके बाद देवेन्द्र ने अपने दोनों बेटों गौरव व सौरभ को उठाया। जैसे ही दोनों भाईओं ने आंखें खोली उन्होंने देखा कि उनका पिता अपने हाथ में पिस्टल लेकर उनके सामने खड़ा था। गौरव व सौरभ ने देखा कि पलंग के नीचे खून से लथपथ उनकी मां पड़ी हुई थी। उन्हें माजरा समझते देर नहीं लगी और अपने पिता को धक्का देते हुए कमरे से बाहर भाग गए। इतना ही नहीं उन्होंने कमरे की कुंदी भी लगा दी। लेकिन इसके थोड़ी ही देर बाद कमरे से गोली चलने की आवाज आई। बच्चों ने कुछ देर बाद कमरे में झांककर देखा तो उनका पिता देेवेन्द्र भी खून से सना हुआ जमीन पर पड़ा हुआ था। उधर इसके बाद गौरव व सौरभ ने अपने पड़ाेसियों को बुलाया। पड़ाेसियों ने पहुंचकर देखा कि माधुरी की सांसें चल रहीं थीं। इसलिए वह महिला को लेकर पास में ही स्थित एक निजी अस्पताल ले गए, लेकिन हालत गंभीर होने की वजह से उसे ग्वालियर रेफर कर दिया। लेकिन उसने कुछ समय बाद ही दम तोड़ दिया। उधर सूचना मिलने पर सिविल लाइन थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को पोस्ट मार्टम हेतु भिजवाया। मौके पर एफएसएल की टीम भी पहुंच गई। प्रारंभिक पूछताछ में बच्चों ने बताया कि उनके पिता का मानसिक इलाज चल रहा था तथा वह नींद की गोलियों का भी सेवन करते थे।
MadhyaBharat
10 December 2024